Breaking

कैसे कौए शुभ-अशुभ की पहले ही सूचना दे देते हैं?

कैसे कौए शुभ-अशुभ की पहले ही सूचना दे देते हैं? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क कौआ आया है, संदेश लाया है। बैठने, मंडराने, देखने और बोलने के साथ कई संकेत लाया है। कौए के द्वारा मेहमान के आगमन के साथ शुभ-अशुभ की पूर्व सूचना देने की परंपरा बिहार के नालंदा में जीवंत है। शाम होते ही नालंदा…

Read More

धन, बल, विद्या, ज्ञान और समय का ठीक-ठीक उपयोग करना चाहिए–डॉ अविनाश चन्द्र

धन, बल, विद्या, ज्ञान और समय का ठीक-ठीक उपयोग करना चाहिए–डॉ अविनाश चन्द्र श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मनुष्य के पास अनेक प्रकार की संपत्तियां होती हैं। धन बल विद्या बुद्धि समय इत्यादि। कुछ मनुष्य बुद्धिमान होते हैं, जो हर वस्तु को सोच समझकर खर्च करते हैं। कुछ लोग इतने बुद्धिमान नहीं होते, उनमें बुद्धि या…

Read More

Lets Inspire Bihar अभियान के अंतर्गत युवा संवाद सुपौल में हुआ आयोजित.

Lets Inspire Bihar अभियान के अंतर्गत युवा संवाद सुपौल में हुआ आयोजित. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क LetsInspireBihar अभियान के अंतर्गत युवा संवाद हेतु16 अप्रैल, 2022 को सुपौल में उपस्थित था ! शुक्रवार को अपराह्न जब पाटलिपुत्र से सुपौल की ओर निकला तब माँ गंगा की पावन धाराओं को पार करते ही जैसे-जैसे बिहार के उत्तर…

Read More

16 अप्रैल ?  भारतीय रेलवे परिवहन दिवस पर विशेष

16 अप्रैल ?  भारतीय रेलवे परिवहन दिवस पर विशेष श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:   16 अप्रैल, 1853 को भारत में रेलवे परिवहन की शुरुआत हुई थी‌‍। पहली बार भारत में पैसेंजर ट्रेन महाराष्ट्र प्रांत के मुंबई से थाणे के बीच लगभग 34 किलोमीटर चलाई गई थी। यह सफर तय करने में लगभग 45 मिनट का…

Read More

ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बचाएगी लोगों की जागरूकता,कैसे?

ग्लोबल वार्मिंग के खतरों से बचाएगी लोगों की जागरूकता,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आप भी जानते होंगे कि ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं के कारण पृथ्‍वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। अगर पृथ्वी के पर्यावरण की रक्षा के लिए जरूरी प्रयास नहीं किए गए, तो वह दिन दूर नहीं जब पृथ्वी पूरी…

Read More

आखिर हमारी रेलवे कब सुधरेंगी…??.

आखिर हमारी रेलवे कब सुधरेंगी…??. नई दिल्ली से आने वाली वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन की जेनरल बोगी में यात्रा करना मतलब बदबूदार कचरा उठाने वाले गाड़ी में यात्रा करना। काफी दिनों बाद आज भारतीय रेल की सुपरफास्ट ट्रेन वैशाली एक्सप्रेस की जेनरल बोगी में यात्रा करने का अवसर मिला। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क काफी दिनों से…

Read More

क्या अब हम दंगों में जीने को अभ्यस्त हो चुके है?

क्या अब हम दंगों में जीने को अभ्यस्त हो चुके है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क चीन में 1912-13 में जब मंचू राजशाही का अंत हुआ तो जनांदोलनकर्ताओं के सामने पदच्युत राजशाही ने अपनी कोई शर्त नहीं रखी। 1917 में सोवियत क्रांति में गद्दी छोड़कर भाग रहा ‘जार’ भी आंदोलनकारियों के सामने कोई शर्त नहीं रख…

Read More

आधुनिक भारत के विश्वकर्मा भारतरत्न डॉ. एम विश्वेश्वरैया को नमन.

