बिहार का माहौल बिगाड़ना चाहती है भाजपा-तेजस्वी यादव
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने रामनवमी पर बिहारशरीफ और सासाराम में हुई हिंसा पर बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि इस घटना की जांंच चल रही है, जो भी इस सबमें शामिल हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। किसी को भी छोड़ा नहीं जा रहा है।
मीडियाकर्मी ने जब तेजस्वी यादव से पूछा कि भाजपा गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर पक्षपात का आरोप लगा रही है तो इसपर उन्होंने कहा कि किसी प्रकार का कोई पक्षपात नहीं किया जा रहा है। हिंसा में शामिल किसी भी अराजक तत्व को बख्शा नहीं जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि जब से हिंसा हुई है तब से सभी चीज़ों पर लगातार नजर बनी हुई है। इससे पहले तमिलनाडु के मामले में भी बड़ी योजना बनाई गई थी और माहौल बनाया गया था।
बिहारशरीफ में अबतक ये हुई कार्रवाई
31 मार्च को शोभायात्रा में हुए उपद्रव के दौरान शहर में हुई हिंसा के आठ आरोपितों ने तो पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया था। लेकिन सोमवार को नौवें आरोपित सोहसराय थाना क्षेत्र निवासी रंजन कुमार ने कुर्की होने से पहले स्थानीय थाना में सरेंडर कर दिया। एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि अब तक कुल 141 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
मास्टर माइंड तक पहुंचने में जुटी एसआईटी
डीएसपी मुख्यालय ममता प्रसाद के नेतृत्व में एसआईटी टीम मास्टर माइंड तक पहुंचने में जुटी है। सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल लोकेशन को खंगाला जा रहा है।
पूरे घटनाक्रम में कई सफेदपोश की भी भूमिका की जांच की जा रही है। वॉट्सऐप ग्रुप व फेसबुक पर पुलिस की विशेष निगाह है। बता दें कि रविवार को आर्थिक अपराध इकाई पटना की टीम ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
जिस दिन से नीतीश ने बीजेपी को सरकार से अलग किया है, उस दिन से बीजेपी हर मौके पर जानबूझकर कोशिश करती है कि सामाजिक ध्रुवीकरण करे. चूंकि इस देश में हिन्दू 80 प्रतिशत और मुस्लिम 17 प्रतिशत हैं और इन दोनों के बीच कोई मुकाबला नहीं हो सकता. चाहे शिक्षा हो या आबादी या फिर ताकत. लेकिन देश में आबादी के हिसाब से नंबर वन और टू यही दोनों हैं, तो इनको लड़ाने और भड़काने की साजिश की जाती है.
इससे दोनों तरफ के ग़लत लोगों को प्रोत्साहन मिल जाता है. ये एकतरफा प्रोत्साहन नहीं है. दूसरी तरफ के ग़लत लोगों को भी बढ़ावा मिल जाता है. जो इस तरह के दंगों को भड़काते हैं, वो दोनों तरफ के लोगों का इस्तेमाल इस तरह के काम के लिए करते हैं. इससे राज्य, देश और समाज का ही माहौल खराब करते हैं.
ये बात तो सही है कि राज्य के प्रशासन को चौकन्ना रहना चाहिए, लेकिन यहां साजिश हो रही है.बंगाल में भी ममता बनर्जी के खिलाफ कौन लोग हैं, ये सब लोग जानते हैं. इन जगहों पर दंगा फैलाने वाले लोगों को समाज में प्रतिष्ठा मिल रही है.
बिहार में मुख्य रूप से दो जगह बिहारशरीफ और सासाराम, बंगाल में, राजस्थान में ये कोशिश हुई है. इस कोशिश में स्थानीय लोगों का इस्तेमाल किया गया है. दोनों तरफ के एंटी सोशल एलिमेंट हैं, जिनको प्रोत्साहन देकर इस तरह के दंगों को अंजाम दिया जाता है.
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