पिरामल स्वास्थ्य द्वारा जारी मागदर्शन पुस्तिका का सिविल सर्जन ने किया विमोचन
– कोरोना सहित महिला व बाल स्वास्थ्य से जुड़े 12 विषयों के प्रबंधन के लिहाज से पुस्तक महत्वपूर्ण
– आंगनबाड़ी, आशा सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के बीच पुस्तक का होगा वितरण
श्रीनारद मीडिया, अररिया, (बिहार):
नीति आयोग से संबंद्ध स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिये कार्यरत संस्था पिरामल स्वास्थ्य द्वारा जारी मार्गदर्शन पुस्तिका का विमोचन सिविल सर्जन अररिया डॉ एमपी गुप्ता ने किया। कोरोना सहित महिला व बाल स्वास्थ्य से जुड़े 12 विषयों के उचित प्रबंधन व इससे बचाव संबंधी उपायों को लेकर जारी मागदर्शन पुस्तिका जमीनी स्तर पर जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिये जिम्मेदार कर्मियों के बीच वितरित की जानी है। ताकि उन्हें इन रोगों के प्रति आम लोगों को जागरूक करने व इससे बचाव संबंधी उपायों के प्रति प्रेरित करने में जरूरी मदद मिल सके। महिला व बाल स्वास्थ्य की बेहतरी पर आधारित इस पुस्तक के विमोचन के मौके पर डीपीएम रेहान अशरफ, डीएमएनई सभ्यसांची पंडित, डीएओ सनोज कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के डीटीओ डॉ अफरोज सहित अन्य सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद थे।
– कई मायनों में उपयोगी है मार्गदर्शन पुस्तिका:
पुस्तक का विमोचन करते हुए सिविल सर्जन अररिया डॉ एमपी गुप्ता ने नीति आयोग व पिरामल स्वास्थ्य के संयुक्त तत्वावधान में जारी इस मार्गदर्शन पुस्तिका को बेहद उपयोगी बताया। उन्होंने कहा कोरोना सहित महिला व बाल स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों को पुस्तक में शामिल किया गया है। जो रोग के प्रबंधन व इससे बचाव के उपायों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा पुस्तक का समुचित अध्ययन जरूरी है। इससे समुदाय स्तर पर जरूरी स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिये जिम्मेदार कर्मियों की दक्षता में इजाफा होगा। इससे सामुदायिक स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना आसान होगा।
– स्वास्थ्य संबंधी 12 विषयों के प्रबंधन के लिहाज से पुस्तक महत्वपूर्ण:
पुस्तिका के संबंध में जानकारी देते हुए पिरामल स्वास्थ्य के डीटीएम डॉ अफरोज ने कहा पुस्तक में कोरोना महामारी, गर्भवती महिला व नवजात को निमोनिया से बचाव, नवजात के लिये स्तनपान व छह माह बाद ऊपरी आहार की उपयोगिता, बच्चों में एनीमिया की रोकथाम, डायरिया रोग की रोकथाम व प्रबंधन, जन्म के उपरांत मां के पहले गाढ़ा पीला दूध का महत्व, गर्भावस्था में शीघ्र पंजीकरण व एएनसी जांच व मातृ पोषण का महत्व, प्रसव पूर्व तैयारी व संस्थागत प्रसव का महत्व, बच्चों के नियमित टीकाकरण व विटामीन ए के खुराक का महत्व, महिलाओं में एनीमिया की नियमित जांच व इसकी रोकथाम के उपाय के साथ-साथ बच्चों की वृद्धि की नियमित निगरानी, सही पोषण व देखभाल जैसे स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण मामलों को पुस्तक में शामिल किया गया है।
– स्वास्थ्य कर्मियों के बीच होगा पुस्तक का वितरण:
पिरामल स्वास्थ्य के डीटीएम डॉ अफरोज ने बताया नीति आयोग व पिरामल स्वास्थ्य के संयुक्त प्रयास से जारी इस मार्गदर्शन पुस्तिका का स्वास्थ्य कर्मियों के बीच वितरण सुनिश्चित कराया जायेगा। पुस्तक सभी पीएचसी से संबंद्ध एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के साथ-साथ विभिन्न परियोजना कार्यलय से जुड़ी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के बीच इसका वितरण सुनिश्चित कराया जायेगा। ताकि उन्हें पुस्तक का लाभ मिल सके। साथ ही रोग प्रबंधन व इससे बचाव संबंधी उपायों के प्रति वह सजग होकर सफलता पूर्वक अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन करने में सक्षम हो सकें।
यह भी पढ़े
दिल्ली में सुपुर्द-ए-खाक होंगे पूर्व बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन ,शव कब्रिस्तान लेकर गयी दिल्ली पुलिस
प्रेमी जोड़े को रातभर पेड़ में बांधकर रखा, फिर रचाई शादी
पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत की सीबीआई जाँच की माँग
पत्नी का दाह संस्कार करने पहुंचा जवान नदी में डूबा, मौत की आशंका
डीएमके के जीतने पर महिला ने मंदिर में काट कर चढ़ाई जीभ, किया था वादा
प्रधान बनने के लिए तोड़ा ब्रह्मचर्य, बिना मुहूर्त की किया शादी, परिणाम आने के बाद जाने क्या हुआ