आधुनिक भारत के विश्वकर्मा भारतरत्न डॉ. एम विश्वेश्वरैया को नमन. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क आधुनिक भारत के विश्वकर्मा. जीनियस इंजीनियर, विजनरी अर्थशास्त्री, स्टेट्समैन, भारतरत्न डॉ. एम विश्वेश्वरैया (मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया) की आज पुण्यतिथि है. विलक्षण मेधा के धनी विश्वेश्वरैया अपने काम की बदौलत देश- दुनिया में सर एमवी के नाम जाने गए. उनका योगदान केवल इंजीनियरिंग…

Read More

वैशाखी के साथ सिखों का नया साल शुरू.

वैशाखी के साथ सिखों का नया साल शुरू. नववर्ष पर परंपराओं और संस्कृतियों की दिखती है झलक. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारत की विविधता में एकता यहां के त्‍योहारों में भी दिखती है। यहां अलग-अलग क्षेत्रों में नया साल (New Year) भी कई बार मनाया जाता है। कहीं सोलर कैलेंडर तो कहीं नए अनाज की…

Read More

हम समय रहते नहीं जागे तो पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसेंगे,कैसे?

हम समय रहते नहीं जागे तो पानी की एक-एक बूंद के लिए तरसेंगे,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क डा. भीमराव आंबेडकर ने ब्रिटिश शासनकाल में देश की जलीय संपदा के विकास के लिए अखिल भारतीय नीति तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी और देश की नदियों के एकीकृत विकास के लिए नदी घाटी प्राधिकरण अथवा…

Read More

हिंदी को राष्ट्रभाषा के तौर पर स्थापित करने के गांधी जी के विचार को तिलांजलि दे दी गई,क्यों?

हिंदी को राष्ट्रभाषा के तौर पर स्थापित करने के गांधी जी के विचार को तिलांजलि दे दी गई,क्यों? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क वर्ष 1937 में तत्कालीन मद्रास प्रांत में हिंदी को लागू करने के विरोध की जो राजनीति शुरू हुई, वह अब तक जारी है। इसी विरोध की आड़ में हिंदी को भारत की राष्ट्रभाषा…

Read More

‘अंग्रेजी धन की भाषा है, हिंदी मन की भाषा है’-आशुतोष राणा,अभिनेता.

‘अंग्रेजी धन की भाषा है, हिंदी मन की भाषा है’-आशुतोष राणा,अभिनेता. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मुंबई की लोकल ट्रेन में मैं रोज यात्रा करता हूं। भीड़ में बाकी सबकी तरह अकेला। सारी भाषाएं मैंने यहां सुनी हैं, पर बगैर परिचय वालों को एक-दूसरे से हमेशा हिंदी में ही बात करते सुना है। हम सबकी यात्र…

Read More

क्या आज भी प्रासंगिक हैं डॉ.भीमराव अम्बेडकर के विचार?

क्या आज भी प्रासंगिक हैं डॉ.भीमराव अम्बेडकर के विचार? निसंदेह उनका योगदान अस्मरणीय है।  श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल, 1891 को जन्मे भीमराव आम्बेडकर रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई की चौदहवीं संतान थे। वह हिंदू महार जाति से संबंध रखते थे, जो अछूत कहे जाते थे। इसके कारण उनके…

Read More

डॉ. भीमराव अम्बेडकर पत्रकारिता के पुरोधा थे,कैसे?

डॉ. भीमराव अम्बेडकर पत्रकारिता के पुरोधा थे,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क डॉ. अंबेडकर के जन्मदिवस पर हमें उनके पत्रकारीय चिंतन को स्मरण करने की भी आवश्यकता है। डॉ. अंबेडकर ने कई दशक तक पत्रकार के रूप में कार्य करने के साथ-साथ कई समाचारपत्रों का संपादन एवं प्रकाशन का कार्य किया। आजादी के पहले जब भारत…

Read More

क्या बाबा साहेब ने इस्लाम धर्म का भी गहरा अध्ययन किया था?

क्या बाबा साहेब ने इस्लाम धर्म का भी गहरा अध्ययन किया था? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क बाबा साहेब डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर द्वारा की गईं हिन्दू धर्म की आलोचनात्मक टीकाओं को खूब उभारा जाता है, इसके पीछे की मंशा ठीक नहीं होती। बाबा साहेब ने हिन्दू धर्म में व्याप्त जातिप्रथा, जातिगत भेदभाव और उसके लिए…

Read More
error: Content is protected !!