महावीरी विजयहाता में धूमधाम से मनाई गई महान गणितज्ञ रामानुजन की जन्मजयंती
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):
आज स्थानीय महावीरी सरस्वती विद्या मंदिर, विजयहाता में विश्वप्रसिद्ध, महान भारतीय गणितज्ञ, श्रीनिवास आयंगर रामानुजन की जन्मजयंती का भव्य आयोजन किया गया । इस अवसर पर छात्र – छात्राओं के बीच चित्रकला, प्रदर्श (मॉडल), प्रश्नमंच (क्विज) तथा भाषण की प्रतियोगिताओं सहित अन्य कार्यक्रम भी किए गए। दर्शकों के बीच वैदिक गणित द्वारा त्वरित गणना का प्रायोगिक प्रदर्शन भी किया गया जिस पर उनमें विस्मय और प्रशंसा देखी गई। इन आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया।
विद्या भारती की राष्ट्रीय गणित प्रतियोगिता में गणित प्रयोग विषय में प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तर बिहार प्रांत में एक नया इतिहास रचने वाले भैया प्रियांशु कुमार का उनकी इस रिकॉर्ड उपलब्धि के लिए प्रबंधकारिणी समिति द्वारा विशेष उल्लेख किया गया। विद्यालय में पधारे विशिष्ट अतिथियों ने श्री रामानुजन के जीवन-दर्शन पर आयोजित एक भव्य सेमिनार का भी उद्घाटन किया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने श्री रामानुजन के एक से बढ़कर एक अनोखे आविष्कारों पर विस्तृत चर्चा की और देश के लिए उनके अतुल्य योगदान को नमन किया।
विद्यालय के सचिव ओमप्रकाश दुबे एवं कोषाध्यक्ष पारसनाथ सिंह ने दीप-प्रज्ज्वलन के पश्चात् सेमिनार को क्रमशः संबोधित करते हुए रामानुजन के अतुल्य योगदान पर तथ्यात्मक प्रकाश डालते हुए उनसे नवाचारों एवं कार्यानुशासन की शिक्षा लेने पर जोर डाला। उन्होंने उनके कुछ सूत्रों की चर्चा भी की। विद्यालय के गणित विषय-प्रमुख आचार्य राजेश कुमार तिवारी ने कहा कि श्री रामानुजन ने जीवन की विपरीत परिस्थितियों में भी गणित के क्षेत्र में जो योगदान दिया, उसकी जितनी सराहना की जाय, कम है।
रामनाथ सिंह ने श्री रामानुजन की चर्चा करते हुए कहा कि इन्हें गणित विषय का कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं मिला था, फिर भी इन्होंने विश्लेषण एवं संख्या-सिद्धांत के क्षेत्रों में गहन योगदान दिया। उन्होंने गणित के क्षेत्र में अपने परिचय को वस्तुतः भारत का परिचय बताया। आचार्य पंकज सिंह ने एक कथा द्वारा बताया कि रामानुजन ने ही सारी दुनिया को ‘इनफिनिटी’ की अवधारणा से परिचित कराया।
इस अवसर पर गणित विषय के अन्य आचार्यों – विजय श्रीवास्तव, चंदन तिवारी, अनामिका पांडेय, राकेश वर्मा आदि के अतिरिक्त प्रवीण चन्द्र मिश्र, योगेन्द्र राय, सुभाष सिंह, सत्येन्द्र सिंह, मनोज सिंह, संतोष सिंह, सरोज मिश्र, श्रीमती सन्नी पांडेय, आदि ने भी अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए एवं कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाई। मंच-संचालन का दायित्व कुमारी मोनिका के नेतृत्व में बहनों ने कुशलतापूर्वक निभाया। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ आशुतोष पांडेय ने कहा कि श्री रामानुजन ने अपने प्रतिभा एवं लगन से न केवल गणित के क्षेत्र में अद्भुत आविष्कार किये, वरन वैश्विक गणित-विज्ञान मंच पर भारत को ने भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन की प्रशंसा की है।
यह भी पढ़े
सिधवलिया की खबरें : जलालपुर में 25 दिसंबर से होगा अखंड अष्टयाम
अमृतफल आंवला है प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ उपहार,कैसे?
दरवाजा खोलिए” बोलकर लाखों लूट ले गए अपराधी, बुजुर्ग दंपती ताकते रहे मुंह
पटना में मिले दो कोरोना पॉज़िटिव मरीज़, किया गया होम आइसोलेट