उत्तर प्रदेश में जन-जन की आवाज बनती कांग्रेस.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आज बदलते दौर में राजनीति में विचारधारा के साथ साथ सेवाभाव का पूर्णतया पतन हो गया है और राजनीति केवल सत्ता पक्ष का सुख प्राप्त करने का माध्यम होती जा रही है। इन्ही बदलते राजनीतिक मूल्यों से आम जनमानस काफी छला जा रहा है। उत्तर प्रदेश में तीन दशक से ज्यादा समय तक सत्ता से बाहर रही कांग्रेस पार्टी आज नये स्वरुप और लक्ष्य के साथ कार्य कर रही है जिसका प्रथम उद्देश्य आम जनमानस की आवाज बनना हो गया है।

आने वाले नये साल में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। सत्ता पक्ष में रह रही भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रदेश के विकास को लेकर कागजी दावे किये जाते हैं लेकिन उनका आम जनमानस की समस्याओं से कोई सरोकार नही है। भारतीय जनता पार्टी के शासन काल में अनेक ऐसे अवसर आये जब जनता को उनकी समस्याओं से लिए अकेला छोड़ दिया गया। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा सक्रिय जन-भागीदारी का जो दौर चला उसने पहले से चले आ रहे क्षेत्रीय पार्टियों सपा और बसपा को बहुत ही पीछे छोड़ दिया।

कांग्रेस पार्टी ने आम-जनमानस की समस्याओं को इतने मजबूती के साथ उठाया कि आज उत्तर प्रदेश में कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी के रूप में दिखायी दे रही है, जन-समस्याओं को लगातार उठाते रहने के कारण आज कांग्रेस पार्टी जन-जन की आवाज बन हुई है ।

कांग्रेस पार्टी द्वारा मई 2019 में श्रीमती प्रियंका गाँधी को उत्तर प्रदेश कांग्रेस का दायित्व मिला, इसके पहले फरवरी 2019 में प्रियंका गाँधी को पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था उसके बाद से हरकत में आयी कांग्रेस पार्टी का लक्ष्य चुनाव में जीत-हार नही रह गया वरन कांग्रेस का लक्ष्य हर गरीब मजलूम की आवाज बनना हो गया। कांग्रेस पार्टी का हर कार्यकर्ता इसी राजनैतिक उद्देश्य के साथ सेवाभाव से अपना कार्य कर रहा है जिसके उपरांत आज कांग्रेस पार्टी प्रमुख लक्ष्य गरीब, मजदूर, शोषित, उपेक्षित, बेसहारा, सर्वसहारा, कमजोरों के साथ-साथ महिलाओं और छात्रों की आवाज बनना हो गया है।

उत्तर प्रदेश की महासचिव श्रीमती प्रियंका गाँधी के उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय योगदान से जुड़े तथ्यों का अवलोकन करें तो कांग्रेस पार्टी का मूल लक्ष्य स्पष्ट हो जाता है। 28 दिसंबर, 2019 को कांग्रेस पार्टी के लखनऊ कार्यालय में कांग्रेस जनों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अंतिम छोर पर खड़े हर इंसान की आवाज है। कांग्रेस प्रेम, भाईचारा, शांति और सत्य के अंदाज का नाम है। कांग्रेस किसान, नौजवान, मजदूर, महिलाएं और हर मजलूम की आवाज है। इन्ही विचारों का प्रत्यक्ष दर्शन प्रियंका गाँधी के पूर्व से अब तक के कार्यों में भी देखा जा सकता है।

इसी कड़ी में सर्वप्रथम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी का उम्भा में पीड़ित परिवार से मिलना और एवं पीड़ित समाज को कांग्रेस पार्टी के फंड से एक करोड़ रूपये की आर्थिक मदत करना और यह अश्वाशन देना कि कांग्रेस का हर सिपाही आप लोगों के साथ है। यह पहली घटना थी जिसने कांग्रेस की राजनैतिक लड़ाई की दिशा ही बदल दी।

योगी सरकार द्वारा आम जनमानस के हो रहे उत्पीड़न एवं अव्यवस्थाओं को बारीकी से उठाया है, चाहे वह दलित उत्पीड़न हो, महिलाओं का शोषण हो, युवाओं की बदहाली हो, कोरोना काल की अव्यवस्था हो या बुनकरों की समस्या हो या फिर प्रदेश में हो रही ब्राह्मणों की हत्या हो, इन सब विषयों को कांग्रेस ने जोरदार ढंग से उठाया है।

