“अगर मुझसे मुहब्बत है:लड्डू बाबू…”
“अगर मुझसे मुहब्बत है:लड्डू बाबू…” श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क प्रेम…पीएच.डी…प्रवेश…परेशानी सब एकसाथ जमा हैं। घर किसका? लड्डू बाबू! प्रेम का उनवान प्रेमी को आकाश देना है। लड्डू बाबू ने यह किया। प्रेमिका को शहर का आकाश दिया। गांव से शहर आते ही प्रेमिका ने कह दिया, “अपने एडमीशन पर तुम्हारा ध्यान नहीं है” तीर सीधा…