मुख्यमंत्री का प्रगति यात्रा या आतंक यात्रा : माले
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सारण जिले में प्रगति यात्रा के तहत दौरे पर आए हुए थे। इसी बीच, छात्र संगठन आइसा के छात्र नेताओं ने जेपी विश्व से जुड़ी महत्वपूर्ण मांगों को मुख्यमंत्री के समक्ष रखने और उन्हें मांग पत्र सौंपने की योजना बनाई थी। इसी बीच एसआईटी टीम द्वारा माले नेता बिजेंद्र मिश्रा, जीवनन्दन राय को बिना जरूरी कारण के उठाकर हिरासत में रखा गया था।
वही इनके पुत्र दीपांकर मिश्र को छपरा से मुफसिल थाना में रखा गया था।इन्होंने कहा कि यह, लोकतांत्रिक प्रक्रिया और शांतिपूर्ण संवाद के बिरुद्ध कार्य हुआ है। यह घटना लोकतंत्र की आवाज को दबाने और छात्र आंदोलनों को कमजोर करने, विपक्ष को धमकाने की स्पष्ट कोशिश है।
जयप्रकाश विश्वविद्यालय के छात्रों की समस्याओं को उठाना और समाधान की मांग करना एक वैध और लोकतांत्रिक अधिकार है। लेकिन प्रशासन द्वारा इस तरह का दमनकारी कदम न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि यह राज्य में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर चोट पहुंचाता है।
आइसा और माले संगठन प्रशासन के इस अलोकतांत्रिक रवैये की कड़ी निंदा करते हैं ।हालांकि डिटेन किए गए नेताओं ने कहा कि उनके साथ थाने में कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया लेकिन किसी भी नेता को इस तरह पूरे दिन गिरफ्तार रखना अलोकतांत्रिक है।
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