कोरोना मरीजों का पता लगाने के लिये जिले में सघन जांच अभियान का हुआ संचालन
जिले के विभिन्न स्थानों पर लगाये गये कैंप में पांच हजार से अधिक लोगों ने करायी जांच
बीते 24 घंटे के दौरान जिले में संक्रमण के 37 नये मामले आये सामने
जिले का अररिया व फारबिसगंज प्रखंड संक्रमण से अधिक प्रभावित, सिर्फ फारबिसगंज में 50 फीसदी मरीज
श्रीनारद मीडिया, अररिया, (बिहार):
कोरोना की दूसरी लहर तेजी से जिले में अपना पांव पसारने लगी है। बीते 24 घंटे के दौरान जिले में संक्रमण के 37 नये मामले सामने आये हैं। इस दौरान 18 लोगों के स्वस्थ होने की सूचना है। बहरहाल जिले में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ कर 368 पर जा पहुंची है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सोमवार को जिले मे सघन कोरोना जांच अभियान का संचालन किया गया। अररिया नगर थाना, पुलिस लाइन सहित शहर के विभिन्न वार्डों में जांच कैंप का आयोजन किया गया। वहीं फारबिसगंज रेलवे स्टेशन सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थलो के साथ-साथ दूरदराज ग्रामीण इलाकों में भी कैंप लगाकर प्रतिनियुक्त कर्मियों द्वारा लोगों की कोरोना जांच की गयी।
पांच हजार से अधिक लोगों की हुई कोरोना जांच:
जिले में कोरोना मरीजों के एक्टिव सर्च के लिये चिह्नित स्थलों पर लगातार कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में अब तक 5859 लोगों की जांच की गयी है। जानकारी देते हुए डीपीएम रेहान अशरफ ने कहा जिले के विभिन्न बस स्टैंड पर लगाये गये कैंप में अब तक कुल 3374 लोगों की जांच की गई है। वहीं अररिया व फारबिसगंज स्टेशन पर लगाये गये कैंप में 1737 व भारत नेपाल सीमा से सटे इलाकों में आयोजित कैंप के माध्यम से कुल 748 लोगों की कोरोना जांच की गई है।
अररिया व फारबिसगंज के शहरी इलाके ज्यादा प्रभावित:
जिले में कोरोना संक्रमण 60 फीसदी से अधिक मामले अररिया व फारबिसगंज नगर क्षेत्र से संबंद्ध हैं।फिलहाल जिले में कोरोना के एक्टिव कुल 368 मामलों में 91 मामले अररिया से हैं। वहीं फारबिसगंज में एक्टिव मामलों की संख्या 187 है। लिहाजा कोरोना के 50 प्रतिशत मरीज महज फारबिसगंज नगर व इसके आस-पास के क्षेत्र से संबंद्ध हैं। कुल मरीजों के 24 फीसदी मरीज अररिया से हैं। इसी तरह जिले के भरगामा प्रखंड में संक्रमण के 13, रानीगंज प्रखंड में 15, जोकीहाट में 4, पलासी में 10, सिकटी में 3, कुर्साकांटा में 10 व नरपतगंज में कुल 35 संक्रमित मरीज हैं।
बढ़ाया जायेगा कंटेनमेंट जोन का दायरा:
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कोरोना संबंधी मामलों की हुई समीक्षात्मक बैठक का हवाला देते हुए डीपीएम रेहान असरफ ने कहा बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कंटेनमेंट जोन का आकार बड़ा करने का निर्देश प्राप्त है। माइक्रो कंटनमेंट जोन अब नहीं बनेंगे। कंटेनमेंट जोन में एंटीजेन टेस्ट की रफ्तार बढ़ायी जायेगी। आरटीपीसीआर जो संक्रमण का पता लगाने के लिये गोल्डन टेस्ट के रूप में जाना जाता है। जिले में हर दिन 600 आरटीपीसीआर जांच का लक्ष्य है। जिलाधिकारी के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया है कि 600 आरटीपीसीआर जांच में 250 आरटीपीसीआर सदर अस्पताल अररिया व अररिया पीएचसी पोषक क्षेत्र के अंतर्गत किया जायेगा। वहीं 250 आरटीपीसीआर टेस्ट अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज व फारबिसगंज पीएचसी क्षेत्र में किया जायेगा। बांकी कम प्रभावी क्षेत्र कुर्साकांटा, नरपतगंज, पलासी, सिकटी सहित अन्य पीएचसी पोषक क्षेत्र के तहत 10 से 20 टेस्ट ही किये जायेंगे। ट्रूनेट जांच का सिलसिला पूर्ववत जारी रहेगा। डीपीएम ने कहा शहरी क्षेत्र में पॉजेटिविटी रेट ज्यादा है। ऐसा देखा जा रहा है कि युवा वर्ग तेजी से संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। लेकिन उनकी वजह से परिवार व समाज के बुजुर्गों को बड़ा खामियाजा चुकाना पड़ रहा है। उन्होंने कहा आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में प्राप्त निर्देश के मुताबिक शहर व ग्रामीण इलाके के बाजार शाम सात बजे की जगह अब छह बजे ही बंद होंगे।
सतर्कता ही संक्रमण से बचाव का जरिया:
कोरोना संबंधी मामलों की जानकारी देते हुए डीआईओ डॉ मोईज ने कहा जिला स्वास्थ्य विभाग कोरोना की दूसरी लहर पर प्रभावी नियंत्रण के उपायों के लिये हर संभव प्रयास कर रहा है। हमारी कोशिशें तब तक कामयाब नहीं हो सकती है जब तक आम लोग इसे लेकर सतर्क नहीं होंगे। उन्होंने आम जिलावासियों से नियमित रूप से मास्क का उपयोग करने, बहुत जरूरी होने पर ही अपने घरों से निकलें। इस दौरान शारीरिक दूरी का ध्यान रखने व नियमित अंतराल पर अपने हाथों की सफाई करने की अपील की।
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