सिद्ध पीठ अम्बिका भवानी मंदिर मे अखण्ड ज्योति जलाने से होता है मनोरथ पूर्ण
# चैत्र नवरात्र एवं आश्विन नवरात्रि में अखंड ज्योति जलाने से होती हैं मनोकामना पूरी
श्रीनारद मीडिया‚ मनोज तिवारी‚ छपरा (बिहार)
छपरा । चैत्र और आश्विन नवरात्रि मे अखण्ड ज्योति जलाने से माॅ अम्बिका प्सन्न होती है और भक्तो के मनोरथ पूर्ण करती है।वैसे तो बडे देवी स्थलो मे सालोभर अखण्ड ज्योति जलती रहती है लेकिन नवरात्रि मे इसका विशेष महत्व होता है।अखण्ड ज्योति जलाते वक्त संकल्प कर ” ऊॅ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते।”पढना चाहिए और प्रज्जवलित लौ मे माॅ दुर्गा का ध्यान लगाकर अपनी कामना को मन मे रखना चाहिए।
सारण जिला के प्रसिद्ध सीद्ध पीठ आमी मे नवरात्रि के पावन अवसर पर दर्जनो अखण्ड दीप प्रज्वलित किए जाते है।हलाकि यहाॅ मन्दिर के ईसान कोने मे बाल ब्रम्हचारी बीर बटुकेश्वर द्वारा सालोभर अखण्ड ज्योति प्रज्जवलित कर भक्तो के कल्याणार्थ प्राथना किया जाता है।वे ब्रमहचारी जी जमीन पर ही सभी मौसम मे अखण्ड दीप गृह मे सोते है और दीपक का रक्षा करते है।हलाकि भक्तो के दान मे दिए घी से जलने वाले दीपो की संख्या घटती बढती रहती है।
यहाॅ हर महिनो भक्तो द्वारा अपने परिवार की सुख शान्ति समृद्धि हेतु माॅ को प्रसन्न करने के लिए घी दान दिया जाता है।बीर ब्रम्हचारी ने बताया की मै महा लक्ष्मी,महा सरस्वती व महा लक्ष्मी के निमित तीन दीपक को सदैव जलाये रखने का प्रयास करता हूॅ लेकिन जब घी की आमदनी कम हो जाती है तब दीपक की संख्या घट जाती है।माॅ अम्बिका को पसन्न करने के लिए वे 2001 ईस्वी से लगातार अखण्ड ज्योति जलाये रखते है और माॅ की सेवा मे तल्लीन रहते है। यह जानकारी अवतार नगर निवासी राजेश कुमार तिवारी ने दी है।
यह भी पढ़े
Balia: ब्राह्मण स्वयंसेवक संघ के प्रदेश महासचिव के छोटे भाई की प्रथम पुण्यतिथि सादगी के साथ संपन्न
UPSC टॉपर शुभम कुमार से जानते हैं,P.T एग्जाम में सफलता के मूल मंत्र.