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महामारी को अवसर बना मेडिकल कंपनियों ने लोगों की मजबूरी का खूब उठाया फायदा,कैसे?

महामारी को अवसर बना मेडिकल कंपनियों ने लोगों की मजबूरी का खूब उठाया फायदा,कैसे ? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क राष्ट्रीय औषधि मूल्य नियामक प्राधिकरण ने बीते दिनों पांच मेडिकल उपकरणों के दाम निर्धारित कर दिए हैं। पल्स आक्सीमीटर, बीपी मानिटरिंग मशीन, नेबुलाइजर, डिजिटल थर्मामीटर और ग्ल्यूकोमीटर ऐसे उपकरण हैं जिनकी आवश्यकता कोरोना संक्रमण की दूसरी…

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एक देश दो विधान वाले हालात,कैसे है?

एक देश दो विधान वाले हालात,कैसे है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क क्या हमारे देश में दो विधान हैं? एक हिंदुओं के लिए और दूसरा बाकी पंथों को मानने वालों के लिए? यह सवाल देश की बहुसंख्यक आबादी के मन में बार-बार उठता है। यह धारणा किसी नेता के कहने से नहीं अदालतों और सरकारों के…

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अपनी मातृभाषा पर गर्व न करने वाले लोग भारत में बड़ी संख्या में है.

अपनी मातृभाषा पर गर्व न करने वाले लोग भारत में बड़ी संख्या में है. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क पिछले दिनों 40 से अधिक केंद्रीय मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। अनेक अवसरों पर यह चर्चा होती थी कि किस मंत्री ने किस भाषा में शपथ ली? इस बार इस प्रकार की चर्चा में…

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आलोचनाओं से डरें या घबराएं नहीं, डटे रहें,कैसे?

आलोचनाओं से डरें या घबराएं नहीं, डटे रहें,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में कभी न कभी, किसी न किसी प्रकार की आलोचना का सामना करता है। हां, कुछ उसे सकारात्मक तरीके से ग्रहण करते हैं। वहीं, बहुत से लोग उससे अंदर तक आहत हो जाते हैं। आलोचनाओं को स्वयं में समाना…

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वक्त के साथ, स्वीकारें बदलाव,स्वस्थ व सक्रिय दिमाग के लिए.

वक्त के साथ, स्वीकारें बदलाव,स्वस्थ व सक्रिय दिमाग के लिए. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क यदि आपके दिमाग में लचीलापन होगा। वह हर परिवर्तन को स्वीकारने, अपनाने को तैयार होगा तो उसी के अनुरूप सही सोच के साथ काम करेगा। लेकिन अगर आप वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप अपने दिमाग को नहीं बदल पाएंगे, तो कठिनाई में…

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मुश्किल परिस्थितियों को संभालने में धैर्य काम आएगा,कैसे?

मुश्किल परिस्थितियों को संभालने में धैर्य काम आएगा,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क एक शिक्षक ने कक्षा के सभी बच्चों को टॉफी देकर कहा, ‘सुनो, कोई भी अगले 10 मिनट इसे नहीं खाएगा।’ फिर वे कक्षा से बाहर चले गए। कक्षा में शांति थी, हर बच्चा सामने रखी टॉफी को देख रहा था और उन्हें एक-एक…

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घर बैठे कार्य करने से मनुष्य को नुकसान हुआ है,कैसे?

घर बैठे कार्य करने से मनुष्य को नुकसान हुआ है,कैसे? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क महामारी के कारण टेक्नोलॉजी के जरिए लोग घर बैठकर अपने दफ्तर का काम करते रहे। छात्रों ने इसी तरह इम्तिहान दिए। प्रिंटिंग की मशीनें चलाने वाले काम पर आते रहे। साथ ही घर-घर जाकर अखबार देने वाले हॉकर भी मैदान में…

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क्या कोरोना काल में शिक्षा पूरी तरह से चौपट है?

