फर्जी प्रोफाइल बनाकर शख्स युवतियों से करता है दोस्ती, फिर कहीं का नहीं छोड़ता…
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
क्राइम ब्रांच की साइबर विंग ने एक मेट्रिमोनियल वेबसाइट के माध्यम से दोस्ती कर लोगों के साथ लाखों रुपये की ठगी करने के मामले का पर्दाफाश किया है। मामले में पुलिस ने एक नाइजीरियन युवती सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एएसपी जोन-एक, अंकित जायसवाल ने बताया कि ईटखेड़ी क्षेत्र में रहने वाली 27 वर्षीय युवती अहमदाबाद में नौकरी करती है। उसने शिकायत में बताया था कि मेट्रिमोनियल वेबसाइट जीवन साथी डॉट कॉम के जरिए नवंबर 2020 में उसकी पहचान अलीका इशोमा से हुई थी। उसने अपना परिचय विदेशी पायलट के रूप में दिया था। अलीका उस युवती से विदेशी फोन नंबर के जरिए वॉट्सएप चैटिंग और कॉल करता था। दोस्ती बढ़ने पर अलीका ने कहा कि वह भारत में शिफ्ट होना चाहता था। वह अपना लगेज भेज रहा है। युवती उसके झांसे में आ गई।
पेनाल्टी के नाम पर सवा लाख ठगे
कुछ दिन बाद युवती के पास अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। उसने स्वयं को जनता कोरियर सर्विस दिल्ली का कर्मचारी बताते हुए उसके नाम लगेज आने की बात कही। फोन करने वाले ने युवती से लगेज का कस्टडी चार्ज और पेनाल्टी चार्ज के नाम पर सवा लाख रुपये दो बैंक खातों में जमा करा लिए। इसके बाद भी जब लगेज नहीं पहुंचा तो युवती ने अलीका को फोन किया, लेकिन अलीका ने युवती का फोन रिसीव करना बंद कर दिया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज मामले की जांच शुरू की।
आंध्रप्रदेश, तेलंगाना में भी दिया वारदात को अंजाम
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपित जीवन साथी डॉट कॉम, डायवगसी डॉट कॉम एवं अन्य मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवतियों से दोस्ती करता है। वह विदेश से गिफ्ट और लगेज भेजने के नाम पर युवतियों से कस्टडी चार्ज और पेनाल्टी चार्ज के रूप में रपये वसूल करता था। उसने आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, अरणाचल प्रदेश आदि राज्यों में इसी तरह से ठगी की है।
डेढ़ साल से संपर्क में थी महिला
मामले की सह आरोपित थरमावी विधवा है और दिल्ली में कपड़े बेचने का काम करती है। डेढ़ साल पहले उसका संपर्क अलीका इशोमा से हुआ था। उसने थरमावी को कमीशन का लालच दिया। इस पर थरमावी ने उसे 12 बैंक खाते अलग-अलग बैंकों में उपलब्ध करवा दिए। इन खातों में ठगी की राशि आती थी। पुलिस ने आरोपित थरमावी के खातों से चार लाख 66 हजार रपये ब्लॉक करा दिए हैं।