न्याय पाना हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार होता है,कैसे?

न्याय पाना हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार होता है,कैसे? अंतर्राष्ट्रीय न्याय के लिए विश्व दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क न्याय शब्द एक आशा और उम्मीद का प्रतीक है। जब किसी को लगता है कि उसकी बात अच्छी तरह सुनी जाएगी तथा उन्हें अपनी बात कहने का पूरा अवसर मिलेगा वह न्याय है। न्याय…

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क्या भारत में बाढ़ का कहर मौसम की मार है?

क्या भारत में बाढ़ का कहर मौसम की मार है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत ऐसा देश है जो हर साल बाढ़ और सूखे की दोहरी चुनौतियों का सामना करता है। मानसून का मौसम (जो वार्षिक वर्षा में लगभग 75% भाग का योगदान करता है) अत्यधिक परिवर्तनशीलता एवं अनिश्चितता की अवधि भी है। साल-दर-साल जैसे-जैसे मानसून का मौसम आता है,…

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भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के जनक विक्रम साराभाई है,कैसे?

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के जनक विक्रम साराभाई है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत आज अंतरिक्ष मिशन में पूरी दुनिया में अपना परचम लहरा रहा है। 14 जुलाई को देश ने ऐतिहासिक चंद्रयान-3 लॉन्च कर अंतरिक्ष में एक नई छलांग लगाई। देश को अंतरिक्ष के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने वाले और आज की बुलंदियों…

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UCC:क्या है समान नागरिक संहिता का सच?

UCC:क्या है समान नागरिक संहिता का सच? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क पिछले कुछ दिनों की खबरों पर गौर करें तो साफ दिखता है कि लोकसभा चुनावों में यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) केंद्रीय मुद्दा रहने वाला है। पर यूसीसी क्या होता है- इसका सही-सही जवाब न आम हिंदू को पता है, न आम मुसलमान को। आम…

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विश्व जनसंख्या दिवस का थीम है लैंगिक समानता की शक्ति को उजागर करना,क्यों?

विश्व जनसंख्या दिवस का थीम है लैंगिक समानता की शक्ति को उजागर करना,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जनसंख्या यानी आबादी से बड़े-बड़े काम संपन्न हो जाते हैं। इससे न सिर्फ मैन पावर की वृद्धि होती है, बल्कि लोगों का सहयोग मिलने से मेंटल हेल्थ को भी सपोर्ट मिलता है। बड़ी आबादी कई तरह की समस्या…

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क्या जनसंख्या वृद्धि के कारण अशिक्षा, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी बढ़ रही है?

क्या जनसंख्या वृद्धि के कारण अशिक्षा, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी बढ़ रही है? विश्‍व जनसंख्या दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क  बढ़ती जनसंख्या दुनियाभर के लिए चिंता का बड़ा कारण बन गई है। जनसंख्या वृद्धि की वजह से अशिक्षा, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी बढ़ रही है। हर दिन लाखों की संख्या में बढ़ रही…

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साहित्य, अंधकार को मिटा तो नहीं सकता पर उसे मिटाने की प्रेरणा दे सकता है-भीष्‍म साहनी

साहित्य, अंधकार को मिटा तो नहीं सकता पर उसे मिटाने की प्रेरणा दे सकता है-भीष्‍म साहनी पुण्यतिथि पर विशेष  श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भीष्‍म साहनी ने कहा है, ‘साहित्य, अंधकार को मिटा तो नहीं सकता पर उसे मिटाने की प्रेरणा दे सकता है, अंधकार मिट सकता है, इसका विश्वास पाठक को दे सकता है उसमें…

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World Population Day : क्या जनसंख्या नियंत्रण से समुचित विकास होगा?

World Population Day : क्या जनसंख्या नियंत्रण से समुचित विकास होगा? आज भारत में सबसे बड़ी समस्या जनसंख्या है। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क जनसंख्या से तात्पर्य एक सीमित क्षेत्र मे रहने वाले व्यक्तियो की संख्या से है। जब किसी क्षेत्र मे रहने वाले व्यक्तियो की संख्या आवश्यकता से अधिक हो जाए तो उसे जनसंख्या वृद्धि…

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क्या भारतवासियों में एक नया आत्मविश्वास आ गया है?

