कुन्नूर नीलगिरि हेलीकाप्टर हादसा: ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह भी हार गए जिंदगी की जंग.
वरुण सिंह के निधन की खबर सुनकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीच में ही रोका भाषण.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकाप्टर हादसे में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन हो गया है। बीती 8 दिसंबर को क्रैश हुए एमआई17 वी5 हेलीकाप्टर में वो एकमात्र जीवित बचे थे। उनका इलाज कमांड अस्पताल, बेंगलुरु में चल रहा था, जहां उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था। दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों की मौत हो गई थी।
वायुसेना ने ट्वीट कर दी जानकारी
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह बुधवार को जिंदगी की जंग को हार गए। भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है।
भारतीय वायुसेना ने ट्वीट कर कहा कि यह बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का इलाज के दौरान आज निधन हो गया है। वो 8 दिसंबर 2021 को हुए हादसे में अकेले जीवित बचे थे। एयरफोर्स उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करता है और उनके परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि ग्रुप कैप्टन वरुण ने गर्व के साथ देश की सेवा की, उनके निधन की खबर से बेहद आहत हूं। राष्ट्र के लिए उनकी समृद्ध सेवा को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी संवेदनाएं। शांति।
देवरिया, यूपी के रहने वाले थे वरुण सिंह
ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह यूपी के देवरिया के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले थे, लेकिन उनका जन्म दिल्ली में हुआ था। उनके पिता कृष्ण प्रताप सिंह सेना से कर्नल के पद से रिटायर हुए हैं। बचपन से ही उनकी परवरिश फौजी वातावरण में हुई, उनका छोटा भाई तनुज सिंह नव सेना में हैं। अपने पीछे वरुण सिंह पत्नी गीतांजली बेटे रिद रमन और बेटी आराध्या को छोड़ गए हैं, फिलहाल उनका परिवार भोपाल में रहता है।
रक्षा मंत्री ने दी थी हादसे की जानकारी
एमआई17 वी5 हैलीकाप्टर क्रैश हादसे के बारे में जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया था कि, 8 दिसंबर 2021 को दोपहर के वक्त भारतीय वायुसेना का एमआई17 वी5 हेलीकाप्टर कुन्नूर के पास क्रैश हो गया। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 12 लोगों की मौत हो गई। जनरल बिपिन रावत वेलिंग्टन स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कालेज के पूर्वनिर्धारित दौरे पर थे।
वायुसेना के एमआई 17 हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से 11बजकर 48मिनट पर उड़ान भरी। इसे 12बजकर 15 मिनट पर वेलिंग्टन में लैंड करना था, लेकिन 12बजकर 08मिनट पर यह क्रैश हो गया। इस दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर, कर्नल हरजिंदर सिंह, लांस नायक विवेक कुमार, नायक गुरुसेवक सिंह , लांस नायक बी साई तेजा, नायक जितेंद्र कुमार, हवलदार सतपाल राई, विंग कमांडर पीएस चौहान, स्क्वॉड्रन लीडर कुलदीप सिंह, राणा प्रताप दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप का उसी दिन निधन हो गया था।
भोपाल में होगा अंतिम संस्कार
भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया के मुताबिक शहीद ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अंतिम संस्कार जिले में ही होगा। गुरुवार दोपहर सेना के विमान से पार्थिव शरीर को भोपाल लाया जाएगा। जिसके बाद 17 दिसंबर, दिन शुक्रवार को उनका अंतिम संस्कार होगा।
सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलिकाप्टर क्रैश में जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की आज इलाज के दौरान मौत हो गई। उनकी निधन की खबर पाकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह टूट गए। जब उन्हें यह खबर मिली वह देहरादून में एक रैली को संबोधित कर रहे थे। वह इससे भावुक हो गए और बीच में ही अपना भाषण रोक दिया। साथ ही वरुण की आत्मा की शांति के लिए लोगों से कुछ समय के लिए मौन रखने की अपील की। गौरतलब है कि रक्षा मंत्री एक माह से चल रही शहीद सम्मान यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करने के लिए देहरादून पहुंचे थे।
पिछले हफ्ते सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोगों की हेलिकाप्टर दुर्घटना में जान चली गई थी। यह हादसा तमिलनाडु के कुन्नुर में हुआ था। इसमें एक मात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन सिंह का बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान आज दोपहर अस्पताल में उनकी मौत हो गई। राजनाथ जब भाषण दे रहे थे तो उन्हें इसकी जानकारी मिली।
लोगों को इसकी जानकारी देते हुए राजनाथ ने कहा, ‘अभी मुझे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह के निधन की दुखद खबर मिली है, जो पिछले हफ्ते सीडीएस जनरल बिपिन रावत के हेलीकाप्टर में सवार थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। उनका बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। भगवान उसकी आत्मा को शांति दे। मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि खड़े होकर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करें। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित फाइटर पायलट थे। मैं इस मौके पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा। मैं अपने भाषण को विराम देता हूं।’
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