सरकारी विद्यालय के शिक्षकों के बच्चे पढ़ते है प्राइवेट स्कूल में
सरकार निर्धारित करें सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों के बच्चें भी सरकारी स्कूल में पढ़े
श्रीनारद मीडिया, नित्यानंद कुमार, दरियापुर, सारण (बिहार):
सारण जिले के दरियापुर प्रखण्ड क्षेत्र के अंतर्गत उच्च विद्यालय से प्राथमिक विद्यालय करीब 250 से ऊपर है सभी विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक अपने बच्चे को नामांकन प्राइवेट स्कूल में कराकर पढ़वा रहे है उन्हें भी अपने पढ़ाने पर यकीन नहीं हो रहा है ।
कुछ शिक्षक ने नामांकन सरकारी विद्यालय में कराकर सरकारी लाभ ले रहे है लेकिन उनके बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे है । एक शिक्षक ने बताया कि एमडी एम,कई तरह की रिपोर्ट बनाना तथा शिक्षक की कमी ने सरकारी विद्यालय का जनाजा निकाल दिया है । जांच तो एक कोरम है जिसका अंतिम लक्ष्य भ्र्ष्टाचार से समाप्त हो जाता है वैसी जांच का होना न होना कोई मायने नही रखती है।
जो पाठ्यक्रम के हिसाब से जो पुस्तक सरकार लागू करा रखी है क्या वह कभी यह जांच करायी है कि उस किताब को देख कर शिक्षक पढ़ाने के काबिल है। टीईटी पास शिक्षक कुछ पढा भी दे लेकिन मुखिया जी के बहाल शिक्षक ने शिक्षा व्यवस्था को बेरा गर्क कर दिया है।
जाये तो जाये कहां प्राइवेट स्कूल में आम लोग अपने बच्चे को तो नही पढ़ा सकते है। खास की बात ही क्या है सरकार यह सुनिश्चित करें कि जिस विद्यालय में जो शिक्षक पदस्थापित है उन्ही स्कूल में उनके बच्चे पढ़े, साथ ही डीएम से लेकर तमाम अधिकािरियों व कर्मचारियों के बच्चें भी सरकारी स्कूल में पढ़े तभी स्थिति में परिवतर्न संभव हो सकता है
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