डुमरिया पुल से गंडक नदी में गिरा कंटेनर, चालक व खलासी लापता
प्रसव पीड़िता की बंध्याकरण के बाद मौत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
गोपालगंज के डुमरिया पुल से शुक्रवार को एक कंटेनर अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए गंडक नदी में जा गिरा. हादसे के बाद कंटेनर चालक और खलासी के लापता होने की आशंका जतायी जा रही है. वहीं, गंडक नदी का पानी अधिक होने के कारण कंटेनर का कोई पता नहीं चल सका. सदर एसडीपीओ संजीव कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि कंटेनर गोपालगंज की तरफ से मुजफ्फरपुर की ओर जा रहा था. गंडक नदी का जल स्तर अधिक होने के कारण कंटेनर के बारे में कुछ भी पता नहीं चल सका है.
गोपालगंज से मुजफ्फरपुर की ओर जा रहा था कंटेनर
हादसा होने के बाद एनएचएआइ की ओर से डुमरिया पुल पर एहतियातन चौकसी बढ़ा दी गयी है. जिला प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलायी है. वहीं, एनएचएआइ ने हादसा होने के बाद डुमरिया पुल पर बैरिकेडिंग कर दी है. कंटेनर में सवार चालक और खलासी के बारे में अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. महम्मदपुर पुलिस का कहना है कि पुल से गुजर रहे राहगीरों ने इस हादसे की सूचना दी.
बारिश के दौरान गंडक नदी के पुल पर हुई घटना
पुलिस पहुंची तो कंटेनर दिखायी नहीं दिया, लेकिन हादसा स्थल के पास पुल की रेलिंग टूटी हुई पायी गयी और वहां कंटेनर दुर्घटना के कुछ पार्ट्स बिखरे मिले हैं. कंटेनर पर कितने लोग सवार थे, इसके बारे में कुछ पता नहीं चल सका है. बारिश होने की वजह से पुलिस और एनडीआरएफ को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, कंटेनर कहां का था, उसके मालिक के बारे में अब तक कोई पता नहीं चल सका है.
प्रसव पीड़िता की बंध्याकरण के बाद मौत
बांका जिला के बेलहर थाना क्षेत्र के गोवाचक गांव की एक प्रसव पीड़िता की मौत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर में बंध्याकरण ऑपरेशन के बाद अस्पताल परिसर में ही हो गई. उसके बाद भी डॉक्टर ने उसे बांका के लिए रेफर कर दिया. इसकी जानकारी जब परिजन को रास्ते में मिली तब मृतक के पति ने अपने रिश्तेदार एवं सगे संबंधियों को फोन कर इसकी जानकारी दी. जिसके बाद बांका दुधारी गांव के पास एंबुलेंस को रोककर परिजनों ने हंगामा किया.
अस्पताल परिसर में भी परिजनों के द्वारा हंगामा किया गया. तब जाकर एंबुलेंस से शव को वापस बेलहर थाना लाया गया. इस संबंध में मृतक के पति विकास सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी चंचली देवी का नॉर्मल प्रसव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलहर में 22 जून को हुआ था. पत्नी के शरीर में खून मात्र 6.8 प्रतिशत ही था. जिसके बाद भी 24 तारीख को की रात में बंध्याकरण कर दिया गया.
मौत के बाद रेफर करने का आरोप
मृतका के पति ने बताया कि देर रात्रि से मेरे पेशेंट की तबीयत काफी खराब होने लगी. लेकिन डॉक्टर के द्वारा लापरवाही बरतते हुए बचाने का कोई प्रयास नहीं किया गया. जब उसकी मृत्यु सुबह करीब 4 बजे हो गई. तब उसे बांका के लिए रेफर कर दिया गया.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा
इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि ऑपरेशन के बाद पेशेंट को होश हो गया था. काफी कमजोर होने के कारण मृत्यु होने की संभावना जताई जा रही है. वहीं पुलिस एवं अस्पताल प्रबंधन के द्वारा परिजनों को समझाने तथा सरकारी प्रावधान के तहत मिलने वाले मुआवजा दिलाने की बात पर परिजन शव को लेकर घर गए.