लोहार समाज जाति आधारित गणना का करेंगे बहिष्कार
मूल लोहार जाति को कमार व कर्मकार की उपजाति बताकर सरकार कर रही है अपमानित
1930 से ही खतियान व अन्य दस्तावेज में वर्णित है लोहार
कमार-कर्मकार व लोहारा- लोहरा को ग़लत तरीके से गढ़ा गया है काल्पनिक
श्रीनारद मीडिया‚ चंद्रशेखर‚ छपरा (बिहार)
छपरा. शहर के नेहरू चौक स्थित कम्युनिटी हॉल में लोहार कल्याण समिति के तत्वधान में आयोजित बैठक में लोहार समाज के लोगों ने जाति आधारित गणना का बहिष्कार करने की घोषणा की. अध्यक्षता लोहार कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष द्वारिका शर्मा ने की. लगभग 4 घंटे तक चली इस बैठक में लोगों ने एक दूसरे के विचार सुने और आपसी सहमति बनाकर गणना का बहिष्कार करने का निर्णय लिया.
लोहार समाज के नेता सुरेश शर्मा ने कहा कि पिछले 3 अप्रैल को गर्दनीबाग में पूरे बिहार के लोहार समाज ने धरना प्रदर्शन कर जाति आधारित गणना 2023 में लोहार जाति का गणना करने के लिए अलग कोड निर्धारित कर गणना कराने की मांग की थी, लेकिन इस पर पहल नहीं किया गया. विधानसभा में भी प्रतिनिधियों ने आवाज उठाया, लेकिन उसे भी दबा दिया गया.
जिला अध्यक्ष द्वारिका शर्मा ने कहा कि बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग के पत्रांक -28/जा०ग० 4-01/2022 सा०प्र० 4713 दिनांक 09/03/2023 के कालम -10 Q 8 जाति में सरकार द्वारा जाति में निदेश दिया गया है कि बिहार राज्य में निवास करने वाले सभी जातियों के लिए कोड डायरेक्ट्री में विकल्प व कोड का उल्लेख है.
कोड डायरेक्ट्री में मात्र मूल जातियों का उल्लेख है और किसी भी परिस्थिति में किसी व्यक्ति के उप जाति का उल्लेख या गणना नहीं किया जायेगा, लेकिन कोड डायरेक्ट्री में मूल जाति लोहार को कमार के उपजाति के रूप में कोड संख्या -14 पर अंकित कर दिया गया है, जो बिल्कुल गलत है. कारण कि लोहार मूल जाति है.
बिहार में कमार की उप जाति नहीं है. वर्ष 1930 से ही पूरे बिहार के रैयती जमीन के खतियान में कौम जाति लोहार अंकित है. कहीं भी कमार का उल्लेख नहीं है. बिहार सरकार द्वारा अनुग्रह नारायण सिन्हा समाज अध्ययन संस्थान द्वारा कराये गये शोध पत्र (एथनोग्राफी रिपोर्ट) के निष्कर्ष में यह लिखा हुआ है कि बिहार में लोहार जाति ही पाई जाती है. कमार जाति बिहार में नहीं है. यहां बोल-चाल की भाषा में लोहरा या लोहारा कहा जाता है.
इस मामले को बिहार विधानसभा में विधायक गायत्री देवी ने भी पिछले दिनों उठाया था. बैठक में दीपक शर्मा, डॉ एके शर्मा, डॉ नगेंद्र शर्मा, बबलू कुमार पांडे, मंटू शर्मा, स्वामीनाथ शर्मा, त्रिलोकी नाथ शर्मा, उमा नाथ शर्मा, शंभू शर्मा व अन्य मौजूद थे.
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