राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में सम्मानित हुई हस्तियाँ!

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में सम्मानित हुई हस्तियाँ!

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सभी विजेताओं को सम्मान प्रदान किया। 69वीं नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स सेरेमनी में वेटरन एक्ट्रेस वहीदा रहमान को फिल्मों में उनके योगदान के लिए दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। फिल्म पुष्पा के लिए अल्लू अर्जुन को बेस्ट एक्टर, गंगूबाई काठियावाड़ी के लिए आलिया भट्ट और मिमी के लिए कृति सेनन को संयुक्त रूप से बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है।रॉकेट्री- द नंबी इफेक्ट को बेस्ट फिल्म का अवॉर्ड दिया गया है। पुरस्कारों की घोषणा इसी साल अगस्त में हुई थी।

नेशनल फिल्म अवॉर्ड के विजेताओं को दो कैटेगरी में रखा जाता है। इसके हिसाब से उन्हें प्राइज मनी और खिताब दिया जाता है। ये दो कैटेगरी हैं- पहला स्वर्ण कमल और दूसरा रजत कमल। स्वर्ण कमल विजेता को ज्यादा प्राइज मनी मिलती है, जबकि रजत कमल विजेता को कम।

स्वर्ण कमल विजेता को मिलने वाली प्राइज मनी
बेस्ट फीचर फिल्म- 2.5 लाख रुपए
इंदिरा गांधी अवॉर्ड- 1.25 लाख रुपए
बेस्ट चिल्ड्रन फिल्म- 1.5 लाख रुपए
दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड- 10 लाख रुपए

(दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित विजेता को प्राइज मनी के साथ-साथ प्रशस्ति पत्र और शॉल भी दिया जाता है)

रजत कमल विजेता को मिलने वाली प्राइज मनी
नरगिस दत्त अवॉर्ड- 1.5 लाख रुपए
सामाजिक मुद्दों पर बनी बेस्ट फिल्म- 1.5 लाख रुपए
बेस्ट फिल्म- एक लाख रुपए
बेस्ट एक्टर- 50 हजार रुपए
बेस्ट एक्ट्रेस- 50 हजार रुपए
गैर फीचर फिल्म- 50 हजार से 75 हजार रुपए

दिसंबर 2021 में रिलीज हुई फिल्म पुष्पा: द राइज में अल्लू अर्जुन का कैरेक्टर डार्क था। फिल्म में अल्लू एक मजदूर बने हैं, जिसकी ख्वाहिशें किसी राजा के जैसी हैं। फिल्म की स्टोरी लाइन आम जिंदगी से जुड़ी थी, जिसे अल्लू अर्जुन ने बखूबी निभाया।फिल्म के गाने भी काफी पसंद किए गए। फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर वर्ल्डवाइड 332 करोड़ रुपए की कमाई की थी।

फरवरी 2021 में रिलीज हुई फिल्म गंगूबाई काठियावाडी असल जिंदगी की कहानी है। गंगूबाई 60 के दशक में मुंबई माफिया का बड़ा नाम थीं। बताया जाता है कि उन्हें पति ने महज पांच सौ रुपए के लिए बेच दिया था। इसके बाद उन्हें प्रॉस्टिट्यूशन के लिए मजबूर किया गया था।

ग्लैमरस रोल करने के लिए पहचानी जानी वाली आलिया भट्‌ट ने गंगूबाई के डार्क कैरेक्टर को बखूबी निभाया। गंगूबाई के सेक्स वर्कर बनने का दर्द, राजनीति की ताकत मिलने की अकड़ को आलिया ने पर्दे पर पूरी सच्चाई से जिया।

गंगूबाई काठियावाड़ी ने एक नहीं बल्कि पांच नेशनल अवॉर्ड्स जीते। फिल्म के लिए आलिया को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला। संजय लीला भंसाली को बेस्ट एडिटिंग और बेस्ट स्क्रीनप्ले का नेशनल अवॉर्ड मिला। संजय लीला भंसाली के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने 209.77 करोड़ रुपए का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था।

कृति सेनन: बेस्ट एक्ट्रेस फिल्म- मिमी

कृति सेनन और पंकज त्रिपाठी स्टारर यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज न होकर OTT पर स्ट्रीम हुई थी।
कृति सेनन और पंकज त्रिपाठी स्टारर यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज न होकर OTT पर स्ट्रीम हुई थी।

जुलाई 2021 में OTT पर रिलीज हुई फिल्म मिमी के लिए कृति सेनन को भी आलिया भट्‌ट के साथ बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड मिला है। यह फिल्म एक फोक डांसर की कहानी है, जो फिल्मों में अपना करियर बनाना चाहती है। ऐसे में पैसों के जुगाड़ के लिए वह सरोगेसी मदर बनने के लिए तैयार हो जाती है।इस फिल्म के लिए पंकज त्रिपाठी को भी बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला है।

भारत में पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह 10 और 11 अक्तूबर 1954 को दिल्ली में हुआ था. आरंभ में इन पुरस्कारों को राजकीय फिल्म पुरस्कार का नाम दिया गया था. तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने भारतीय सिनेमा में सर्वश्रेष्ठ योगदान करने वाले सात व्यक्तियों को सम्मानित किया था. बाद में इन पुरस्कारों को जहां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का नाम दिया, वहां इसका दायरा भी बढ़ता गया. प्रथम पुरस्कार के समय मात्र तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिये गए थे. लेकिन अब फीचर और गैर-फीचर सिनेमा की लगभग 50 श्रेणियों में पुरस्कार दिये जाते हैं

सन 1969 में शुरू हुआ फिल्म जगत का सर्वोच्च फाल्के सम्मान इस बार दिग्गज फिल्म अभिनेत्री वहीदा रहमान को दिया जा रहा है. वहीदा फाल्के सम्मान पाने वाली 53वीं हस्ती हैं. वर्ष 1969 से 2019 तक के 50 बरसों में सिर्फ छह महिलाओं को ही फाल्के सम्मान से नवाजा गया. लेकिन पिछले दो बरसों में लगातार दो महिलाओं को फाल्के सम्मान मिलने से एक नया इतिहास बन गया है. गत वर्ष 2020 के लिए आशा पारेख को फाल्के मिला.

Leave a Reply

error: Content is protected !!