साइबर शातिर का अपहरण, पुलिस ने जंगल से किया बरामद:जमुई में 10 लाख की मांगी थी फिरौती, 3 बदमाश गिरफ्तार, 5 फरार
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
जमुई के बरहट थाना क्षेत्र में एक साइबर क्राइम से जुड़े युवक के अपहरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए युवक को सकुशल बरामद कर लिया है। घटना बरहट थाना क्षेत्र के सुगुआ महुआ गांव के पास जंगली इलाके की है। पुलिस ने मामले में 3 बदमाशों को अरेस्ट किया है। जबकि, 5 बदमाश फरार हो गए। अपराधियों ने धनबाद-दुमका में साइबर क्राइम का काम करने वाले गौतम को पहले बहला-फुसलाकर दुमका से बुलाया। फिर उसे जंगल में ले जाकर बंधक बना लिया। अपराधियों ने गौतम के परिजनों से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। 3 बदमाशों को पुलिस ने किया अरेस्ट पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ सतीश सुमन के नेतृत्व में विशेष जांच टीम का गठन किया।
टीम में बरहट थाना प्रभारी कुमार संजीव और लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार शामिल थे।पुलिस ने टेक्निकल इंटेलिजेंस की मदद से विभिन्न फोन नंबरों को ट्रैक किया। इस दौरान तीन अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। गौतम को करीब 7 घंटे बंधक बनाकर रखा गया था। चार से पांच अन्य अपराधी जंगली इलाके का फायदा उठाकर फरार हो गए। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।अपहरण मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक जमुई ने तुरंत कार्रवाई करते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सतीश सुमन के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया था। इस टीम में बरहट थाना प्रभारी कुमार संजीव, लक्ष्मीपुर थाना प्रभारी आलोक कुमार समेत अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
SIT ने ग्राम सुगुआ महुआ के आसपास सघन सर्च अभियान चलाया। इस अभियान के दौरान घायल अवस्था में अपहृत युवक गौतम कुमार उर्फ पप्पू को सकुशल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने मौके से भाग रहे तीन अपराधियों को भी गिरफ्तार लिया। थाना अध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि शनिवार को बरहट थाना पुलिस को सूचना मिली कि एक व्यक्ति को अगवा कर बरहट के पास के जंगल में रखा हुआ है। उसके परिजनों से फिरौती की रकम मांगी जा रही है। उन्होंने बताया कि घटना के सत्यापन को लेकर बरहट थाना अध्यक्ष संजीव कुमार और लक्ष्मीपुर थाना अध्यक्ष आलोक कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठन किया गया।टीम में डीआईयू टेक्निकल इंटेलिजेंस टीम के जरिए विभिन्न फोन नंबर को ट्रैक किया गया और अपहृत व्यक्ति को बरामद किया गया।
पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि गौतम भी साइबर से संबंधित काम करता था। इसी क्रम में उनकी मुलाकात बरहट क्षेत्र के लोगों से हुई, जिसका काम भी साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है। अपराध कर्मियों ने गौतम को पहले बहला फुसला कर दुमका से बुलाया और उसे जंगल में ले जाकर बंधक बना लिया।बदमाशों ने गौतम को छोड़ने के एवज में परिवार से 10 लाख की फिरौती मांग की। पुलिस पुलिस ने यह भी बताया कि अपहृत गौतम भी धनबाद, दुमका में साइबर क्राइम का काम किया करता था।पुलिस सूत्रों की माने तो मोनू नाम के लड़के ने फोन करके गौतम को दुमका से जमुई बुलाया था ,उसके बुलाने पर ही वह आया था। उसके बाद उसका अपहरण कर लिया गया।
यह भी पढ़े
दो माह बाद राहुल गांधी फिर अपनों के बीच होंगे
नुसरत भरूचा ने बोल्ड सीन से पहले यूं निकाला डर
आसमान से बरस रही आग, लू और गर्मी से बचाएंगे आयुर्वेदिक पेय