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भारत 'रतन' टाटा का राष्ट्र के लिए योगदान और विरासत - श्रीनारद मीडिया

भारत ‘रतन’ टाटा का राष्ट्र के लिए योगदान और विरासत

भारत ‘रतन’ टाटा का राष्ट्र के लिए योगदान और विरासत

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष रतन नवल टाटा (जिन्हें 21वीं सदी में भारत के आर्थिक पुनरुत्थान के प्रतीक के रूप में जाना जाता है) का 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया।

रतन टाटा कौन थे?

  • परिचय:
    • रतन नवल टाटा एक प्रतिष्ठित भारतीय व्यवसायी और भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक, टाटा समूह के पूर्व अध्यक्ष थे।
    • उन्हें वर्ष 2000 में पद्म भूषण और वर्ष 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
    • उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय से वास्तुकला में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और वर्ष 1962 में अपने परदादा जमशेदजी टाटा द्वारा स्थापित टाटा समूह में शामिल होने के लिये भारत लौट आए।
    • वह एक लाइसेंस प्राप्त पायलट थे जो अपने शांत आचरण, अपेक्षाकृत साधारण जीवनशैली और परोपकारिता के लिये जाने जाते थे।
    • रतन टाटा दूरदर्शी और दयालु व्यक्तित्त्व के थे तथा उन्होंने व्यवसायिक और सामाजिक क्षेत्रों में लोकप्रियता हासिल की।
  • उपलब्धियाँ:
    • रतन टाटा ने टाटा समूह को एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में बदलने में प्रमुख भूमिका निभाई जिसमें इस्पात, ऑटोमोबाइल, सॉफ्टवेयर और दूरसंचार जैसे उद्यम शामिल हैं।
    • अपने कॅरियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने टाटा मोटर्स (पूर्व में टेल्को) और टाटा स्टील सहित कई टाटा कंपनियों के साथ कार्य किया तथा नेशनल रेडियो एंड इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी को पुनर्जीवित किया।
    • वर्ष 1991 में वे जे.आर.डी टाटा के बाद टाटा समूह के अध्यक्ष बने।
    • उन्होंने महत्त्वपूर्ण संगठनात्मक सुधार (जैसे सेवानिवृत्ति की आयु निर्धारित करना एवं युवा प्रतिभाओं की नेतृत्त्वकारी भूमिकाओं को बढ़ावा देना) लागू किये।
  • उन्हें निम्नलिखित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया:
    • वर्ष 2021 में असम सरकार द्वारा असम बैभव।
    • वर्ष 2023 में किंग चार्ल्स तृतीय द्वारा ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया के मानद अधिकारी।
    • वर्ष 2008 में आईआईटी बॉम्बे द्वारा मानद डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि।
    • वर्ष 2014 में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा मानद नाइट ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ द ब्रिटिश एम्पायर (GBE)
    • वर्ष 2008 में सिंगापुर सरकार द्वारा मानद नागरिक पुरस्कार।
  • योगदान:
    • टाटा ने आईटी बूम का लाभ उठाते हुए वर्ष 1996 में टाटा टेलीसर्विसेज़ की स्थापना की तथा वर्ष 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को सार्वजनिक कर दिया।
    • उनके नेतृत्व में महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय अधिग्रहण हुए, जिनमें शामिल हैं:
      • वर्ष 2000 में टेटली टी की खरीद।
      • वर्ष 2002 में VSNL (विदेश संचार निगम लिमिटेड) का अधिग्रहण।
      • वर्ष 2007 में कोरस स्टील का अधिग्रहण (किसी भारतीय कंपनी द्वारा किया गया सबसे बड़ा अधिग्रहण था)।
      • वर्ष 2008 में फोर्ड से जगुआर और लैंड रोवर का अधिग्रहण।
      • जनवरी 2022 में टाटा समूह द्वारा सरकार से एयर इंडिया के अधिग्रहण में टाटा ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
    • उन्होंने टाटा नैनो भी लॉन्च की, जो एक कम लागत वाली कार थी जिसका उद्देश्य भारतीयों को किफायती परिवहन का साधन उपलब्ध कराना था।
    • टाटा, भारतीय स्टार्टअप्स में एक प्रमुख निवेशक थे जिन्होंने पेटीएमओला इलेक्ट्रिक और अर्बन कंपनी जैसी कंपनियों का समर्थन किया।
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