केन्द्रीय श्रमिक संगठन व संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 मार्च को भारत बंद सफल करने का लिया निर्णय
24 मार्च से 26 मार्च तक सभी जिला मुख्यालयों पर होगा धरना
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क :
केंद्रीय श्रमिक संगठनों की बैठक बुधवार को पटना के केदार भवन में हुई। बैठक की अध्यक्षता सिस्टर लीमा ने की। बैठक में तीनों कृषि काले कानून रद्द करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, एमएसपी को कानूनी गारंटी देने तथा श्रम संहिताओं को रद्द करने की मांग पर देश में चल रहे मजदूर-किसान आंदोलन को ताकतवर बनाने तथा इसे और तीखा करने के लिए आगामी देशव्यापी आंदोलनों और उसके कार्यक्रमों को अमलीजामा पहनाने का निर्णय लिया गया। केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने 17 और 18 मार्च को एलआईसी और जीआईसी द्वारा आहूत हड़ताल में धरना स्थल पर जाकर एकजुटता प्रदर्शित करने का निर्णय लिया।
बैठक में नेताओं ने कहा कि 24 मार्च से 26 मार्च तक जिला मुख्यालयों पर देशव्यापी आहूत धरना कार्यक्रम को सफल किया जाएगा और संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा होने वाले 26 मार्च के भारत बंद को जोरदार ढंग से सफल किया जाएगा। भारत बंद में केंद्रीय श्रमिक संगठन तथा संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के किसान संगठन शामिल होंगे। साथ ही बैठक में निर्णय लिया गया कि सत्ता पक्ष दलों को छोड़कर सभी विपक्षी दलों को भारत बंद को समर्थन देने की अपील की जाएगी।
बैठक में एटक के गजनफर नवाब, अजय कुमार, कपिल देव सिंह, डी पी यादव, इंटक से अखिलेश पांडे, सीटू सिंह, गणेश शंकर सिंह, अरुण मिश्रा, संजय चटर्जी, एक्टू से आरएन ठाकुर, एआईयूटीयूसी से सूर्यकर जितेंद्र, घरेलू कामगार यूनियन से सिस्टर लीमा आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
यह भी पढ़े
बिहार के सुपौल में प्राइवेट क्लीनिक के कम्पाउंडर की संदिग्ध मौत.
एंटीलिया संदिग्ध कार केस में मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह का ट्रांसफर.
मुख्यमंत्रियों से प्रधानमंत्री ने कहा, करोना की दूसरी लहर हमें हर हाल में रोकनी होगी
महिला को मदद के बहाने ले जाकर किया दुष्कर्म, गोपनीय तरीके से बनाया वीडियो