क्या कोरोना काल में शिक्षा पूरी तरह से चौपट है? श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क भविष्य की पढ़ाई के लिए तकनीक- साक्षरता और इंटरनेट कनेक्टिविटी दो सबसे अहम जरूरतें हैं. हालांकि, इसके लिए संतोषजनक स्थिति में पहुंचने में भारत को अभी लंबा सफर तय करना है. महामारी के कारण दुनियाभर में स्कूली शिक्षा बाधित हुई है….

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भीड़ में जाना तीसरी लहर को न्योता देने जैसा है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं.

भीड़ में जाना तीसरी लहर को न्योता देने जैसा है लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बीच जो कुछ भोगा, उसे हम बहुत जल्द भूलना चाहते हैं। मन में एक अजीब सी छटपटाहट है। सही है, इस कोरोनाकाल में इर्द-गिर्द और दूर-पास की हवा…

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हमारा समाज कब तक दहेज-मुक्त होगा?

हमारा समाज कब तक दहेज-मुक्त होगा? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क हाल ही में विश्व बैंक द्वारा भारत में जारी दहेज प्रथा पर की गयी अध्ययन रिपोर्ट आयी है. इस अध्ययन में वर्ष 1960 से वर्ष 2008 तक ग्रामीण भारत में हुई 40,000 शादियों का अध्ययन किया गया. इसके अनुसार 95 फीसदी शादियों में दहेज दिया…

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बारिश का मौसम ज़रूर होता है, लेकिन बारिश हमेशा बेमौसम होती है।

बारिश का मौसम ज़रूर होता है, लेकिन बारिश हमेशा बेमौसम होती है। श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क बारिश का मौसम ज़रूर होता है, लेकिन बारिश हमेशा बेमौसम होती है। कहीं भी, कभी भी, किसी भी समय सहसा तीव्र बूंदें आपको भिगो सकती हैं। यूं वर्षारानी सभी को प्रिय होती है, बशर्ते कोई काम न अटक रहा…

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भारतीय जीवन दृष्टि, संस्कृति और जीवन दर्शन को लेकर नई दृष्टि.

भारतीय जीवन दृष्टि, संस्कृति और जीवन दर्शन को लेकर नई दृष्टि. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क भारतीय संस्कृति एवं जीवन दर्शन का विस्तार अनंत है। यह जीवन जीने की कला सिखाता है। ‘भारतीय जीवन दृष्टि’ के शीर्षक से प्रो. बृज किशोर कुठियाला के लेखों का संग्रह इसी जीवन दर्शन को समझने का मौका देता है। प्रो….

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प्रवासी मजदूरों पर उच्चतम न्यायालय का आदेश निराशाजनक है-रीतिका खेड़ा.

प्रवासी मजदूरों पर उच्चतम न्यायालय का आदेश निराशाजनक है-रीतिका खेड़ा. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क कोविड की दूसरी लहर से जूझते लोगों की यादों से पिछले साल नौकरी और खाने के बिना फंसे प्रवासी कामगारों का दर्द धुंधला पड़ गया था। एक साल बाद, 29 जून को सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने उस दर्दनाक दौर की…

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सेंट्रल विस्टा सरकार की फिजूलखर्ची है-शशि थरूर.

सेंट्रल विस्टा सरकार की फिजूलखर्ची है-शशि थरूर. श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क अगर देश में कोई ऐसी जगह है, जो भारतीय लोकतंत्र के चरित्र का प्रतीक है, तो निस्संदेह यह नई दिल्ली के मध्य, इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन के बीच दो मील में फैली जगह है। संसद, मंत्रालयों और सरकारी ऑफिसों, राष्ट्रीय अभिलेखागार और संग्रहालय…

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क्या मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं बल्कि उसमें सुधार किया है?

क्या मोदी ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं बल्कि उसमें सुधार किया है? श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क 15 कैबिनेट और 28 राज्य मंत्रियों के साथ बड़े अनोखे और निराले अंदाज में मोदी सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। शपथ ग्रहण का समय छह बजे मुकर्रर था, लेकिन उससे पहले मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा से ज्यादा इस बात…

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