क्या भारतवासियों में एक नया आत्मविश्वास आ गया है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क 2014 के बाद एक आत्मविश्वास हर भारतवासी में आया है, जो कुछ समय पहले तक अवसाद और निराशा से घिरा था। भरोसा जगाने वाला यह समय हमें जगा कर कुछ कह गया और लोग राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका को रेखांकित और पुनःपरिभाषित…

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गुरु-दक्षिणा :  प्रेरक प्रसंग

गुरु-दक्षिणा :  प्रेरक प्रसंग श्रीनारद मीडिया, विकास तिवारी, सेंट्रल डेस्‍क:/ एक बार एक शिष्य ने विनम्रतापूर्वक अपने गुरु जी से पूछा- ‘गुरु जी,कुछ लोग कहते हैं कि  जीवन एक संघर्ष है, कुछ अन्य कहते हैं कि जीवन एक खेल है और कुछ जीवन को एक उत्सव की संज्ञा देते हैं | इनमें कौन सही है?’…

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France Riots:नाहेल की मौत के बाद फ्रांस में क्यों भड़की हिंसा?

France Riots:नाहेल की मौत के बाद फ्रांस में क्यों भड़की हिंसा? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क फ्रांस में 17 वर्षीय किशोर की पुलिस फायरिंग में मौत के बाद हिंसा और विरोध प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी है। कई जगहों पर अभी भी तोड़फोड़ और आगजनी हो रही है। अभी तक करीब तीन हजार कारें-वाहन तोड़े-जलाए जा…

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अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रति नारीवादी दृष्टिकोण क्या है?

अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के प्रति नारीवादी दृष्टिकोण क्या है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बदलती वैश्विक व्यवस्था में गैर-राज्य अभिनेताओं, जातीय तनाव और शीत युद्ध का उदय देखा गया। इसने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों (IR) के लिये वैकल्पिक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर बल दिया जिसमें नारीवादी परिप्रेक्ष्य भी शामिल है जो अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र को लैंगिक आधारित दृष्टिकोण के माध्यम से देखता है। अंतर्राष्ट्रीय…

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ग्राम्शी का अमल का दर्शन/फिलॉसफी ऑफ प्रैक्सिस क्या है?

ग्राम्शी का अमल का दर्शन/फिलॉसफी ऑफ प्रैक्सिस क्या है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क पूंजीवादी आधिपत्य का विरोध  करने वाले जैविक बुद्धिजीवियों के एक शक्तिशाली समूह के उदय ने सामाजिक और आर्थिक विश्लेषकों का ध्यान आकर्षित किया है। इतालवी मार्क्सवादी एंटोनियो ग्राम्शी ने अपनी प्रिज़न नोटबुक में “जैविक बुद्धिजीवी” की अवधारणा पेश की, जिसमें उनके अमल के दर्शन को समझने में उनके महत्त्व पर प्रकाश…

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बसपा प्रमुख मायावती निष्क्रिय क्यों हो गई हैं?

बसपा प्रमुख मायावती निष्क्रिय क्यों हो गई हैं? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हम 2024 के संसदीय चुनावों की ओर बढ़ रहे हैं तो बहुत सारे लोग एक सवाल पूछ रहे हैं : मायावती कहां गुम हो गई हैं? वे ऐसी राजनेत्री हैं, जो यूपी की पहली महिला दलित मुख्यमंत्री बनीं और वह भी चार बार।…

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क्या राहुल बाबा अपने में सुधार नहीं ला सकते ?

क्या राहुल बाबा अपने में सुधार नहीं ला सकते ? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क क्या आपने इस बार अमेरिका में राहुल गांधी की बॉडी लैंग्वेज और बोलने के लहजे में कुछ अंतर देखा? वे पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से भरे नजर आ रहे थे। अतीत में हमने उन्हें अपनी विदेश यात्राओं पर संकोच से भरा…

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