मणिपुर के वायरल वीडियो की CBI करेगी जांच,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
केंद्रीय गृह मंत्रालय मणिपुर वायरल वीडियो की जांच केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपेगा।साथ ही केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हलफनामा देकर मणिपुर वायरल वीडियो की जांच राज्य से बाहर कराने का निवेदन करेगी।
मोबाइल फोन बरामद
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिस मोबाइल से वायरल वीडियो को रिकॉर्ड किया गया था उसको बरामद कर लिया गया है। इसके साथ ही वीडियो बनाने वाले व्यक्ति की भी गिरफ्तारी हो चुकी है।
केंद्र की दोनों समुदाय से हुई वार्ता
सूत्रों ने बताया,केंद्र सरकार ने मैतेई और कुकी समुदाय के सदस्यों के साथ कई दौर की बातचीत भी की है। कहा जा रहा है कि अबतक प्रत्येक समुदाय के साथ छह दौर की बातचीत हुई है।
सूत्रों के मुताबिक, मणिपुर में कानून-व्यवस्था की स्थिति अपेक्षाकृत बेहतर है, लेकिन सामान्य नहीं है। लगभग 35,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। मणिपुर में दवा और दैनिक आपूर्ति वाले सामानों की कोई कमी नहीं है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खाद्य और आवश्यक आपूर्ति की कीमतें नियंत्रण में हैं। बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी काम पर लौट रहे हैं और स्कूल भी फिर से शुरू हो रहे हैं।
अबतक सात लोगों की हुई गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि मणिपुर के कांगपोकपी जिले में चार मई को दो आदिवासी महिलाओं को नग्न कर घुमाने के संबंध में अबतक सात लोगों की गिरफ्तारी हुई है। साथ ही मोबाइल फोन को भी बरामद कर लिया गया है।
मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) को लेकर देश में सियासी बवाल मचा हुआ है। संसद से लेकर सियासी गलियारों तक यह मुद्दा सुर्खियों में है। इसी बीच भाजपा के मीडिया पैनलिस्ट विनोद शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है।
शर्मा (Vinod Sharma) ने भाजपा छोड़ने की घोषणा राजधानी पटना में जगह-जगह होर्डिंग, पोस्टर और बैनर लगाकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने होर्डिंग में लिखवाया है कि मणिपुर की घटना पर अब तक प्रधानमंत्री ने बयान दिया है, न ही मणिपुर के मुख्यमंत्री को हटाने का काम किया गया है।
पटना के चौराहों पर लगे हैं पोस्टर
विनोद शर्मा के इस्तीफे से जुड़े पोस्टर पटना के चौराहों पर, पटना वीमेंस कॉलेज के सामने, राजद प्रदेश कार्यालय के बगल में, जदयू कार्यालय के सामने, विधानसभा गेट के सामने, पुराने सचिवालय के गेट के सामने, चिड़ियाखाना गेट नंबर 2 के सामने, विद्यापति भवन के सामने, गांधी मैदान जेपी गोलंबर के पास लगाए गए हैं।
इन पोस्टरों में उनके इस्तीफे की बात के साथ मणिपुर की घटना के लिए पूरी तरह से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को जिम्मेदार बताया है।
पोस्टर पर लिखा-हो रही है आत्मग्लानी
विनोद शर्मा ने पोस्टरों पर लिखा है ‘माणिपुर में बेटियों को पूर्ण नग्न कर भीड़ द्वारा सड़कों पर घुमाने के कारण पूरे विश्व में भारत शर्मसार हुआ है। जिसके लिए मणिपुर के भाजपा के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह पूर्ण जिम्मेदार है। ऐसे नेतृत्व में काम करते हुए मुझे आत्मग्लानी और कलंकित महसूस कर रहा हूं। इसलिए तत्काल पार्टी के सभी पदों और पार्टी से इस्तीफा देता हूं। हालांकि, शर्मा यह संकेत नहीं दिया कि वे किस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे
कौन हैं विनोद शर्मा
विनोद शर्मा ने 2019 में सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे को लेकर कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। इसके बाद तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने शर्मा को पार्टी की सदस्यता दिलाई थी।
वे युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। इसके साथ ही वे प्रदेश महामंत्री भी रह चुके हैं। उन्होंने 1996 में कांग्रेस की टिकट पर विधानसभा चुनाव भी लड़ा था।
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