महेन्द्रनाथ मंदिर में चढ़ाये गये बेलपदत्र, फूल से बनेगा कंपोस्ट खाद … डॉ अनुराधा रंजन
बेलपत्र व फूल से कम्पोस्ट खाद तैयार करने पर हुई चर्चा
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट, सीवान (बिहार):
कृषि विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक सह अध्यक्ष डॉ. अनुराधा रंजन कुमारी एवं डॉ. राज कुमार मंडल द्वारा सोमवार को सिसवन प्रखंड के मेंहदार गांव स्थित महेन्द्र नाथ मंदिर पहुंच प्रधान पुजारी नीरज उपाध्याय, गोपाल जी पांडेय एवं अन्य प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई। बैठक में मंदिर में चढ़ाया हुआ बेलपत्र, फूल एवं अन्य पत्तीदार सामग्री से कम्पोस्ट खाद तैयार करने पर चर्चा की गई। सभी से वार्ता कर योजना तैयार की गई। कृषि वैज्ञानिक के माध्यम से कम्पोस्ट खाद तैयार कर जैविक उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनुराधा रंजन ने कहा कि धीरे-धीरे मिट्टी की उर्वरा शक्ति घटती जा रही है, उत्पादन भी कम होता जा रहा है। इसलिए हमलोगों को रसायनिक खेती को कम कर जैविक खेती को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा द्वारा देवघर जिला में भी कराया जा रहा है। यह मॉडल जैविक उत्पादन के लिए बहुत बेहतर है। जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही साथ खेती की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भगवान को चढ़ाया गया पुष्प , बेलपत्र तथा अन्य पत्तीदार सामग्री को विनिष्ठ करने अथवा फेक देने से गंदगी फैलती है । अगर इसका उपयोग कम्पोष्ट खाद बनाने के लिए किया जाता है तो हम ईश्वर के संतान को काफी लाभ !मिलेगा ।
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