*Buxar Crime: देह व्यापार के मामले में तीनों होटल को प्रशासन ने किया सील, पकड़े गए थे दो दर्जन जोड़े*
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क :
बक्सर, शहर के तीन होटलों में देह व्यापार चलाए जाने की बात सामने आने के बाद इन्हें सील कर दिया गया है। ये तीनों होटल स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास के हैं। सदर एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जल्दी ही अन्य होटलों में भी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह अभियान लगातार चलता रहेगा
आपको बता दें कि प्रशासन इन होटलों को छापेमारी के चौथे दिन सील किया है। इन होटलों से करीब दो दर्जन जोड़ों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा गया था। इस मामले में कुल 21 पुरुषों और दो महिलाओं को जेल भेजा गया है बुधवार को नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्टेशन के पास स्थित तीन होटलों में छापेमारी हुई थी। इससे संबंधित प्राथमिकी महिला थाना में दर्ज की गई है।
घटना के तीसरे दिन शुक्रवार को देर रात तक पकड़ी गई लड़कियों का न्यायालय के समक्ष धारा 164 के तहत बयान दर्ज होता रहा। लड़कियों को कहां रखा जाएगा, इस पर कोर्ट द्वारा अभी कोई निर्णय नहीं सुनाया गया है। होटलों में छापेमारी के चौथे दिन शनिवार को सदर एसडीओ धीरेंद्र कुमार मिश्रा तथा सदर डीएसपी गोरख राम के संयुक्त नेतृत्व में पुलिस का काफिला जैसे ही स्टेशन पर पहुंचा, एक बार फिर छापेमारी की आशंका को लेकर आसपास दहशत मच गई और होटल
संचालकों के पसीने छूटने लगे हालांकि, वाहनों से उतरने के बाद अधिकारी सीधे उन्हीं होटलों में गए, जहां से चार दिन पहले अनैतिक कार्य में लिप्त युवक-युवतियों को पकड़ा गया था। बतौर दंडाधिकारी सदर एसडीओ की मौजूदगी में होटल अनिता, होटल पैराडाइज तथा होटल वैष्णवी को सील कर दिया गया। मौके पर सदर एसडीओ ने बताया कि इस संबंध में सदर डीएसपी द्वारा साक्ष्य मिटाने की आशंका को देखते हुए होटलों को सील किए जाने का अनुरोध किया गया था। क्या तीन दिनों तक साक्ष्य हटाने के लिए मौका दिया गया सवाल यह भी उठता है कि जिस समय होटलों में छोपमारी की गई और तीनों होटलों में अनैतिक देह व्यापार संचालित होते पकड़ा गया, उसी समय तीनों होटलों को क्यों नहीं सील करा दिया गया? जबकि तब घटनास्थल पर स्वयं सदर एसडीओ मौजूद थे और छापेमारी की पूरी कार्रवाई उनकी मौजूदगी में की गई।
यह सवाल उठ रहा है कि होटल वालों ने चार दिनों तक मौका मिलने के बाद भी क्या साक्ष्य छोड़ रखे होंगे इस संभावना को स्वीकार करते सदर एसडीओ ने भी माना कि निश्चित तौर पर इन चार दिनों में साक्ष्य मिटाए जा सकते हैं। उनका कहना था कि शुक्रवार की रात सदर डीएसपी ने उनसे होटल सील करने का अनुरोध किया और सुबह होते ही उन्होंने कार्रवाई पूरी कर दी है। इसमें देरी क्यों हुई, इसके बारे में वह कुछ भी बताने में असमर्थ हैं।