विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति रुचि जागरुक करें-राष्ट्रपति जी.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द (Ram Nath Kovind) ने शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) के खास मौके पर 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया गया था।
शिक्षक दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, शिक्षकों का कर्त्तव्य है कि वे अपने विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति रुचि जागृत करें। संवेदनशील शिक्षक अपने व्यवहार, आचरण व शिक्षण से विद्यार्थियों का भविष्य संवार सकते हैं।
शिक्षकों का कर्त्तव्य है कि वे अपने विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति रुचि जागृत करें। संवेदनशील शिक्षक अपने व्यवहार, आचरण व शिक्षण से विद्यार्थियों का भविष्य संवार सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमारी शिक्षा-व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जिससे विद्यार्थियों में संवैधानिक मूल्यों तथा नागरिकों के मूल कर्तव्यों के प्रति निष्ठा उत्पन्न हो, देश के प्रति प्रेम की भावना मजबूत बने तथा बदलते वैश्विक परिदृश्य में वे अपनी भूमिका के बारे में सचेत रहें।
हमारी शिक्षा-व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जिससे विद्यार्थियों में संवैधानिक मूल्यों तथा नागरिकों के मूल कर्तव्यों के प्रति निष्ठा उत्पन्न हो, देश के प्रति प्रेम की भावना मजबूत बने तथा बदलते वैश्विक परिदृश्य में वे अपनी भूमिका के बारे में सचेत रहें।
टीचर्स डे (Teachers’ Day) के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के शिक्षकों को बधाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान छात्रों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी सराहना भी की।
पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा, ‘शिक्षक दिवस पर पूरे शिक्षण बिरादरी को बधाई, जिसने हमेशा युवा मन को पोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह प्रशंसनीय है कि कैसे शिक्षकों ने कोरोना महामारी के समय में छात्रों की शिक्षा यात्रा जारी रखने के लिए नवाचार को सुनिश्चित किया।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने डा एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी दी। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘ मैं डा एस राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनकी विशिष्ट विद्वता के साथ-साथ हमारे देश में योगदान को याद करता हूं।’
शिक्षक दिवस पूरे देश में एक दार्शनिक-लेखक और भारत के दूसरे राष्ट्रपति डा एस राधाकृष्णन की याद में मनाया जाता है। उनका जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान अनुकरणीय है। 1962 में राधाकृष्णन और सभी शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई थी।
इससे पहले शनिवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने भी शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर देश भर के शिक्षकों को बधाई दी और एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र के निर्माण में उनके अमूल्य योगदान के लिए शिक्षण समुदाय का आभार व्यक्त किया।
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- डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए योगदान को याद रखने के लिए हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है