ऐप पर पढ़ें
चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने गुजरात टाइटंस (जीटी) को हराकर आईपीएल 2023 के फाइनल में एंट्री कर ली है। चेन्नई ने मंगलवार को पहले क्वॉलिफायर में 172/7 का स्कोर खड़ा करने के बाद जीटी को 15 रन से शिकस्त दी। मैच के दौरान एक ऐसी घटना देखने को मिली, जो दुर्लभ है। दरअसल, चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना से 16वां करवाना चाहते थे लेकिन अंपायर ने रोक दिया। पथिराना 8 मिनट से ज्यादा समय तक मैदान से बाहर थे, जिसकी वजह से अंपायर ने ऐसा किया। ऐसे में पथिराना एक तय समय बीतने के बाद ही गेंदबाजी कर सकते थे।
हालांकि, धोनी ने अंपायर के रोकने के बाद दखल दिया। उन्होंने अंपायर से बातचीत की, जिसमें तय समय गुजर गया और पथिराना ने 16वां ओवर किया। धोनी की इस रणनीति से ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ब्रैड हॉग नाराज हैं। उन्होंने अंपायर पर सवाल उठाया है। हॉग ने बुधवार को ट्विटर पर लिखा, ”धोनी ने अपनी मौजूदगी का पूरी तरह से फायदा उठाया और अंपायर्स को 4 मिनट तक उलझाए रखा ताकि पथिराना को गेंदबाजी का मौका मिल सके। अंपायर्स सिचुएशन को कंट्रोल करने के बजाए घटना पर हंस रहे थे, जो काफी नहीं।”
आईपीएल की प्लेइंग कंडीशन के मुताबिक, अगर कोई खिलाड़ी 8 मिनट से अधिक समय तक मैदान से बाहर रहता है तो उसे उतनी देर तक फील्ड पर बिताना होता है, जितना वह बाहर रहा। इसके बाद ही खिलाड़ी को बॉलिंग करने की इजाजत मिल सकती है। पथिराना करीब 9 मिनट तक फील्ड से बाहर थे। नियम के अनुसार, पथिराना को कुछ मिनट और इंतजार करना था लेकिन जब अंपायर ने उन्हें गेंदबाजी करने से रोका, तब धोनी और अन्य खिलाड़ियों ने इस मामले में पर अंपायर से चर्चा की। मैच तकरीबन 4 मिनट तक रुकने के बाद शुरू हुआ।