सीवान में रिश्‍वत लेते आरपीएफ इंस्पेक्टर सहित चार को सीबीआइ ने होटल से किया गिरफ्तार

सीवान में रिश्‍वत लेते आरपीएफ इंस्पेक्टर सहित चार को सीबीआइ ने होटल से किया गिरफ्तार

श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

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सिवान जिला मुख्‍यालय में सीबीआइ की टीम ने बुधवार दोपहर सिवान रेलवे जंक्शन पर पदस्थापित आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव, हेड कांस्टेबल प्रियरंजन सहित चार लोगों को शहर के राजेंद्र पथ स्थित सत्‍यम इंटरनेशनल होटल से गिरफ्तार किया। टिकट दलाल से रुपये का लेनदेन करते हुए वे चारों पकड़े गए।

सीबीआइ टीम और आरपीएफ इंस्पेक्टर के बीच नोकझोंक भी हुई। सीबीआइ ने आरपीएफ पोस्ट को सील करते हुए आरपीएफ इंस्पेक्टर के कक्ष की गहनता से जांच की। इंस्पेक्टर के आफिस, हेड कांस्टेबल कुमार प्रियरंजन के कार्यालय के एक-एक सामान की जांच हुई। सूचना पर आरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट भी जांच के लिए पहुंचे।

आरपीएफ इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल, कांस्टेबल दुर्गेश प्रसाद और चालक तरवारा मोड़ स्थित सत्‍यम इंटरनेशनल  होटल में पहुंचे। वहां पहले से कुछ लोग उपस्थित थे। उन लोगों की बात होने लगी। दोपहर के भोजन में पके मांस का आर्डर दिया गया। उसी बीच कमरे में उपस्थित एक व्यक्ति ने आरपीएफ इंस्पेक्टर को कुछ रुपये दिए। जैसे ही खाने का सामान आया, इसके साथ ही सीबीआइ की टीम ने छापेमारी कर दी और आरपीएफ इंस्पेक्टर के पाकेट से रुपये बरामद कर लिए। सूत्रों के अनुसार, आरपीएफ इंस्पेक्टर टिकट दलालों के मामले में संबंधित रिपोर्ट दबाकर रख लेते थे। इस कारण दलालों को जमानत मिल जाती थी। इसी को लेकर लेनदेन हो रहा था।

आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव को सीबीआइ द्वारा पकड़ने जाने के बाद जिला से लेकर वाराणसी तक चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। रेलवे के वाराणसी मंडल में निचले क्रम से लेकर वरीय तक इस बात की चर्चा करते रहे। वहीं आरपीएफ पोस्ट के पदाधिकारी की मानें तो किसी टिकट दलाली का केस दर्ज था। इस मामले में आरपीएफ इंस्पेक्टर अजय कुमार यादव डील करने के लिए बात कर रहे थे। इस में अभी रुपये का लेनदेन हो ही रहा था तभी उनको सीबीआई ने दबोच लिया।  छापेमारी की सूचना मिलने पर सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ छपरा अमित गुंजन भी सिवान जंक्शन पहुंच गए। वे जैसे ही इंस्पेक्टर कार्यालय में पहुंचे तो सीबीआइ ने उनसे बात कर जांच करने हवाला देते हुए उन्हें बाहर जाने को कहा। इसके बाद  सहायक सुरक्षा आयुक्त बाहर आ गए। बारी-बारी से एक-एक सामानों की जांच टीम कर रही थी।

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