बोलेरो-ट्रक की टक्कर में बहनोई व साले की मौत; 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

बोलेरो-ट्रक की टक्कर में बहनोई व साले की मौत; 4 बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में लौरिया-बेतिया पथ में ब्लॉक चौक से सौ मीटर की दूरी पर बोलेरो व ट्रक की टक्कर में चचेरे बहनोई ललटू प्रसाद (32) व साले राजकुमार पटेल (18 ) की मौत हो गयी। जबकि ललटू का अपना साला जितेंद्र पटेल (25) गंभीर रूप से जख्मी हो गया। घटना शुक्रवार की रात नौ बजे के करीब की है।

एसपी उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि नौतन के धूमनगर कुर्मी टोला निवासी दारोगा प्रसाद के पुत्र ललटू पटेल व लौरिया के परसा मठिया निवासी प्रमोद पटेल के पुत्र की हादसे में मौत हो गई है। घायल जितेंद्र पटेल परसा मठिया निवासी बन्हू पटेल का पुत्र है। उसकी पुत्री अनिता देवी की शादी ललटू पटेल से 15 साल पहले हुई थी। दुर्घटनाग्रस्त ट्रक व बोलेरो को लौरिया थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने जब्त कर लिया है। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के हवाले कर दिया गया है।

जीएमसीएच में घायल जितेंद्र का इलाज करा रहे उनके पिता बन्हू ने बताया कि शुक्रवार की शाम दामाद ललटू प्रसाद मेरे घर मठिया पहुंचे थे। लगभग आठ बजे दामाद ने बोलेरो की चाबी मांगी, कहा कि लौरिया से घूमकर आते हैं। दामाद के साथ गाड़ी में मेरा बेटा जितेंद्र व चचेरे भाई का बेटा राजकुमार पटेल भी बैठ गए। देर रात में अस्पताल से फोन आया कि हादसा हुआ है जल्दी पहुंचिए।

लौरिया थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर प्रत्यक्षदर्शियों ने मुझे जानकारी दी कि बोलेरो में सवार लोग बेतिया से लौरिया की तरफ जा रहे थे। इन लोगों ने एक गाड़ी को ओवरटेक किया, तभी लौरिया से बेतिया की तरफ जा रहे ट्रक से सामने से टक्कर हो गई। घटनास्थल पर ही ललटू की मौत हो गई। राजकुमार की मौत लौरिया रेफरल अस्पताल से बेतिया ले जाने के क्रम में हुई। वही जितेंद्र पटेल जीवन व मौत से जूझ रहा है।

ओवर टेक करने से गई दोनों की जान

ललटू प्रसाद शुक्रवार शाम छह बजे ससुराल लौरिया के परसा मठिया गांव पहुंचे। ससुराल में कुछ देर रहने के बाद उन्होंने ससुर बन्हू पटेल से बोलेरो की चाबी मांगी। उसके साथ बोलेरो में जितेन्द्र और चचेरा साला राजकुमार भी सवार हो गए। वे लोग गांव से निकले और बेतिया-लौरिया पथ में घुसे। वहां से सड़क अच्छी और चौड़ी है। बोलेरो ललटू प्रसाद ही चला रहे थे। लौरिया ब्लॉक से सौ मीटर पहले ललटू ने आगे जा रही तेज रफ्तार गाड़ी से साइड लेने के लिए ओवरटेक किया। इसके लिए बोलेरो की स्पीड बढ़ा दी। गाड़ी को ओवरटेक कर जैसे आगे निकले तभी सामने ट्रक दिखा। ब्रेक लगाकर बोलेरो को रोकने की कोशिश की लेकिन तेज रफ्तार होने के कारण ब्रेक नहीं लगा। जोरदार आवाज के साथ ट्रक से बोलेरो की टक्कर हो गई। बोलेरो के आगे का हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। आवाज सुनकर आसपास के लोग दौरे और बोलेरो में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास शुरू कर दिया।

शव व घायलों को निकालने में उठानी पड़ी परेशानी

ग्रामीणों ने रात में ही लौरिया पुलिस को दुर्घटना की जानकारी दी। लौरिया पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो में आगे की सीट पर गाड़ी चला रहे ललटू प्रसाद तथा उनके बगल में बैठे राज कुमार पटेल फंसे हुए है। जबकि पीछे बैठे जितेन्द्र पटेल की स्थिति गंभीर है। थानाध्यक्ष ने लौरिया रेफरल अस्पताल के प्रभारी को फोन कर तुरंत घटनास्थल पर एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम को बुलवा लिया। मेडिकल टीम, स्थानीय लोग व पुलिस ने मिलकर बोलेरो की अगले सीट पर फंसे दोनों युवकों को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला।

जबकि पिछली सीट पर जख्मी हुए युवक को निकालने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई। तीनों को वहां से लौरिया रेफरल अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने ललटू प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। वहीं राज कुमार पटेल व जितेन्द्र पटेल को बेतिया रेफर कर दिया। बेतिया आते वक्त राज कुमार पटेल की मौत हो गयी। जबकि जितेन्द्र पटेल की स्थिति शनिवार को भी गंभीर बनी हुई है।

दामाद-भतीते की मौत व बेटे के जीवन पर संकट से टूटा परिवार

लौरिया के परसा मठिया निवासी बन्हू पटेल के लिए शुक्रवार का दिन जीवन का सबसे कष्टदायक साबित हुआ। उन्होंने बताया कि मुझे थोड़ी भी आशंका रहती कि कोई घटना घट जाएगी तो बोलेरो की चाबी दामाद को नहीं देते। बोलेरो की चाबी देना मेरे पूरे परिवार के लिए काल साबित हुआ। शनिवार की सुबह जीएमसीएच के पोस्टमार्टम हाउस में उनके दामाद ललटू प्रसाद के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा था। वहीं सी ब्लॉक की तीसरी मंजिल पर इलाजरत उनके पुत्र जितेन्द्र पटेल की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। बन्हू पटेल की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। गर्मी व अपने दामाद के बिछुड़ने गम व बेड पर कराह रहे बेटे को देखकर वे गमगीन थे। गांव की महिलाएं वहां मौजूद थी। उनकी बहू सीमा देवी अपनी तीन छोटी बच्चियों को लेकर लगातार रोये जा रही थी। महिलाएं उन्हें चुप कराने में थी।

ललटू की मौत से चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया

नौतन के धूमनगर कुर्मी टोला निवासी ललटू प्रसाद को तीन बेटे व एक बेटी है। सबसे बड़ा बेटा आशीष (13), आदर्श (11), अंकुश (9) व खुशी (7) की है। शनिवार की दोपहर जब पोस्टमार्टम के बाद ललटू का शव उनके आवास पर पहुंचा तो परिजनों के चीत्कार से पूरा गांव गूंज उठा।

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