नाम बदलकर विधवा से की शादी…
ब्राउन शूगर बेचने वाले तीन धंधेबाज गिरफ्तार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
मुजफ्फरपुर से एक सनसनीखेज घटना समाने आई है. दरअसल, यहां एक शातिर युवक उमर अली ने पहले अपने नाम व धर्म को छिपाकर एक विधवा महिला से झूठी शादी की और फिर लगातार 6 माह तक यौन शोषण किया. जब महिला युवक के बारे में सच जान गई तो उसने फौरन ही युवक को छोड़ दिया. इसके बाद आरोपी युवक ने महिला के मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया. महिला के मुताबिक आरोपी ने वीडियो कॉल कर बच्चे का गला दबाते हुए जान से मारने की धमकी भी दी है.
दहशत में पीड़िता
घटना की सूचना पीड़िता ने स्थानीय थाने को दे दी है. लेकिन खबर लिखे जाने तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी. इस वजह से पीड़िता और उसका पूरा परिवार दहशत में हैं. आरोपी युवक पीड़िता को वीडियो कॉल कर बच्चे के साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दे रहा है. महिला ने वीडियो क़ॉल का स्क्रीन शॉट भी लिया है.
दीपक बनकर रचाई थी शादी
बता दें कि मामला औराई क्षेत्र का है. पीड़िता के परिजनों के मुताबिक महिला के पति की मौत लगभग एक साल पहले सड़क हादसे में हो गई थी. इसके बाद उसकी पहचान निजी फाइनेंस कंपनी में काम करने वाले एक युवक से हुई. युवक का असली नाम उमर अली है. लेकिन उसने महिला को अपना नाम दीपक बताकर झूठे प्रेम जाल में फंसाया. इसके बाद महिला से झूठी शादी रचाकर उसका लगातार यौन शोषण किया. महिला को जब युवक की सच्चाई का पता चला तो, उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. सच जानने के बाद महिला ने युवक को छोड़कर अपने मायके चली आई. इसके बाद आरोपी उमर अली ने पीड़िता के तीन साल के मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया.
केस उठाने का बना रहा दवाब
आरोपी उमर अली पीड़िता को वीडियो कॉल कर केस उठाने की धमकी देते हुए वीडियो कॉल कर उसे उसका बच्चा दिखाया. और बच्चे के साथ मारपीट की. आरोपी ने उसे केस उठाने की धमकी भी दी है. उमर अली ने केस नहीं उठाने पर अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहने की बात कही है. फिलहाल महिला की शिकायत पर रुन्नीसैदपुर और औराई थाने की पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है. खबर लिखे जाने तक अपहृत बच्चे को रिकवर व आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका था.
ब्राउन शूगर बेचने वाले तीन धंधेबाज गिरफ्तार
बिहार की राजधानी पटना के गर्दनीबाग के गली-गली में जाकर ब्राउन शूगर बेचने वाले गिरोह के तीन धंधेबाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. तीनों काफी समय से ब्राउन शूगर के धंधे संलिप्त थे. पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि तीनों ब्राउन शूगर की बिक्री कर रहे हैं. सूचना के बाद पुलिस ने तीनों धंधेबाजों को 10 पुड़िया ब्राउन शूगर के साथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपितों में गर्दनीबाग थाना क्षेत्र से विकास ठाकुर, संतू कुमार और विलास कुमार शामिल है. तीनों को पुलिस ने यारपुर के जोगियाटोली से गिरफ्तार किया है.
गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर रही है कि ब्राउन कहां से और किससे खरीदता है. आरोपितों ने पुलिस को अपने अन्य सदस्यों के नाम भी बताये हैं, जिनकी तलाश में पुलिस ने गर्दनीबाग के कई इलाको में छापेमारी भी की है. बताया जा रहा है कि यह हर दिन पांच से दस हजार का माल खरीदते थे और अधिक दामों में बेच देते थे.
50 हजार का इनामी पटना का कुख्यात रवि गोप नागपुर से गिरफ्तार
बिहार की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 50 हजार रुपये के इनामी पटना के कुख्यात अपराधी रवि गोप को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. एसटीएफ की विशेष टीम ने उसे महाराष्ट्र के नागपुर इलाके में छापेमारी कर पकड़ा. बिहार पुलिस को लंबे समय से रवि गोप की तलाश थी. उस पर पटना जिले के कदमकुआं, पीरबहोर व फुलवारी थाने में हत्या, लूट और रंगदारी से संबंधित 16 संवेदनशील मामले दर्ज हैं. एसटीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक रवि गोप महाराष्ट्र में अपनी पहचान छिपा कर स्क्रैप का बिजनेस कर रहा था.
पटना के कदमकुआं थाने में एक दर्जन प्राथमिकी दर्ज
महाराष्ट्र में रहकर भी अपने गुर्गों के जरिये वह पटना के कारोबारियों से रंगदारी के लिए धमकाता रहता था. पिछले कई माह से बिहार एसटीएफ की टीम रवि गोप के बारे में सूचना जुटा रही थी. इसी बीच उसके महाराष्ट्र के नागपुर में रहने की सूचना मिली. सत्यापन के बाद एसटीएफ की टीम ने दस अगस्त को रवि गोप को छापेमारी कर पकड़ लिया. रवि गोप पर सिर्फ पटना के कदमकुआं थाने में एक दर्जन प्राथमिकी दर्ज है.
कुख्यात मो शबीर को भी एसटीएफ ने पकड़ा
एसटीएफ की विशेष टीम ने पटना के ही कुख्यात वांछित अपराधी मो शबीर उर्फ डब्बू को भी गिरफ्तार किया है. उसकी गिरफ्तारी राजधानी के दीघा इलाके से की गयी. अधिकारियों के अनुसार दिसंबर 2020 में उसके खिलाफ सुल्तानगंज थाने में हत्या के प्रयास व आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज किया गया था. इस मामले में पुलिस को लंबे समय से उसकी तलाश थी.