जून में आएगी कोरोना की चौथी लहर? जानें सरकार ने दिया क्या जवाब
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
आईआईटी-कानपुर के एक अध्ययन में इस साल जून में कोविड-19 की चौथी लहर आने का पूर्वानुमान व्यक्त किए जाने के बीच सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह इस तरह के अध्ययनों को उचित सम्मान के साथ देखती है लेकिन अभी यह परखना बाकी है कि इस विशेष रिपोर्ट का कोई वैज्ञानिक मूल्य है या नहीं.
जानें नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने क्या कहा?
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आईआईटी कानपुर का अध्ययन प्रतिष्ठित लोगों द्वारा तैयार किया गया एक ‘मूल्यवान इनपुट’ है. पॉल ने कहा, ‘…महामारी विज्ञान…विषाणु विज्ञान को देखने का हमारा प्रयास रहा है. सभी अनुमान डेटा और मान्यताओं पर आधारित हैं तथा हमने समय-समय पर अलग-अलग अनुमान देखे हैं. वे कभी-कभी इतने भिन्न होते हैं कि निर्णय केवल अनुमानों की एक कड़ी पर आधारित होना समाज के लिए बहुत असुरक्षित होगा. सरकार इन अनुमानों को उचित सम्मान के साथ देखती है क्योंकि ये प्रतिष्ठित लोगों द्वारा किए गए वैज्ञानिक कार्य हैं.’