बहू ने बचाई ससुर की विरासत, इमामगंज में HAM कैंडिडेट दीपा मांझी की बड़ी जीत इमामगंज सीट पर लगातार पिछड़ने के बाद भी दीपा की जीत।

बहू ने बचाई ससुर की विरासत! इमामगंज में HAM कैंडिडेट दीपा मांझी की बड़ी जीत इमामगंज सीट पर लगातार पिछड़ने के बाद दीपा मांझी की जीत।

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श्रीनारद मीडिया, प्रभात कुमार मिश्रा, गया (बिहार)

इमामगंज विधानसभा रिजल्ट आ गया गया है। इस सीट पर एनडीए की ओर से हम (से) प्रत्याशी दीपा मांझी की जीत हुई है। महागठबंधन की ओर से राजद के प्रत्याशी रोशन मांझी चुनाव हार गए। इमामगंज विधानसभा की सीट पर पूरे बिहार की नजर थी, क्योंकि यहां केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर थी।

जनसुराज की उम्मीदवार जितेंद्र पासवान ने लड़ाई त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है लेकिन सफल नहीं हो सके। जनता से मिले रुझान में दीपा मांझी जीत गयी और रोशन मांझी की हार हो गयी। काफी कोशिशों के बावजूद जन सुराज प्रत्याशी जितेंद्र पासवान जीत की रेस में नहीं रहे। इमामगंज विधानसभा की लड़ाई में बड़े उलट फेर देखने को मिला। इमामगंज विधानसभा सीट से दीपा मांझी की ऐतिहासिक जीत हुई है। यहां से पहली बार कोई महिला विधायक होगी। इमामगंज विधानसभा को लेकर रोमांचक संघर्ष रहा।

दीपा मांझी की जीत को लेकर जीतन राम मांझी ने भी दावा किया था। उनका दावा सफल रहा। इमामगंज विधानसभा के लिए 51.02% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। 344 बूथों पर तकरीबन यहां 3.25 लाख के आसपास मतदाता हैं। डेढ़ लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल 51.02% वोट पड़े। इमामगंज विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के लिए 28 टेबल लगे थे। कुल 11 राउंड काउंटिंग हुई। गया कॉलेज के मानविकी भवन में मतगणना केंद्र बनाया गया था। सबसे पहले डाक मतों की गिनती हुई। इसके बाद ईवीएम के वोट गिने गए।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू के कारण इस सीट पर तकरीबन हर राजनीतिक दल की निगाह थी। राजद को उम्मीद थी कि इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में उनके उम्मीदवार रोशन मांंझी की जीत होगी। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने काफी ताकत झोंकी थी। लेकिन एनडीए की जीत हुई।

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