पाठ्यक्रमों में शामिल हो डॉ मुखर्जी, पं उपाध्याय व श्री वाजपेयी की जीवनी

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

केंद्रीय शिक्षा विभाग से लेकर राज्य शिक्षा विभाग तक के पाठ्यक्रमों में प्रखर राष्ट्रवादी डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी, एकात्म मानववाद के प्रवर्तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय और राष्ट्र पुरुष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की जीवनी शामिल की जाय। साथ ही,उनके जीवन पर आधारित संस्मरण और उके व्याख्यान को पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए। यह मांग बीजेपी नेता दिलीप कुमार सिंह ने सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के माध्यम से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्य शिक्षा मंत्रियों से की है। उन्होंने कहा कि ऐसे महापुरुषों का इतिहास और सामाजिक उपलब्धियों को सरकारी स्कूल- कालेजों के पाठ्यक्रमों के साथ ही प्राइवेट स्कूलों में भी शामिल करना चाहिए,ताकि आज की पीढ़ी उनके जीवन दर्शन को समझ सके। डॉड श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के देश के लिए किए गए योगदान से नयी पीढ़ी परिचित हो सके।

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