बिहार में ठंड के तेवर पड़े ढीले,बदल जाएगा मौसम!
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार में पटना सहित करीब 22 जिलों में 11 फरवरी से हवा के रुख में बदलाव के आसार हैं. पुरवा हवा चलने से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी होगी. इससे लोगों को ठंड से राहत मिलेगी. वहीं शनिवार से पछुआ की रफ्तार थमेगी पर अगले दो दिनों तक न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट जारी रहेगी. इस कारण सुबह और शाम लोगों को ठंड का एहसास होगा. रविवार से पुरवा हवा के प्रभाव से तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी.
सबसे गर्म रहा मधुबनी
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी सहित प्रदेश के 26 शहरों के न्यूनतम और 21 के अधिकतम तापमान में कमी आई. वहीं भागलपुर, नवादा, अररिया, डेहरी और कैमूर के न्यूनतम और किशनगंज, फारबिसगंज, पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पुपरी, भोजपुर, औरंगाबाद के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई. 10 शहरों का न्यूनतम पारा दस डिग्री सेल्सियस के नीचे रहा. बिहार का सबसे ठंडा शहर 7 डिग्री सेल्सियस के साथ मोतिहारी और सबसे गर्म शहर 24.1 डिग्री सेल्सियस के साथ मधुबनी रहा.
शाम से रात तक तेज हुआ सर्दी का सितम
मौसम में हुए बदलाव के कारण रात में सर्दी का सितम तेज हो गया है. बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट हुई है. मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य से 4.8 डिग्री कम रहा. दूसरी ओर अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री दर्ज हुआ, जो सामान्य से 3.1 डिग्री कम रहा. वहीं दिन के समय शुक्रवार को हवा की गति कम होने से थोड़ी राहत मिली.
पांच दिनों का पूर्वानुमान जारी
दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से अगले पांच दिनों का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इसके तहत उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के बादल के साथ मौसम शुष्क रहने का अनुमान है. इस अवधि में अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री के बीच रह सकती है. अगले दो दिनों तक 5 से 6 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलेगी. उसके बाद पूरवा हवा चलने की संभावना है. तापमान में हो रहे ऊतार-चढ़ाव के कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्या से परिवार के लोग घिर चुके है. सबसे अधिक बच्चे और बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गयी है.
आसमान में रहेंगे हल्के बादल, मौसम रहेगा शुष्क
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के ग्रामीण कृषि मौसम सेवा केंद्र व भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयाेग से 10 से 14 फरवरी 2024 तक के लिये मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया है. पूर्वानुमानित अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में हल्के बादल आ सकते हैं. हालांकि के मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है. पूर्वानुमानित अवधि में अधिकतम तापमान 21 से 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. जबकि न्यूनतम 10 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है.
पूरवा हवा चलने की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार औसतन 5 से 6 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से अगले दो दिनों तक पछिया हवा चल सकती है. उसके बाद पूरवा हवा चलने की संभावना है. सापेक्ष आद्रर्ता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दाेपहर में 60 से 70 प्रतिशत रहने की संभावना है. आज का अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 31. डिग्री कम रहा, वहीं न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा.
लोगों को मिल रही ठंड से राहत, फसलों को भी मिली जान
बीते एक-दो दिनों से धूप निकलने से ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगों को राहत मिल रही है. धूप निकलने से लोगों को ठंड से कुछ राहत महसूस हुआ है. धूप सुबह से शाम पांच बजे तक बरकरार रहा. हालांकि धूप में भी ठंड व कनकनी का लोगों को एहसास होता रहा. माल-मवेशी व उसके रखरखाव स्थलों को भी धूप से राहत मिली. फसलों में भी धूप के लगने से सर्द से पीला पड़ रहे पौधे को हरियाली का पोषण क्रिया का संचार हुआ. ठंड से ठहर- सी गयी जिंदगी धूप उगने पर हरकत में आ गयी.
मौसम पूर्वानुमान का बिहार मॉडल अपनायेगा पूरा भारत
बिहार मौसम से संबंधित विभिन्न खतरों के लिए अत्यधिक संवेदनशील है. लू, ओलावृष्टि, बारिश आंधी और बिजली गिरना,बाढ़ और सूखा,कोहरा,धुंध,शीत लहर जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर देते हैं. लोगों की सुरक्षा को देखते हुए राज्य सरकार ने पांच दिनों का मौसम पूर्वानुमान की व्यवस्था की है. इसके लिए प्रखंड स्तर पर स्वचालित मौसम केंद्र बनाये गये हैं. मौसम पूर्वानुमान को लेकर राज्य सरकार, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) से भी मदद ले रही है.मौसम पूर्वानुमान के बिहार मॉडल की न केवल सराहना हो रही है,बल्कि इस मॉडल को पूरा देश भी अपनायेगा.बिहार मॉडल की सफलता को देखने इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ भी बिहार आयेंगे.
कैसे किया जाता है मौसम पूर्वानुमान
राज्य के सभी प्रखंडों में स्थापित स्वचालित मौसम केंद्र से प्राप्त आंकड़े और इसरो से मिले आंकड़ों का बिहार मौसम केंद्रों के वरीय वैज्ञानिक विश्लेषण कर मौसम पूर्वानुमान का आकलन करते हैं. मौसम विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक प्रभु बताते हैं कि प्रखंड स्तरीय मौसम विज्ञान केंद्र से तापमान,आर्द्रता, हवा की गति और दिशा के बारे में हर 15 मिनट पर आंकड़े मिलते रहते हैं.
पांच दिनों के लिए मौसम पूर्वामान
उन्होंने बताया कि इन आंकड़े को इसरो के सेटेलाइट से मिले आंकड़ों के साथ मिलाकर विश्लेषण किया जाता है. यह विश्लेषण वैज्ञानिक की टीम, विशेष कंप्यूटर साॅफ्टवेयर के जरिये करती है. उन्होंने बताया कि इसी विश्लेषण के आधार पर पांच दिनों के लिए मौसम पूर्वामान लगाया जाता है. विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार पंसारी ने बताया कि बिहार मौसम विज्ञान केंद्र की टीम में आइआइटी और राष्ट्रीय स्तर की संस्थानों से प्रशिक्षित प्रोफेशनल है और बेहतरीन काम कर रहे हैं.
क्या कहते हैं विभागीय मंत्री
योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि राज्य के सभी प्रखंडों में स्वचालित मौसम केंद्र स्थापित हो गया है. इसके बाद अब राज्य के हर हिस्से से मौसम पूर्वानुमान की जानकारी सहजता से उपलब्ध हो रही है. कुछ दिन पहले नासा के वैज्ञानिक भी बिहार मौसम केंद्र देखने आये थे. इसरो अध्यक्ष भी आयेंगे.यह राज्य के लिये गौरव की बात है