कोरोना पॉजिटिव हुई पत्नी तो रेत दिया गला, फिर भी खुद भी दे दी जान.
कोरोना से हुई पति की मौत, पत्नी ने गंगा में छलांग लगाकर की खुदकुशी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पटना जंक्शन के ऑपरेटिंग विभाग में तैनात स्टेशन मैनेजर अतुल लाल ने ब्लेड से अपनी पत्नी तूलिका कुमारी का गला रेत डाला फिर चौथे तल्ले से कूदकर खुदकुशी कर ली। यह घटना पत्रकारनगर थाना इलाके के न्यू चित्रगुप्तनगर इलाके के मुन्ना चक पार्वती रोड स्थित ओम रेसीडेंस अपार्टमेंट में सुबह लगभग छह बजे हुई। तूलिका कोरोना संक्रमित थी और उसका इलाज चल रहा था।
अतुल के बच्चों ने पुलिस को यह जानकारी दी एकाएक सुबह के वक्त मम्मी-पापा झगड़ा करने लगे। फिर पापा ने ब्लेड ढूंढ़ लिया और बिस्तर पर ही मां का गला रेत डाला। इसके बाद बच्चे श्शोर-शराबा करने लगे। आवाज सुकनर आसपास के लोगों की नींद खुल गयी। यह देख घबराये अतुल बाहर की ओर गये और चार तल्ले से छलांग लगा दी। बच्चे आनन-फानन में नीचे की ओर गये तो देखा कि उनके पिता की मौत हो चुकी है। इसके बाद वे ऊपर आये तो मां भी दम तोड़ चुकी थी।
अतुल और तूलिका की 17 साल की बेटी ने इस घटना की सूचना अपने फूफा को दी। फिर बात पुलिस तक पहुंची। मौके पर पहुंची पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की। महिला तूलिका कोरोना पॉजिटिव थीं। उनका इलाज चल रहा था। लिहाजा, प्रशासन ने एहतियात के साथ उनके शव को उठाया।
रात से ही दंपती में हो रहा था झगड़ा
बीते रविवार की रात से ही दंपती के बीच झगड़ा चल रहा था। दोनों एक-दूसरे के उपर जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। सफिर सुबह के पांच बजे दोबारा झगड़ा शुरू हो गया। इस बार बात इतनी बढ़ गयी कि दोनों एक दूसरे के साथ मारपीट करने लगे। इसके बाद पति ब्लेड तलाशने लगा और तुंरत पत्नी की हत्या कर डाली।
सामने हुई मां की हत्या, सहम गये बच्चे
आंखो के सामने मां की हत्या होने के बाद से ही दोनों अतुल और तुलिका के बच्चे सहम गये हैं। दोनों को एक 16 साल की बेटी व 15 साल के बेटे आर्यन के मां-पिता थे। मां-बाप की लाश देखकर बच्चों ने कुछ भी बोलते की हिम्मत नहीं बची थी। एक बार पुलिस ने भी उनसे कुछ जानकारी लेने की कोशिश्श की लेकिन दोनों इतने सहम गयये थे कि कुछ भी बता नहीं सके।
कोरोना से पति की मौत के बाद सदमे में आई पत्नी ने गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका 46 वर्षीय मंजू देवी पाटलिपुत्र इलाके के गोसाई टोला में रहती थी।
सोमवार की सुबह ही मंजू के परिजनों ने उनके लापता होने की शिकायत पाटलिपुत्र थाने में दी थी। इसके बाद पुलिस छानबीन करने में जुट गई। पता चला कि महिला ने इंदिरा घाट के समीप गंगा में कूदकर खुदकुशी कर ली है। वहीं से मंजू के शव को बरामद किया गया। इसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा गया।
परिजनों ने पुलिस को बताया है कि पति अजीत कुमार की कोरोना से मौत हो जाने के बाद मंजू परेशान रहा करती थीं। वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो गई थीं। अजीत तारामंडल के समीप एक दवा दुकान में काम करते थे। अचानक उनकी तबीयत खराब हो जाने के बाद परिजनों ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। पता चला कि वह कोरोना इलाज के दौरान ही अजीत ने 24 अप्रैल को दम तोड़ दिया। परिवार वाले गहरे सदमे में थे।
इसी बीच मंजू रविवार की देर रात करीब डेढ़ बजे बिना किसी को बताये घर से निकल गईं। परिजनों ने जब काफी देर तक उन्हें नहीं देखा तो खोजबीन शुरू की। मंजू और अजीत 22 साल की बेटी प्रिया और 19 साल के बेटे अभिषेक के मां पिता थे। मां-बाप की मौत की घटना ने बच्चों को पूरी तरह से तोड़ कर रख दिया है।
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