ब्रह्माकुमारीज ने क्लिप और झांकी के माध्यम से नशा मुक्ति के लिए किया जागरूक
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।कुरुक्षेत्र, :
स्वयं परिवर्तन से विश्व परिवर्तन संभव : नशा मुक्ति अभियान रथ यात्रा में दिया संदेश।
ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय
माउंट आबू से चली नशा मुक्ति अभियान रथ यात्रा का धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के विश्व शांति धाम में पहुंचने पर केंद्र प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज दीदी के नेतृत्व में भव्य स्वागत किया गया। यहां राजयोगिनी सरोज दीदी के मार्ग दर्शन में यह रथ यात्रा विभिन्न स्कूलों, कालेजों, गांवों में जन-जन को जागृत करने के उद्देश्य से सेवा कार्य करेगी। इसी मुहिम के तहत राजकीय उच्च विद्यालय दबखेड़ी में पहुंचने पर बच्चों ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत अभिनंदन किया। बी.के विद्या बहन ने बताया कि छोटे-छोटे प्रयास ही मिल कर बड़ा कार्य करते हैं। एक व्यक्ति बदलेगा, तो परिवार बदलेगा। परिवार से समाज, समाज से राष्ट्र और राष्ट्र से विश्व परिवर्तन होगा। सबसे पहले बच्चों को कुंभकरण की झांकी दिखाई गई, जिसके द्वारा संदेश दिया गया कि पहले हम जागेंगे, फिर औरों को जगाएंगे अर्थात अज्ञानता की नींद से जागने का संदेश दिया। उसके उपरांत एलईडी द्वारा एकता की शक्ति, खाने पीने का गुलाम मन, एकाग्रता, नशीले पदार्थों के दुष्परिणाम आदि विषयों पर छोटे-छोटे क्लिप दिखा कर बच्चों को दुष्परिणामों और फायदों से अवगत कराया गया।
ब्रह्माकुमारी बहन के कहा कि भारत युवा प्रधान देश है, सबको जागृत होना होगा और युवाओं को बचाना होगा। उन्होंने बताया कि तंबाकू जैसे नशीले पदार्थ भारत में सबसे ज्यादा बिकते है और सहजता से प्राप्त हो जाते है। इसके लिए हम सरकार को जिम्मेवार ठहरा नहीं सकते। हमें स्वयं में परिवर्तन लाना होगा, तभी हम औरों को परिवर्तित कर सकते हैं। इसी के साथ हमारे मन में दृढ़ता होगी, तभी कलियुगी दुनिया को सतयुगी दुनिया में बदल सकते हैं। इसी रथ यात्रा पर साधन समय बचाने के लिए है, समय गंवाने के लिए नहीं- लिखे स्लोगन से मोबाइल से दूर रहने का संदेश दिया। बीके विद्या बहन ने बच्चों की उत्सुकता जानने के लिए छोटे-छोटे प्रश्नों के द्वारा उनका परीक्षण किया, तो नन्हे बच्चे परीक्षा में सफल हो गए। बच्चों ने कहा कि हमें नशा नहीं करना चाहिए, मन को शांत रखना चाहिए, पढ़ाई में मन लगाना चाहिए, मन को भगवान के साथ भी लगाना चाहिए और फास्ट फूड से दूर रहने का संकल्प लिया।
ब्रह्माकुमारी विद्या बहन ने राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति करवाते हुए कहा कि परमात्मा की किरणें मनुष्य को शीतलता प्रदान करती है। आनंद, प्रेम, शांति, सुख, शक्ति, पवित्रता की किरणें परमात्मा से ही प्राप्त होती है। बीके सुनीता मित्तल ने शपथ दिला कर बच्चों को दृढ़ संकल्पित किया। अंत में विद्यालय आचार्य कमल बंसल ने हार्दिक धन्यवाद देते हुए कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा इस प्रकार का प्रयास समाज का भविष्य उज्जवल करने के लिए प्रशंसनीय है क्योंकि नशा हमारे समाज को दीमक की तरह खा रहा है और आने वाली पीढ़ी के लिए खतरनाक है। इस अभियान में हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा। इस नशा मुक्ति रथ के द्वारा बच्चों युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और मेडिटेशन से बुरी आदतों से छुटकारा मिलेगा। इस मौके पर प्रधानाचार्य सुरेंद्र भट्टी अपने विद्यालय स्टाफ के साथ मौजूद रहे और ब्रह्माकुमारी संस्था की भूरी भूरी प्रशंसा की। ब्रह्माकुमारीज मुख्यालय माउंट आबू से पधारे रथ यात्रा के संचालक भाइयों ने ईश्वरीय सौगात देकर सभी को सम्मानित किया।
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