शराबकांड में CPIML और JDU आमने-सामने,क्यों?

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शराब पिलाकर 150 लोगों की हुई हत्या–चिराग पासवान 

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार के छपरा शराबकांड पर CPIML और JDU आमने सामने आ गयी है. भाकपा-माले के राज्य सचिव और विधायक दल के नेता महबूब आलम ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि जहरीली शराब पीने से अब तक 70 से अधिक लोगों की दर्दनाक मौत हुई है. पार्टी विधायकों का एक दल सारण गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट पार्टी को सौंपी है. दल में विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मनोज मंजिल, पूर्व विधायक अमरनाथ यादव, सारण जिला सचिव सभा राय सहित स्थानीय पार्टी नेता-कार्यकर्ता शामिल थे. पार्टी ने सरकार से सारण, सीवान व अन्य जगहों पर जहरीली शराब से हुई मौतों पर संवेदनशील रूख अपनाते हुए मृतकों के परिजनों के पुनर्वास व मुआवजे का प्रावधान करने की मांग की.

19 दिसंबर को पूरे राज्य में करेंगे विरोध

वीरेंद्र गुप्ता ने कहा कि कहा कि मौतों की संख्या व दायरा लगातार बढ़ रही है. इसका विस्तार अब सीवान तक हो गया है. इसे सारण में मिड डे मिल कांड के बाद दूसरा जनसंहार बताया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पार्टी शुरू से ही शराबबंदी कानून के समर्थन में हैं. हमने बारंबार कहा है कि जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला तभी रूकेगा जब शराब माफियाओं पर कार्रवाई होगी और उसके राजनीतिक संरक्षकों को निशाना बनाया जायेगा. 19 दिसंबर को पूरे राज्य में एकदिवसीय विरोध दिवस का आयोजन होगा. माले का एक प्रतिनिधिमंडल इस मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिलेगा. मौके पर विधायक वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, विधायक गोपाल रविदास, विधायकमनोज मंजिल शामिल थे.

नीतीश कुमार ने सदन में कहा था, नहीं मिलेगा मुआवजा

राज्य में विपक्ष के द्वारा लगातार मरने वालों के लिए मुआवजे की मांग की जा रही है. मगर बिहार विधानसभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने साफ कहा था कि राज्य में शराबबंदी कानून लागू है. लोगों को शराब न पीने के लिए जागरुक भी किया गया है. इतने के बाद भी अगर कोई शराब पीयेगा तो मरेगा. शराब के कारण मरने वालों को सरकार किसी भी हाल में मुआवजा नहीं देने जा रही है. मुख्यमंत्री के इस बयान का उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी समर्थन किया था. हालांकि CPIML के अलग बयान से एक बार फिर से राजनीति गर्म हो गयी है.

शराब पिलाकर 150 लोगों की हुई हत्या–चिराग पासवान

छपरा शराबकांड में मृतकों के परिजनों से मिलने के लिए शनिवार को चिराग पासवान पहुंचे. चिराग वहां लोगों से मिलकर भावुक हो गए. मृतक के परिजन भी चिराग के गले लगकर फूट-फूटकर रोने लगे. उन्होंने कहा कि छपरा में शराब पिलाकर 150 लोगों की हत्या हुई है.जहर देकर किसी को मारने को हत्या कहते हैं. साथ ही, बिहार सरकार से मृतकों के परिजन को उचित मुआवाजा देने की मांग की. गौरतलब है कि छपरा में जिला प्रशासन के द्वारा जहरीली शराब से 73 लोगों के मौत की पुष्टी की है. वहीं कई लोग अभी अस्पताल में भर्ती हुई है. कई मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पटना के विभिन्न अस्पतालों में भेजा गया है.

बिना पोस्टमार्टम कराया जा रहा दाह-संस्कार

चिराग पासवान ने बिहार सरकार के तीखा निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार मृतकों के आकड़े छिपाने की कोशिश कर रही है. इस घटना में कम से कम 150 लोगों की अभी तक मौत हो गयी है. कई मृतकों के परिवार पर दबाव बनाकर जल्द से जल्द दाह संस्कार करने का आरोप लगाया. मृतकों के परिजनों ने चिराग पासवान को बताया कि उनके परिजन की बॉडी लेने के लिए भी पैसे देने पड़े. उन्होंने कहा कि ये जीता जागता प्रणाण सरकार कैसे काम कर रही. सरकार पर बड़ा हमला करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विधानसभा में कहा जो पिएगा वो मरेगा, तो क्या जो पिलाएगा वो मौज करेगा, राज्य सरकार बताए कि उसपर कम कार्रवाई होगी.

सरकार को ले डूबेगा अहंकारः चिराग

चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि छपरा में जहरीली शराब से परिवार के वैसे सदस्यों की मौत हुई है जो अपने परिवार को कमाकर खिलाते थे. अब वो नहीं तो उनके परिवार का ध्यान कौन रखेगा. नीतीश कुमार को उनका अहंकार ले डूबेगा. जिला प्रशासन की आड़ में जहरीली शराब की बिक्री हो रही थी. मुख्यमंत्री पर भी एफआईआर होनी चाहिए.

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