प्रियंका गाँधी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी ने प्रदेश में व्याप्त अव्यवस्था को जोरदार ढ़ंग से उठाया जिसके चलते प्रदेश सरकार द्वारा अनेकों बार उन्हें जेल भेजा गया। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस जनों की गिरफ्तारी का यह सिलसिला दरअसल 30 सितम्बर 2019 को शाहजहांपुर से शुरू हुआ जब कोंग्रेसी जन भाजपा नेता स्वामी चिन्मयानन्द का बलात्कार-कांड में नाम आने के बाद शाहजहांपुर से लखनऊ तक न्याय यात्रा निकालना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें घर पर ही नजरबन्द कर दिया।

इसी क्रम में प्रयागराज में निषादों के हो रहे उत्पीड़न के बाद प्रियंका गाँधी निषाद समाज से प्रयागराज में मिलने गयीं और निषादों के हक की लड़ाई साथ खड़े होने का वादा किया। इसी प्रकार 25 फरवरी 2021 को रोजगार मांग रहे युवाओं को लाठी से पीटा गया जिसका कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध किया और प्रियंका गाँधी जी ने युवाओं से संवाद स्थापित किया तथा योगी आदित्यनाथ को युवाओं के हक में एक पत्र भी लिखा। कोरोना की दूसरी लहर में उत्तर प्रदेश में ऑक्सीजन, एम्बुलेंस और जीवन रक्षक दवाओं की हो रही किल्लत को कांग्रेस पार्टी ने प्रमुखता से उठाया।

उत्तर प्रदेश में कई ऐसी अनेक घटनाएं घटी जब यहाँ की क्षेत्रीय पार्टियां आम जनमानस के विषयों पर पूर्णतया मूकदर्शक बनी रहीं। इन घटनाओं में सोनभद्र की घटना, उन्नाव के रेप की घटना, हातरस की घटना, उन्नाव में दलित बहनों की हत्या की घटना, पंचायत चुनाव ड्यूटी में लगे 1600 से अधिक मृत शिक्षकों की मुआवजे की लड़ाई, आजमगढ़ में दलित बस्ती में तोड़-फोड़ की घटना आदि अनेक ऐसी घटनाएं पिछले साढ़े चार वर्षों में घटी हैं जिसे कांग्रेस पार्टी ने अकेले ही लड़ा है।

पिछले माह उत्तर प्रदेश में प्रियंका गाँधी के निर्देश पर कांग्रेस पार्टी ने महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की समस्याओं को लेकर ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ यात्रा का आयोजन किया। आम जनमानस से जुड़ने तथा उनकी समस्याओं को जानने के लिए कांग्रेस घोषणा पत्र समिति के प्रमुख सलमान खुर्शीद एवं सुप्रिया श्रीनेत लगातार जिलेवार यात्रा कर रहे हैं जिसके फलस्वरूप आज कांग्रेस पार्टी जन-जन की आवाज बनी हुई है।

कांग्रेस पार्टी लगातार ग्राम एवं ब्लॉक स्तर तक पहुँच बनाने के लिए प्रशिक्षण से पराक्रम कार्यक्रम का आयोजन कर रही, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी बतौर विपक्ष की मुख्य भूमिका में सक्रिय भागीदारी की है। कांग्रेस पार्टी ने प्रियंका गाँधी के नेतृत्व में आम जनमानस के हक की लड़ाई लड़ी चाहे कोरोना काल में व्याप्त अव्यवस्था का मुद्दा हो या फिर चुनाव ड्यूटी में मृत शिक्षकों, बेरोजगार युवाओं, दलित समाज या पिछड़ों की लड़ाई हो इन सब विषयों को कांग्रेस पार्टी ने बढ़-चढ़ कर उठाया और जन-जन की आवाज बन गयी जबकि अन्य विपक्षी पार्टियां द्वारा इन साढ़े चार वर्षों में आम जनमानस से किनारा कर लिया गया है ।

आभार-डॉ रामेश्वर मिश्र

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