बिहार के रंगीन मिजाज प्रोफेसर  देर रात लड़कियों को करता है फोन, अकेले  बुलाता है घर पर

बिहार के रंगीन मिजाज प्रोफेसर  देर रात लड़कियों को करता है फोन, अकेले  बुलाता है घर पर

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

बिहार के कॉलेजों और विश्‍वविद्यालयों में प्रध्‍यापकों के छात्राओं के साथ गलत संबंध की खबर आते ही रहते हैं। कभी मटुक नाथ और जूली की प्रेम कहानी बिहार ही नहीं पूरे देश में चर्चा में थी। वैसे ही एक रंगीन मिजाज के प्रोफेसर की करगुजारी सामने आयी है।  दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के शिक्षक डा. अखिलेश कुमार के कुछ अजीबोगरीब शौक हैं।

पढ़ने-पढ़ाने से हटकर वे देर रात छात्राओं को फोन कर गंदी बातें करते हैं। उनके चैट पर अपनी न्यूड फोटो डालते हैं। इतना ही नहीं यदि कोई छात्रा उनकी बातों को मानने से इंकार करती है तो उसे धमकाते हैं- मेरी बात नहीं मानोगी तो कोई नहीं बचाएगा। मैं तुम्हारा करियर बर्बाद कर दूंगा। उनकी हरकतों से परेशानी छात्राओं ने इस तरह क शिकायत हिंदी विभागध्यक्ष प्रो. राजेंद्र साह के पास की है। इसके बाद उन्होंने कुलपति व कुलसचिव को इस आशय का पत्र लिखा है।

 

डा. अखिलेश कुमार पर लगाए गए शारीरिक एवं मानसिक शोषण के आरोप की जांच अब विश्वविद्यालय आंतरिक शिकायत समिति करेगी। मामले को लेकर कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद ने कहा कि शिक्षक पर लगाए गए आरोपों की जांच विवि स्तर पर यूजीसी द्वारा यौन शोषण मामलों के लिए बनाई गई आंतरिक जांच समिति में की जाती है। बता दें कि कार्यस्थल में महिलाओं का यौन उत्पीडऩ (रोकथाम निषेध एवं निवारण) अधिनियम, 2013 के प्रावधानों के अनुसार यौन उत्पीडऩ के किसी शिकायत पर जांच प्राधिकरण के रूप कार्य करने तथा लैंगिक मुद्दे पर छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों को संवेदीकरण की दिशा में सकारात्मक उपाय लेने के लिए ही आंतरिक शिकायत समिति का गठन किया गया है। पूरे मामले को उक्त समिति में भेज दिया गया है। जांच प्रतिवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

स्नातकोत्तर हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. राजेंद्र साह ने शुक्रवार को कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह को पत्र लिख अपने ही विभागीय शिक्षक डा. अखिलेश कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए। विभागाध्यक्ष ने अपने पत्र में बताया है कि शिक्षक डा. अखिलेश कुमार विभागीय छात्राओं का शारीरिक एवं मानसिक शोषण करते हैं। नेट-जेआरएफ करा देने एवं अपनी ऊंची पहुंच के बदौलत प्रोफेसर बना देने के बहाने अपने घर बुलाते हैं। जहां अकेले का फायदा उठाते हुए छात्राओं का शारीरिक एवं मानसिक शोषण करते हैं। जिसकी शिकायत कई छात्राओं ने मुझसे की है।

jagran

सभी का जल्द ही पर्दाफाश करूंगा

छात्राओं का आरोप है कि शिक्षक ने बहाने से उनका नंबर ले लिया है। वे देर रात को फोन कर गंदी बातें करते हैं। अपनी न्यूड तस्वीर भेजते हैं। इसका विरोध करने पर अपना संबंध राज्यपाल से होने की बात कहते हुए करियर बर्बाद करने की धमकी देते हैं। कई छात्राओं को अकेले ही घर आने को कहते हैं। इसकी वजह से छात्राएं दहशत में हैं। उनलोगों ने उनके क्लास का बहिष्कार कर रखा है। वहीं पूरे मामले को लेकर आरोपित शिक्षक डा. अखिलेश कुमार ने कहा कि मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। इसमें कहीं से भी कोई सच्चाई नहीं है। जिन लोगों ने षड्यंत्र के तहत मेरी स्वच्छ छवि को खराब करने की कोशिश की है, उन सभी का जल्द ही पर्दाफाश करने वाला हूं।

यह भी पढ़े

संकल्प दिवस के रूप में मनेगी मुन्ना वर्मा की पुण्यतिथि

सीवान में आयोजित चौरसिया दिवस सम्मेलन में समाज के विकास पर हुई चर्चा, नागपंचमी को चौरसिया दिवस घोषित करने की उठी मांग

राजस्थान में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मामले, नमूनों को जांच के लिए भेजा गया

प्रधानमंत्री आवास योजना से बने रहे मकान के निमार्ण कार्य को रोका, महिला से की मारपीट

डीबी में बंधक बनाकर 50 हजार नगद समेत चार लाख की डकैती

सिधवलिया की खबरें :झंझवा गांव में सोमवार की रात्रि  युवक की संदिग्ध अवस्था में  हो गई मौत 

Leave a Reply

error: Content is protected !!