सुबह 4 घंटे के छूट में हीं बाजारों में खूब बिक रहा कोरोना
श्रीनारद मीडिया, मनीष कुमार, पचरूखी, सीवान (बिहार):
पचरुखी(सिवान)।कोरोना के भयावह हो रहे हैं संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सरकार ने 15 मई तक लॉक डाउन की घोषणा की है। लॉक डाउन का तात्पर्य है कि लोगों की आवाजाही कम से कम हो सके और भयावह हो रहे संक्रमण पर नियंत्रण पाया जा सके। लॉकडाउन के कारण लोगों को ज्यादा परेशानी ना हो इसके लिए सुबह चार घंटा 07 से 11 बजे तक आवश्यक चीजों की खरीदारी करने के लिए लॉक डाउन में प्रशासन द्वारा छूट दिया गया है। परंतु प्रशासन द्वारा दिए गए 4 घंटे के छूट की अवधि के दौरान बाजार में खरीदारी करने के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ पड़ता है। इस अवधि में यात्री वाहन जैसे ई-रिक्शा,बाइक और ऑटो का भी परिचालन जमकर होता है। बाजार में इस कदर खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ती है की सब्जी मार्किट में जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। भीड़ को लेकर जहां आम लोग पूरी तरह लापरवाह देखते हैं,वही इस अवधि में पुलिसिया कार्रवाई भी सुस्त दिखती है। प्रशासन की ओर से गश्ती तो की जाती है,लेकिन जहां भीड़-भाड़ एरिया वाले जगह है, वहां पर सिर्फ दिखावा के लिए प्रशासन की गाड़ी दौड़ती है। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने में स्थानीय प्रशासन असमर्थ दिखता हैं। जहां सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही प्रखंड क्षेत्र में भयावह हो चुके संक्रमण को और ज्यादा खतरनाक बना सकती है। लॉक डाउन के बीच मिली 4 घंटे के छूट में जिस प्रकार से बाजार में लोगों की भीड़ लग रही है और जिस प्रकार से बाजारों में खुलेआम सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है। उससे क्षेत्र में संक्रमण का स्तर और अधिक बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। दूसरी ओर लॉक डाउन में छूट के दौरान गाइड लाइन का पालन कराने के प्रति पुलिस उदासीन बना हुआ है। वही क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या भी बन्द होने का नाम नही ले रहा है। प्रतिदिन पॉजिटिव केस मिल रहे हैं। ऐसे में प्रखंड वासियों को संक्रमण से बचाव के लिए मास्क की तरह सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति भी जिम्मेदारी निभानी होगी, तभी हम कोरोना से जंग जीत सकते हैं।कुछ वैसे दुकानदार जिन्हें लॉक डाउन में खोलने की अनुमति नही है भी है जो दुकान का शटर गिरा कर रखते है और ग्राहक के आने पर शटर उठा कर समान दे देते है।
?वाहन व ऑटो का भी होता है परिचालन
लॉक डाउन के दौरान सुबह 7 से 11 के बीच वाहन व ऑटो का परिचालन भी सड़कों पर जमकर होता है। मंडी में सब्जी खरीदकर लोग ऑटो में तो लेकर जाते ही है। साथ ही यात्री वाहन चालक सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए वाहन पर 7 से 8 सवारी को बैठाकर यात्रा कराते हैं। सुबह के समय पुलिस की सख्ती नहीं रहने के कारण ऐसे ई-रिक्शा, वाहन और ऑटो चालक बिना भय के सड़कों पर वाहन का परिचालन करते देखे जाते हैं
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