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पहले हम आदतें बनाते हैं और उसके बाद आदतें हमें बनाती है,कैसे?

पहले हम आदतें बनाते हैं और उसके बाद आदतें हमें बनाती है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आदतों के बारे में जेम्स क्लियर की प्रसिद्ध पुस्तक ‘‘एटामिक हैबिट्स’’ में आदत की व्याख्या उस व्यवहार के रूप में की गई है, जो कमोबेश अपने आप यानी आटोमेटिक तरीके से होती चली जाती है। तंत्रिका तंत्र विज्ञान के…

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क्या न्यायालयों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है?

क्या न्यायालयों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क न्यायायिक ढांचों को सुधारने की चर्चा से पहले यह जानना जरूरी है होगा कि वर्तमान स्थिति क्या है। जजों की संख्या से लेकर लंबित केस हों या फिर देशभर के न्यायालय परिसरों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव। इन सभी पैमानों पर स्थिति चिंताजनक…

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टीआरपी की भूख ने टेलीविजन पत्रकारिता को गर्त में धकेल दिया है,कैसे?

टीआरपी की भूख ने टेलीविजन पत्रकारिता को गर्त में धकेल दिया है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क खबरों को सनसनीखेज ढंग से परोसकर आगे रहने की होड़ में अधिकतर खबरिया चैनलों ने पत्रकारिता की हर मर्यादा को तोड़ दिया है. ऐसा करते हुए बड़े-बड़े एंकर व संपादक झूठी और गलत खबरें देने से भी बाज नहीं…

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ध्वस्तीकरण के धुरंधरों को जनता का समर्थन मिला.

ध्वस्तीकरण के धुरंधरों को जनता का समर्थन मिला. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क शठे शाठ्यम समाचरेत। आमतौर पर कहावतें और सुक्तियां सिर्फ आईना दिखाने के लिए होती हैं। बहुत कम ही लोग इस पर अमल करते हैं। प्रभावी रूप से पहली बार दुष्ट के साथ दुष्टता का व्यवहार करने संबंधी संस्कृत की इस सूक्ति पर देश…

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मलेरिया से लड़ने के लिए समाज को दक्ष करने की आवश्यकता है.

मलेरिया से लड़ने के लिए समाज को दक्ष करने की आवश्यकता है. विश्व मलेरिया दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क कोरोना महामारी शुरू होने के बाद से दुनियाभर के लोगों के बीच स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूकता बढ़ी है. मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो सालों से लोगों को अपना शिकार बनाती आई है….

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पेड़ रोपण की परंपरा ही बचा पाएगी पृथ्वी को!

पेड़ रोपण की परंपरा ही बचा पाएगी पृथ्वी को! कोरोना जनित त्रासदी से मिला सबक है महत्वपूर्ण, सांसों को सहेजने के लिए वृक्षारोपण है जरूरी, अब तक के प्रयास रहे नाकाफी, जनसंकल्प से ही निकलेगा समाधान विश्व पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल पर विशेष आलेख – गणेश दत्त पाठक , स्वतंत्र टिप्पणीकार: श्रीनारद मीडिया – “सांसे…

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पेड़ रोपण की परंपरा ही बचा पाएगी पृथ्वी को!

पेड़ रोपण की परंपरा ही बचा पाएगी पृथ्वी को!  सांसों को सहेजने के लिए वृक्षारोपण है जरूरी, अब तक के प्रयास रहे नाकाफी, जनसंकल्प से ही निकलेगा समाधान विश्व पृथ्वी दिवस 22 अप्रैल पर विशेष आलेख श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क – गणेश दत्त पाठक स्वतंत्र टिप्पणीकार “सांसे ही तो ज़िन्दगी की आधार है। ऑक्सीजन ना…

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क्या पत्थरबाज भीड़ का कोई धर्म नहीं होता?

क्या पत्थरबाज भीड़ का कोई धर्म नहीं होता? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हिंसा करने वालों का कोई धर्म नहीं होता। व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई ने भी ‘आवारा भीड़ के खतरे’ को बताते हुए लेख लिखा था। दिशाहीन, बेकार, हताश, नकारवादी, विध्वंसवादी बेकार युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती है। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति और…

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लाऊड स्पीकर का जबसे धर्म तय हुआ है तबसे वह दंगाई हो गया है.

लाऊड स्पीकर का जबसे धर्म तय हुआ है तबसे वह दंगाई हो गया है. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क ध्वनि विस्तारक यंत्र यानी लाउडस्पीकर आजकल पूरे देश में सुर्खियां बटोर रहा है। एक तरफ वह लोग हैं जिनका लाउडस्पीकर से मोह भंग होने का नाम नहीं ले रहा है तो दूसरी तरफ ऐसे लोग खड़े हैं…

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प्रशासनिक तंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए अथक परिश्रम करने वालों के प्रयासों को याद करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है.

प्रशासनिक तंत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए अथक परिश्रम करने वालों के प्रयासों को याद करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है. सिविल सेवा दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क 21 अप्रैल को भारत में राष्ट्रीय सिविल सेवा दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिन सभी विभागों के सिविल…

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पेड़ों को ज्यादा खतरा सरकारी तंत्र से है,कैसे?

पेड़ों को ज्यादा खतरा सरकारी तंत्र से है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जब भी पेड़ों को बचाने की बात आती है, राजस्थान की अमृता देवी का जिक्र जरूर आता है। खेजड़ली ग्राम के लोगों ने खेजड़ी के पेड़ बचाने के लिए जो बलिदान दिया था, आज भी वो पूरी दुनिया के आगे मिसाल है। राजस्थान…

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आत्महत्या न कायरता होती है, न पलायन और न ही साहस,कैसे?

आत्महत्या न कायरता होती है, न पलायन और न ही साहस,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार हमारे देश में हर चार मिनट में एक व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है. भारत में महिलाओं की आत्महत्या दर 16.4 प्रति एक लाख है, जबकि पुरुषों की 25.8 है. किसानों की आत्महत्याएं समस्या…

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गुरु तेग बहादुर का जीवन वीरता की अदभुत मिसाल है,कैसे?

गुरु तेग बहादुर का जीवन वीरता की अदभुत मिसाल है,कैसे? सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क सिखों के दस गुरुओं में से एक थे गुरु तेग बहादुर। उन्‍होंने ही सिख धर्म की नींव रखी थी। गुरु तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे। 1 अप्रेल 1621 में पंजाब के अमृतसर में…

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भारत पारंपरिक चिकित्सा का विश्व में अगुआ बनेगा,कैसे?

भारत पारंपरिक चिकित्सा का विश्व में अगुआ बनेगा,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जामनगर में ग्लोबल सेंटर फार ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीसीटीएम) पारंपरिक चिकित्सा के वैश्विक केंद्र का उद्घाटन किया। पारंपरिक चिकित्सा की दुनिया में यह बड़ा कदम माना जा रहा है और भारत इसका अगुआ बनकर उभरा है। हमारी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति…

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शरीर में बदलाव देती है लिवर में समस्‍या का संकेत–डॉ अविनाश चन्द्र

शरीर में बदलाव देती है लिवर में समस्‍या का संकेत–डॉ अविनाश चन्द्र लिवर को कैसे स्वस्थ रखें विश्‍व लिवर दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क विश्व यकृत (लीवर) दिवस हैं। यकृत (लीवर) से संबंधित बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष विश्व यकृत (लीवर) दिवस मनाया जाता है। विश्व यकृत (लीवर) दिवस…

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