दिनदहाड़े अधिवक्ता को बाइक सवार बदमाशों ने मारी गोली.
सुपौल में जेल के बाहर बैरक से मिली 15 बोतल शराब.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के मुंगेर में बाइक सवार अपराधियों ने दिन दहाड़े सेफ जोन कहे जाने वाले मुंगेर किला के दक्षिणी गेट पर एक अधिवक्ता को गोली मार दी। अधिवक्ता अपनी बाइक से घर आ रहे थे। घटना के दौरान उनका भांजा साथ था। अधिवक्ता के गले में गोली लगी है। उन्हें गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया है। घटना को लेकर जमीनी विवाद होने का शक है।
बताया गया है कि जमालपुर के वलीपुर में रहने वाले अधिवक्ता रोजाना की तरह शनिवार को कोर्ट गए थे। शाम के पांच बजे के करीब वे अपने मुहल्ले के भांजे आफताब आलम के साथ बाइक पर पीछे बैठकर अपने घर वापस आ रहे थे। इसी क्रम में पहले से घात लगाए बाइक सवार अपराधियों ने जान से मारने की नियत से उनपर पीछे से गोली चलाई।
गोली उनकी गर्दन में फंस गई। इस कारण वे बेहोश होकर बाइक से नीचे गिर गए। गोली चलते ही बाइक भी अनियंत्रित हो गई और अधिवक्ता का भांजा नीचे गिर गया। घटना के प्रत्यक्षदर्शी आफताब का कहना है कि गोली की आवाज से उन्हें पहले लगा कि शायद बाइक पंक्चर हो गई है। लेकिन पीछे देखा तो मामा मोहम्मद मंजर की गर्दन झुकी हुई थी और वे नीचे गिर रहे थे।
इस कारण बाइक अनियंत्रित हो गई और वे भी नीचे गिर गए। उन्होंने बताया कि गोली मारने वाले अपराधी तीन बाइक पर सवार थे। उन्होंने केवल एक गोली चलाई जो मामा की गर्दन पर लगी। इसके बाद वे सोझी घाट की तरफ भाग गए। वहीं एक्सरे रिपोर्ट में पता चला है कि गोली उनकी गर्दन में फंसी हुई है।
डॉक्टर का कहना है कि उनकी हालत गंभीर थी। बेहतर इलाज के लिए उन्हें पटना रेफर कर दिया गया है। इस मामले पर विधिक संघ के पूर्व अध्यक्ष अमर कुमार सिन्हा ने कहा कि नीतीश के शासनकाल में अपराध बढ़ा है। अपराधी बेखौफ हैं। अपराधी बाइक सवार अधिवक्ता को गोली मारकर भाग जाते हैं। हमारी मांग है कि पुलिस 24 घंटे में इस मामले का खुलासा करे।
बिहार के सुपौल जिले में जेल के बाहर बने सिपाही के बैरक से शुक्रवार की रात पुलिस ने 15 बोतल नेपाली शराब बरामद किया है। पुलिस ने मौके से ही नशे में धुत्त एक सिपाही और एक हवलदार को भी गिरफ्तार किया।
जानकारी अनुसार पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि जेल गेट के बाहर बने बैरक में कुछ सिपाही बाहर से शराब मंगाकर पी रहे हैं। इसके बाद रात लगभग दस बजे एएसआई मो. साहिद पुलिस बल के साथ जेल गेट के बाहर बने बैरक के विभिन्न कमरों की तलाशी ली। इस दौरान एक कमरा में जेल का हवलदार अशोक कुमार के पास से एक झोले में 15 बोतल नेपाली शराब बरामद हुआ। इसी बैरक में एक सिपाही नशे में धुत्त मिला।
पुलिस ने शराब को जब्त कर दोनों को थाना ले आई। उनका अनुमंडल अस्पताल में मेडिकल जांच कराया गया तो शराब पीने की पुष्टि हुई। थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यालय से मिली गुप्त सूचना पर छापेमारी की गई। गिरफ्तार हवलदार और सिपाही के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नशे में धुत्त दोनों जेल के सिपाही के पकड़े जाने के बाद पुलिस पर मामले को रफा दफा करने दवाब था। लेकिन पुलिस ने इन बातों को नजर अंदाज करते हुए दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेज दिया।
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