जलाशयों में पीड़िया विसर्जित करने के साथ संपन्न हुआ भाई-बहन का व्रत पीड़िया
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
बिहार में पीड़िया व्रत की सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड के ऐतिहासिक यमुनागढ़ स्थित गढ़देवी मंदिर परिसर स्थित जलाशय में पीड़िया दहवाने के साथ आंचलिक व्रत पीड़िया मेला शुक्रवार की भोर में संपन्न हो गया। वहीं बड़हरिया प्रखंड परिक्षेत्र के विभिन्न तालाबों और अन्य जलाशयों में व्रतियों पीड़िया दहवाया।
इस मौके पर हरदियां,लौवान, कोइरीगांवा,कुवहीं, बड़हरिया, पड़रौना, बड़हरिया आदि गांवों से बहनों का पारंपरिक गीत गाता जत्था यमुनागढ़ पहुंचकर पीड़िया दहवाया। साथ ही,ग्रामीण अंचल की लड़कियों ने चिउड़ा,फल और मिठाइयों को आपस में आदान-प्रदान पारण किया और अपना-अपना व्रत तोड़ा। विदित हो कि शुरुआत गोवर्धन पूजा के दिन से ही हो जाती है। गोवर्धन पूजा के गोबर से ही घर के दीवारों पर छोटे-छोटे पिंड के आकार में लोक गीतों के माध्यम से पीड़िया लगायी जाती है।
पीड़िया व्रत बिहार में भाई बहन के प्यार को समर्पित रुद्र व्रत यानि पीड़िया का त्योहार का समापन शुक्रवार की भोर में पीड़िया दहवाने के साथ हुआ। इस त्योहार को खास बनाने के लिए भाई व बहनों ने तैयारी कर रखी है। पौराणिक कथाओं में इसका महत्व प्राचीन काल से ही बताया जाता है।
बोलचाल की भाषा में पीड़िया के नाम से प्रचलित रुद्रव्रत को ज्यादातर लड़कियां ही करती हैं। इस व्रत के माध्यम से अपने भाइयों की खुशहाली, लंबी उम्र, सुख समृद्धि की कामना करती हैं। इसमें रात भर जागकर पीड़ियों के गीतों के माध्यम से ही पूजा का विधान है।
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