BPSC: शिक्षक अभ्यर्थी तीन से 13 जनवरी तक आपत्ति दर्ज करवा सकते है,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार लीक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के दूसरे चरण क सभी श्रेणियों का परिणाम जारी कर दिया गया है. अभ्यर्थियों की काउंसलिंग प्रक्रिया भी जारी है. इस बीच आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए कुछ जरूरी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है. उन्होंने बताया की अगर BPSC TRE 2.0 के परीक्षाफल से संबंधित किसी अभ्यर्थी को यदि कोई शिकायत है तो व आयोग के पोर्टल पर आपत्ति डर करा सकते हैं. इसके अलावा बीपीएससी ने परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को अपने अपलोड किए गए त्रुटिपूर्ण दस्तावेज में भी सुधार का मौका दिया है.
अतुल प्रसाद ने सोशल मीडिया पर लिखा कि TRE2.0 शिकायत पोर्टल 3-13 जनवरी तक खुला रहेगा. इसके अलावा उन्होंने लिखा कि हम जानते हैं कि शिक्षक भर्ती परीक्षा के कुछ उम्मीदवारों ने अपने दस्तावेज अपलोड करने में गलतियां की हैं. इसे सही करने के अंतिम अवसर के रूप में, हमारा पोर्टल सफल उम्मीदवारों के लिए खुला रहेगा . पहले चरण के शिक्षक भर्ती परीक्षा के अनुपूरक के लिए 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक और दूसरे चरण के सफल अभ्यर्थियों के लिए 3-7 जनवरी तक.
कैसे दर्ज कराएं आपत्ति
अगर किसी अभ्यर्थी को दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के रिजल्ट से संबंधित कोई शिकायत है तो वह अपने डैशबोर्ड पर जाकर अपने यूजरनेम और पासवर्ड से लॉग इन कर 3 से 13 जनवरी तक शपथ पत्र के माध्यम से अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं. बीपीएससी ने कहा है कि किसी अन्य माध्यम से प्राप्त शिकायतें स्वीकार नहीं की जाएंगी.
डॉक्यूमेंट सुधार का भी मौका
पहले चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में सफल जिन अभ्यर्थियों के अपलोड किये गये दस्तावेज त्रुटिपूर्ण हैं. उनकी जगह वे 30 दिसंबर से एक जनवरी तक अपने यूजर आइडी और पासवर्ड से लॉगइन कर दस्तावेज की त्रुटिरहित प्रति आयोग के वेबसाइट पर अपलोड कर सकेंगे. वहीं, दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में सफल हुए ऐसे छात्र जिनके अपलोड किए गए दस्तावेज त्रुटिपूर्ण है या अपठित है. वैसे अभ्यर्थी अपना सही दस्तावेज 3 से 7 जनवरी तक अपलोड कर सकते है.
अपलोड किये गये दस्तावेज की छायाप्रति 100 केबी की होनी चाहिए. दस्तावेज का राजपत्रित अधिकारी द्वारा एटेस्टेड होना आवश्यक है. बीपीएससी ने कहा है कि यह दस्तावेजों को सुधारने का अंतिम अवसर है.
49 अभ्यर्थियों को बीपीएससी ने आजीवन किया डिबार्ड
दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में अपनी जगह पर दूसरे को परीक्षा में बैठाने के कारण बीपीएससी ने 49 अभ्यर्थियों को आयोग के किसी भी परीक्षा में बैठने के लिए आजीवन डिबार्ड कर दिया है.
उच्च माध्यमिक हिंदी का परीक्षा फल संशोधित
बीपीएससी ने दूसरे चरण की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा में उच्च माध्यमिक हिंदी के पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत 26 दिसंबर को जारी किए गए परीक्षा फल को संशोधित किया है. इसमें 31 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. पहले चरण में बीपीएससी से चयनित शिक्षकों में योगदान करने वालों की संख्या एक लाख से पार कर गयी है. दरअसल योगदान देने वाले शिक्षकों की संख्या में यह बढ़ोतरी उनके दस्तावेजों का तेजी से सत्यापन होना है. यह सत्यापन सचिवालय में पिछले सोमवार से ही कराये जा रहे हैं. यह सभी शिक्षक बीपीएससी के प्रथम चरण की विद्यालय अध्यापक परीक्षा में चयनित हुए हैं.
पहले चरण में एक लाख 20 हजार 336 शिक्षकों का हुआ चयन
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग ने पोर्टल पर दर्ज सूची से छूटे शिक्षकों को पटना बुलाकर उनके कागजातों की जांच की है. इसके बाद इन सभी के नाम पोर्टल पर दर्ज कराए गए. इसके बाद यह संख्या एक लाख से अधिक हो गई है. पूर्व में जिलों द्वारा पोर्टल पर दर्ज सूची के अनुसार योगदान करने वालों की संख्या 97 हजार 296 बताई गई थी. इसके बाद विभाग ने एक कमेटी बनाई और छूटे शिक्षकों को पोर्टल पर जोड़ने की कवायद की. मालूम हो कि पहले चरण में बीपीएससी से चयनित शिक्षकों की संख्या एक लाख 20 हजार 336 है.