बिहारी अस्मिता और राष्ट्रवाद का प्रतीक है बाबू वीरकुंवर सिंह का विजयोत्सव, शामिल हो हर बिहारवासी: राजीव रंजन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
आगामी 23 अप्रैल को बिहार में आरा के जगदीशपुर में मनाए जा रहे बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव में बिहारवासियों से भारी संख्या में सम्मिलित होने की अपील करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व इस्लामपुर के पूर्व विधायक राजीव रंजन ने आज कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आगामी 23 अप्रैल को बिहार की शान बाबू वीर कुंवर सिंह जी के विजयोत्सव को काफी भव्य तरीके से मनाया जा रहा है. सफलता का नया इतिहास रचने जा रहे इस कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. यह कार्यक्रम बिहारी अस्मिता और राष्ट्रवाद का प्रतीक है, जिसमें हर बिहारवासी को शामिल होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि बिहारवासियों में राष्ट्रवाद की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है. राष्ट्र के प्रति प्रेम दिखाने का यहां के निवासी कोई मौका नहीं छोड़ते. उनके इसी जोश और जज्बे को देखते हुए हमें पूर्ण विश्वास है कि इस कार्यक्रम में बिहार के हर जिले से भारी संख्या में सहभागिता होगी.
श्री रंजन ने कहा कि अगर आज हम आजाद भारत में चैन की सांस ले रहे हैं तो उसकी वजह कुंवर सिंह जैसे वीर नायक ही हैं. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि देश और दुनिया की नयी पीढ़ी इन राष्ट्रनायकों की वीरगाथा से भलीभांति अवगत हो. तभी इन नायकों को पूरे देश में यथोचित सम्मान मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का भी मानना है कि आजादी में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के विषय में देश के बच्चे-बच्चे को जानना चाहिए. यही इस कार्यक्रम का लक्ष्य भी है.
उन्होंने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को देखें तो 1857 के संग्राम में भोजपुर जिला व वीर कुंवर सिंह का नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित है. बाबू वीर कुंवर सिंह ने 80 वर्ष की आयु में अपनी वीरता और रणनीति से ब्रिटिश सत्ता की चूलें हिलाकर पूरे विश्व को यह संदेश दिया था कि देशभक्ति, पौरुष तथा इच्छा शक्ति के समक्ष उम्र बाधा नहीं होती. अंग्रेजी दमन व शोषण के खिलाफ उनकी वीरता के किस्से युगों-युगों तक अमर रहेंगे.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रवाद का प्रतीक कहे जा रहा यह विजयोत्सव एक नया इतिहास रचने वाला है. इस कार्यक्रम में एक साथ राष्ट्रीय झंडा फहराने का विश्व रिकॉर्ड बनने वाला है. लोगों में इतना उत्साह है कि संख्या में बारे में आकलन करना असंभव है. बिहार के लोग जानते हैं कि इस विजयोत्सव को ऐतिहासिक बनाना हर नागरिक का कर्तव्य है, इससे इस बात की पूरी उम्मीद है कि इस कार्यक्रम में जनसैलाब उमड़ पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सोच है कि लोगों को आजादी में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के विषय में आने वाली पीढ़ी को जानना चाहिए, इस कारण इस तरह के कार्यक्रम आवश्यक हैं.
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