मुख्य सचिव से CM बोले- इधर आइए…इधर आइए:जनता दरबार में लाइन लगाकर खड़े हो गए सभी
अफसर के हाथ से छूटा कागज
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के दरबार में सोमवार को जमीन से जुड़ी शिकायतों को सुना। उन्होंने बड़े अधिकारियों को तलब किया। मुख्यमंत्री की नजर जैसे ही मुख्य सचिव आमिर सुबहानी पर पड़ी तो उन्होंने कहा… इधर आइए…इधर आइए। इसके बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी समेत सीएम सचिवालय के तमाम बड़े अधिकारी नीतीश कुमार के सामने लाइन लगाकर खड़े हो गए। हालांकि बातचीत के क्रम में मुख्यमंत्री ने माइक बंद कर दिए। फिर सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिए।
जमीन हमारी है, कब्जा दबंग कर रहे हैं
सहरसा से आए एक बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से कहा कि जमीन हमारी है और इस पर दबंग कब्जा कर रहे हैं। दबंग 5 लाख रुपए की रंगदारी मांगता है। थाना भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। दबंग थाने को जेब में रखने का दावा करते हैं। हमें न्याय दीजिए।
फरियादी की इस शिकायत को सुनकर मुख्यमंत्री ने अधिकारी को फोन लगाया और कहा कि तुरंत इस मामले को देखिए और एक्शन लीजिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में किशनगंज से आई एक दलित महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि 2010 में हमें विकास मित्र के तौर पर रखा गया था। अब हटा दिया गया है।
महिला की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री नीतीश ने एससी एसटी कल्याण विभाग के सचिव को फोन लगाया और अधिकारी से पूछा कि ऐसा क्यों हो रहा है। 10 को रखिए और 20 को हटा दीजिए। 10 साल काम करने के बाद क्यों हटाया जा रहा है? वह भी दलित महिला को, आप इस मामले को जल्द से जल्द देखिए।
जमीन हड़पने और रंगदारी से जुड़े आए हैं मामले
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज महीने के दूसरे सोमवार को जनता दरबार कर रहे हैं। अपराध सहित जमीन से जुड़े मामलों से जुड़ी फरियाद को मुख्यमंत्री आज के दिन सुनते हैं। इस दौरान राज्य भर से लोग अपनी फरियाद लेकर आए हैं। अलग-अलग जिलों से आए फरियादियों में से जमीन हड़पने, रंगदारी मांगने सहित कई मामले मुख्यमंत्री के सामने आए।
अफसर के हाथ से छूटा कागज, बोले- तुम्हारा जूता भी नीचे है
जनता दरबार के दौरान एक और घटना हुई। एक अफसर के हाथ से कागज गिर गया। फिर वह उसे उठाकर सीएम को देने लगा। इस पर नीतीश कुमार ने अधिकारी से कहा कि कहां गिरा देते हो बार बार नीचे.. तुम्हारा तो जूता है नीचे और नीचे गिराकर यहां लाते हो। हम इसको काहे हाथ से पकड़ेंगे बोलो। नीचे गिरा दिए..। इस बीच अधिकारी अपनी सफाई में कुछ कहता है। फिर नीतीश कुमार के टेबल पर कागज रखकर अधिकारी चला जाता है। सीएम उस कागज को नहीं उठाते और टेबल से ही पढ़कर सुनाते हैं।