पांच-पांच हजार में गरीबों से किराये पर बैंक खाता ले रहे साइबर ठग

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श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

पूछताछ में आरोपियों का कबूलनामा
गुरुग्राम दो सप्ताह में लोगों से करोड़ों की ठगी करने वाले दो फर्जी कॉल सेंटर और दो नाइजीरियन गिरोह को पकड़ा गया है।
इन सभी से पूछताछ में यह बात सामने आई है कि यह लोग ठगी हुई राशि कई अलग-अलग खातों में भेजते थे, इसके लिए वह आसपास के रहने वाले गरीब तबके के लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे थे। इसके एवज में आरोपित उन्हें चार से पांच हजार रुपये भी हर महीने देते थे।

दिल्ली के निलोठी से 29 मई की रात पकड़े गए नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों ने मानेसर साइबर पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह पांच साल में डेढ़ सौ से ज्यादा महिलाओं से ठगी कर चुके थे। इसमें देश के अलग-अलग राज्यों की महिलाएं शामिल हैं

बुजुर्ग महिला से एक करोड़ 80 लाख रुपये ठगे
अकेले गुरुग्राम की ही एक बुजुर्ग महिला से एक करोड़ 80 लाख रुपये ठगे थे। सामने आया था कि इस राशि को उन्होंने 15 अलग-अलग बैंक खातों में डलवाया था। इससे सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि पांच सालों में डेढ़ सौ महिलाओं से ठगी गई रकम को कितने बैंक खातों में भेजा गया होगा।

ये सभी बैंक खाते किराये पर लिए गए थे। गरीब तबके के लोगों के लिए चार से पांच हजार बड़ी बात होती है, इसलिए शायद इसकी शिकायत पुलिस के पास नहीं पहुंच पाई। इसके साथ ही शुक्रवार को गुरुग्राम के सेक्टर 84 और गुरुवार रात सेक्टर 67 से पकड़े गए फर्जी कॉल सेंटर के 17 आरोपितों से भी पूछताछ में इसी तरह की जानकारी सामने आई है।
एक गिरोह एक महीने से और दूसरा गिरोह पांच महीने से संचालित हो रहा था। इन्होंने आस्ट्रेलिया और अमेरिका के नागरिकों से लाखों डालर की ठगी की। गिरोह के सदस्य कस्टमर सर्विस के नाम पर धोखाधड़ी कर गिफ्ट वाउचर के रूप में पैसा लेते थे।

इसके बाद उसे चाइना में बैठे अपने साथियों से रीडीम करवाते थे। इसके बाद यह पैसा भारत में अलग-अलग जगहों पर गरीबों से लिए गए किराये के खातों में भेजा जाता था।
खाते से एक सप्ताह में निकाल ली जाती थी राशि

मानेसर साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नरेश कुमार ने बताया कि साइबर ठगों से पूछताछ में यह जानकारी भी सामने आई है कि गरीबों से किराये पर लिए गए खातों में एक सप्ताह तक पैसा भेजने के बाद वह पैसा निकाला जाता था। इसके साथ ही महीने भर बाद संबंधित व्यक्तियों को पैसा दिया जाता था इसमें सैकड़ों लोगों के नाम सामने आ रहे हैं, जिनके खाते ऐसी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल हो रहे थे। नरेश कुमार ने बताया कि निलोठी के नाइजीरियन गिरोह व सेक्टर 84 से पकडे़ गए फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले से आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। उनसे उन लोगों के नाम भी पता किए जाएंगे, जिनके खाते इस्तेमाल किए गए थे।
साइबर क्राइम एसीपी वरुण दहिया ने कहा कि मामले की जांच चल रही है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

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