बिहार में जमीन की खरीद-बिक्री करना हुआ आसान,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में जल्द ही 11 नए निबंधन कार्यालय खोले जाएंगे। इसमें सर्वाधिक तीन नए निबंधन कार्यालय पटना जिले में स्थापित होंगे। इसमें फतुहा, बिहटा और संपतचक शामिल हैं। इसके अलावा बक्सर के डुमरांव, बेतिया के रामनगर और हाजीपुर के पातेपुर आदि में भी नए निबंधन कार्यालय खोले जाएंगे। इसके अलावा पांच अन्य कस्बों में भी निबंधन कार्यालय खुलेंगे जिनके नामों पर जल्द ही अंतिम मुहर लग जाएगी। निबंधन विभाग ने इस बाबत तैयारी पूरी कर ली है, जल्द ही अंतिम मुहर भी लग जाएगी।
निबंधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2021-22 में निबंधन विभाग ने 5215 करोड़ रुपये का रिकार्ड राजस्व अर्जित किया है। इसमें छोटे-छोटे निबंधन केंद्रों की बड़ी भूमिका रही। इतना ही नहीं, निबंधित दस्तावेजों की संख्या भी 12 लाख को पार कर गई है। राज्य में 26 जिले ऐसे रहे जहां लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्त हुआ। इस दौरान कई इलाके ऐसे चिह्नित किए गए जहां जमीन-फ्लैट आदि के निबंधन की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। ऐसे में राज्य सरकार ने नए निबंधन कार्यालय खोलने का निर्णय लिया है। इस वित्तीय वर्ष में निबंधन विभाग का राजस्व भी बढ़ाकर 5500 करोड़ कर दिया गया है। इसे पाने में नए निबंधन कार्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
मिलेगी सहूलियत, बढ़ेगा राजस्व
नए निबंधन कार्यालय खोलने से संबंधित इलाकों के लोगों को सहूलियत तो मिलेगी ही राज्य सरकार का राजस्व भी बढ़ेगा। उदाहरण के लिए, पटना के बिहटा, फतुहा और संपतचक इलाके सर्वाधिक तेजी से विकसित हो रहे हैं। यहां जमीन की कीमतें तो आसमान छू ही रहीं, नए अपार्टमेंट भी बन रहे। अभी तक यहां के लोगों को निबंधन कराने के लिए पटना सिटी, पटना सदर या दानापुर आना होता था मगर अब नजदीक ही निबंधन हो सकेगा। नए निबंधन कार्यालय खुलने से पुराने निबंधन कार्यालयों पर दबाव भी कम होगा। इसी तरह बक्सर का डुमरांव अनुमंडल काफी पुराना इलाका रहा है। यहां भी लंबे समय से निबंधन कार्यालय खोलने की मांग की जा रही थी।
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