ओडिशा रेल हादसे में गिरफ्तार तीन रेलवे कर्मचारियों को CBI ने पुन: रिमांड पर लिया
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
ओडिशा में बाहानगा रेल हादसे में गिरफ्तार तीन रेलवे कर्मचारियों को CBI ने पूछताछ के लिए पुन: रिमांड पर लिया है।
इन तीन रेलवे कर्मचारियों में सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण महंत, सेक्शन इंजीनियर मो.आमीर खान तथा टेक्निशियन पप्पू कुमार की पांच दिन की रिमांड अवधि खत्म होने के बाद सीबीआई ने मंगलवार कोर्ट में पेश किया है।इससे पहले इन्हें चंदका थाना अन्तर्गत मेंढासाल मेडिकल लाया गया। यहां पर मेडिकल टेस्ट के बाद पुन: चंदका थाने लाये और फिर इन तीनों को कोर्ट में हाजिर किया गया था।
कोर्ट से मिली 4 दिन की रिमांड
CBI ने कोर्ट से इन रेल कर्मचारियों को पांच दिन की रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी, हालांकि कोर्ट ने इन्हें चार दिन की रिमांड पर ले जाने की अनुमति दी है।इन तीन रेलवे कर्मचारियों में से दो कर्मचारियों के वकील ने रिमांड का विरोध करते हुए जमानत के लिए कोर्ट में आवेदन किया है।सीनियर सेक्शन इंजीनियर अरुण महंत एवं सेक्शन इंजीनियर आमिर खान ने अपने वकील के जरिए जमानत के लिए कोर्ट में आवेदन किया है।कोर्ट में सीबीआई की तरफ से कहा गया है कि यह एक संवेदनशील मामला है। हादसे में 293 लोगों की जान चली गई है। इन कर्मचारियों से अभी भी कुछ सच्चाई सामने लानी बाकी है। ऐसे में पुनः 5 दिन की रिमांड पर लेने की अनुमति दी जाए। कोर्ट ने सीबीआई की दलील सुनने के बाद पुनः 4 दिन की रिमांड पर ले जाने की अनुमति दी है।
CBI ने 6 लोगों को भेजा समन
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीबीआई ने इस दौरान 6 लोगों को पूछताछ के लिए समन किया है। इनमें से इन तीन रेल कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है।इसके अलावा तीन अन्य कर्मचारियों को पूछताछ के लिए समन भेजा है। इन तीन कर्मचारियों को बुधवार को हाजिर होने के लिए कहा है। इसके साथ ही सीबीआई ने रेलवे के तकनीकी टीम की भी मदद मांगी है।
2 जून को हुआ था हादसा
गौरतलब है कि दो जून को बाहानगा रेलवे स्टेशन पर हुए दर्दनाक हादसे में 293 लोगों की जान जा चुकी है। 1 हजार से अधिक लोग घायल हुए थे।
अभी कुछ लोगों का इलाज कटक के एससीबी मेडिकल में चल रहा है, जबकि कुछ लोगों के शव भुवनेश्वर एम्स में पहचान के लिए रखे गए हैं। इस हादसे ने ना सिर्फ ओडिशा बल्कि पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया था।रेलवे ने घटना की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी। अब सीबीआइ घटना की जांच करते हुए सच्चाई सामने लाने के प्रयास कर रही है।
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