Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
ट्रैफिक ऑडिट करानेवाला पहला राज्य बना बिहार,कैसे? - श्रीनारद मीडिया

ट्रैफिक ऑडिट करानेवाला पहला राज्य बना बिहार,कैसे?

ट्रैफिक ऑडिट करानेवाला पहला राज्य बना बिहार,कैसे?

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में गाड़ियों की बढ़ती संख्या के कारण ट्रैफिक एक बड़ी समस्या बन गया है। खराब ट्रैफिक व्यवस्था के कारण होनेवाले हादसों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। ऐसे में पटना सहित प्रदेश के पांच प्रमुख शहरों में ट्रैफिक को बेहतर करने के लिए वैज्ञानिक सर्वे कराने का फैसला लिया गया है। जिन शहरों में यह वैज्ञानिक सर्वे किया जाना है, उनमें पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ शामिल है।

फरीदाबाद की कंपनी से किया करार

इन पांचों शहरों के यातायात सर्वे के लिए पुलिस मुख्यालय में एडीजी (यातायात) सुधांशु कुमार और फरीदाबाद स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के निदेशक डॉ. रोहित बालूजा के बीच एक एमओयू साइन हुआ है। समझौते के तहत इस संस्थान की एक टीम पांचों शहरों में अलग-अलग समय औऱ स्थिति में विस्तृत अध्ययन कर इसकी रिपोर्ट अगले 4-5 महीने के भीतर पुलिस को सौंपेगी।

बिहार देश का पहला राज्य

बताया जा रहा है कि इस रिपोर्ट में इन शहरों के अंदर और इसे जुड़े नेशनल एवं स्टेट हाइवे समेत अन्य सभी सड़कों पर 500 किलोमीटर की लंबाई में ट्रैफिक व्यवस्था को नियंत्रित करने से संबंधित बातें होंगी. बिहार इस तरह यातायात व्यवस्था का वैज्ञानिक ऑडिट करानेवाला पहला राज्य बन जाएगा.

बिहार के पांच प्रमुख शहरों पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए वैज्ञानिक तरीके से सर्वे किया जाएगा. इसके लिए पुलिस मुख्यालय में एडीजी (यातायात) सुधांशु कुमार और फरीदाबाद स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के निदेशक डॉ. रोहित बालूजा के बीच एक एमओयू साइन हुआ है

ट्रैफिक ऑडिट करानेवाला पहला राज्य बना बिहार

.इन जगहों पर होगा ऑडित

एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार ने बताया कि आइआरटीइ को राज्य में यातायात प्रबंधन व्यवस्था का वैज्ञानिक और प्रमाणिक रूप से समरी ऑडिट करने की जिम्मेदारी दी गयी है। उनके द्वारा राज्य के पांच बड़े दुर्घटना वाले शहरों पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर और बिहारशरीफ तथा इनको जोड़ने वाले एनएच-एसएच पर ट्रैफिक ऑडिट किया जायेगा।

साथ ही परिवहन, पथ निर्माण, एनएचएआइ के क्षेत्रीय कार्यालयों, सदर अस्पताल, न्यायिक अकादमी और पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों का भ्रमण कर भी इनपुट हासिल करेगी.

एडीजी ने कहा कि शहरों में लगातार बढ़ते ट्रैफिक दबाव को व्यवस्थित करने का वैज्ञानिक तरीके से समाधान निकाला जाएगा. इसकी मदद से ट्रैफिक नियंत्रण का टिकाऊ समाधान होगा, जो आनेवाले कई वर्षों तक बेहद कारगर साबित होगा

देश में सबसे ज्यादा बाइक बिहार में

बिहार में दोपहिया वाहनों की संख्या ज्यादा है. राष्ट्रीय औसत 73 फीसदी से 10 प्रतिशत ज्यादा 83 फीसदी है। इसे नियंत्रित करने के लिए खासतौर पर योजना तैयार की जाएगी। बड़ी दुर्घटना के मामले में प्रति 100 सड़क हादसों में पूरे देश में मिजोरम के बाद बिहार का दूसरा स्थान है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए वैज्ञानिक समाधान निकालकर लागू किया जाएगा।

बिहार के पांच प्रमुख शहरों पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए वैज्ञानिक तरीके से सर्वे किया जाएगा. इसके लिए पुलिस मुख्यालय में एडीजी (यातायात) सुधांशु कुमार और फरीदाबाद स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ रोड ट्रैफिक एजुकेशन के निदेशक डॉ. रोहित बालूजा के बीच एक एमओयू साइन हुआ है.

Leave a Reply

error: Content is protected !!