सीवान में पुलिस बनकर लूटी कार, लोगों ने पीछा किया तो गाड़ी छोड़कर भागे,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान जिले में नौतन थाना क्षेत्र के जगदीशपुर हनुमान मंदिर के समीप होली की पूर्व संध्या पर नकली पुलिस बनकर अपराधियों ने स्विफ्ट डिजायर कार लूट ली और मीरगंज थाना क्षेत्र की तरफ फरार हो गए। जब इस घटना की सूचना ग्रामीणों को मिली तो सैकड़ों ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर अपराधियों की तरफ दौड़ पड़े और उन्हें चारों तरफ से घेर लिया।
मॉब लिंचिंग का शिकार होने के डर से अपराधी स्विफ्ट डिजायर कार घटनास्थल से करीब 2 किलोमीटर दूर छोड़कर जैसे तैसे भाग खड़े हुए। बाद में ग्रामीणों ने कार अपने कब्जे में कर ली और यात्री को कार सौंप दिया। आश्चर्य है कि यह सब कुछ हुआ लेकिन इस घटना का जिक्र ना तो नौतन पुलिस ने किया है और ना ही मीरगंज पुलिस ने। इस मामले में किसी थाने में आवेदन भी नहीं है। कार में सवार लोग कौन थे इसके बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है।
नौतन थाना प्रभारी अरविन्द कुमार का कहना है कि घटना की जानकारी है। वाहन मीरगंज थानाक्षेत्र में अपराधी छोड़कर भागे हैं, इसलिए वह इसमें कुछ भी नहीं कर सकते हैं। आवेदन मिलेगा तो इस मामले में प्राथमिकी करेंगे। उन्होंने कहा कि गोपालगंज जिले की पुलिस अक्सर सिविल ड्रेस में थाना क्षेत्र में घुसकर वाहन चेकिंग करती है।
7 मार्च की शाम में हो रही थी वाहन चेकिंग और शराब तस्करों की जांच
जगदीशपुर हनुमान मंदिर के समीप 7 मार्च के सामने सिविल ड्रेस में कुछ पुलिसकर्मी वाहनों की जांच कर रहे थे और शराब तस्करों को तलाश रहे थे। बताते हैं कि इसी दौरान स्विफ्ट डिजायर में सवार होकर कुछ यात्री है जिनको लोगों ने रोक लिया और उनकी कार लेकर खुद ड्राइव करते हुए वे फरार हो गए।
जब कार चालक ने शोर मचाया तो आसपास के ग्रामीण इकट्ठा हो गए और भाग रहे बदमाशों को दौड़ाना शुरू कर दिया। बताते हैं कि बदमाशों ने पहले अपने आपको मीरगंज थाना की पुलिस बताया। मीरगंज थाना की पुलिस बताने वाले बदमाश सभी सिविल ड्रेस में थे। घटना 7 मार्च शाम करीब 4:00 बजे की है।
यूपी की ओर से आ रही थी कार
कार में सवार सभी लोग उत्तर प्रदेश की तरफ से आ रहे थे। बदमाशों ने उन्हें रोककर चेक किया और सबको गाड़ी से उतर जाने के लिए बोला। जब चालक नहीं उतरा तो बदमाशों का क्रोध भर गया और उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी।
ग्रामीणों का कहना है कि इसके बारे में गोपालगंज
ग्रामीणों का कहना है कि इसके बारे में गोपालगंज एसपी को भी कई बार बताया गया है लेकिन वह भी इस मामले में कोई एक्शन नहीं लेते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब मीरगंज पुलिस के अंदाज में जांच करने के बहाने लूट की घटना को अंज़ाम दिया गया हो। जनवरी 2021 में भी बाहर से मजदूरी करके लौट रहे दो मजदूरों से जांच करने के बहाने अपराधियों ने नकदी, मोबाइल फोन एवं उनके कागजात आदि लूट लिया था।
मीरगंज थाना क्षेत्र के मौजे भगवानपुर के समीप ग्रामीणों ने पकड़ी कार
मीरगंज थाना क्षेत्र के मौजे भगवानपुर के समीप लोगों ने उक्त वाहन को रोक लिया। वहीं लोगों से घिरता महसूस होने पर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। इसके बाद वाहन स्वामी और उसके चालक वहां पहुंचकर वाहन लेकर चले गए। फिलहाल लोगों द्वारा इस घटना का कारण मीरगंज पुलिस की कार्यशैली मान रहे हैं।
कहते हैं ग्रामीण-मीरगंज थाने की पुलिस आए दिन शराब के नाम पर उगाही का धंधा करती
सीमावर्ती ग्रामीणों के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के जगदीशपुर सिसवाॅं एवं बसदेवा गांव तक गोपालगंज जिले के मीरगंज थाने की पुलिस आए दिन शराब के नाम पर उगाही का धंधा करती रहती है। कई बार मीरगंज पुलिस ने सिसवां गांव से झरही नदी की ओर जाने वाले रास्ते से शराबियों को गिरफ्तार भी किया है और उनके एफआईआर में घटनास्थल मीरगंज थाना क्षेत्र के एकडंगा गांव दर्शाती है।
- यह भी पढ़े………………
- शादी से इंकार करने पर मां बेटी को चाकू मारकर किया घायल
- ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 480 रन पर ऑलआउट,अश्विन को 6 विकेट मिले.
- मातृ-शिशु देखभाल, ओपीडी व इमरजेंसी सेवाओं में बेहतरी को ले आवश्यक कदम उठाने के लिए दिशा-निर्देश: