डीएम और डीईओ के आदेश को नहीं मान रहे है महाराजगंज‚ रघुनाथपुर के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान(बिहार)
नियोजित शिक्षकों को लेकर जिले के शिक्षा पदाधिकारी जितनी सजगता के साथ कार्य करने की ओर ध्यान रखें है वही दूसरी तरफ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना की काग दृष्टि उस हर एक कार्यो पर है जिस से जिले का शिक्षा विभाग पर किसी भी प्रकार का आरोप न लग सके।
सरकार के निदेश का अक्षरशः अनुपालन करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान करने का कार्य प्रारंभ किया ठीक उसके विपरीत दिशा में कार्य करने का काम प्रखंड क्षेत्र के शिक्षा विभाग ने प्रारम्भ कर दिया है।
जिसका ताजा मामला सामने आया है महगाई भते के भुगतान निमित्त जहाँ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने पत्र लिखा वही जिले के महाराजगज व रघुनाथपुर के प्रखंड शिक्षा विभाग ने ठीक उल्टे कार्य कर यह साबित करने का काम किया कि जिले के वरीय पदाधिकारी का निदेश हम माने या न माने इसके लिए हमारी मर्जी।
वही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं कार्यालय कर्मी इस बात पर ध्यान रखें हुए हैं कि नियोजित शिक्षकों को किसी भी तरह आन्दोलित किया जा सके ताकि उनका इस्तेमाल किया जा सके।
उक्त दोनों पदाधिकारियो के पत्र को देखने से यही वजह प्रथमतः उजागर होता है।जिला शिक्षा पदाधिकारी शिक्षको के शिकायत पर संज्ञान लेते हुए स्पस्टीकरण का पत्र दिनाँक 30अक्टूबर को जारी करते है वही जिला के कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना शिक्षको के शिकायत पर भुगतान प्रारम्भ होते ही सम्बंधित से स्पस्टीकरण कर देते है।आखिर ऐसी स्थिति का सामना करना नियोजित शिक्षकों की नियति है । सूत्रों की माने तो इस कार्य में प्रशिक्षण कोषांग में पत्र संख्या 1371दिनाँक24/8/2021में नामित शिक्षको की भूमिका सर्बोपरी है जिससे जिला शिक्षा पदाधिकारी वाकिफ हैं
बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ प्रधान सचिव रामप्रवेश सिंह ने नोडल अधिकारी व सहायक नोडल अधिकारी जिला शिक्षा विभाग से माँग किया है कि पत्र संख्या 1371दिनाँक 24/8/2021व पत्र संख्या1509दिनाँक20/9/2021को सार्वजनिक किया जाय
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