85 से अधिक देशों में पहुंचा डेल्टा वैरिएंट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
डेढ़ वर्ष बाद भी पूरी दुनिया कोरोना महामारी और वायरस के लगातार बदलते स्वरूप और सामने आते इसके नए वैरिएंट से जूझ रही है। विश्व के लगभग सभी वैज्ञानिक इसकी रोकथाम के कारगर तरीके की खोज आज भी कर रहे हैं। वहीं वैश्विक संगठन इस महामारी से दुनिया को बचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। हालांकि पूरी दुनिया में हर रोज इसके लाखों नए मामले सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी विश्व स्वास्थ्य संगठन काफी चिंतित है। संगठन डेल्टा वैरिएंट के 85 से अधिक देशों में दस्तक देने पर भी चिंतित है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक 28 जून की शाम 4:47 CEST तक पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमितों की संख्या 180817269 थी। वहीं 3923238 मरीजों की अब तक जान भी जा चुकी है। संगठन के मुताबिक इसके बचाव के लिए सामने आया एकमात्र हथियार कोरोना वैक्सीन अब तक पूरी दुनिया में 2,660,756,547 लोगों को दी जा चुकी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े बताते हैं कि पिछले वर्ष महामारी के सबसे अधिक मामले 14 दिसंबर को सामने आए थे। इस दिन दुनिया में साढ़े चार लाख से अधिक मामले सामने आए थे। इसके बाद इस वर्ष 4 जनवरी को पूरी दुनिया में 5 लाख से अधिक मामले एक ही दिन में सामने आए थे। इसके बाद 19 अप्रैल 2021 को पूरी दुनिया में अब तक के सर्वाधिक 5704076 मामले सामने आए थे। ऐसे ही यदि पूरी दुनिया में कोरोना से हुई मौतों की बात करें तो पिछले वर्ष 14 दिसंबर को सर्वाधिक 81288 मौत दर्ज की गई थीं। इस वर्ष 18 जनवरी को 101079 मौत और फिर 26 अप्रैल 2021 को 96746 मौत पूरी दुनिया में हुई थीं।
संगठन के आंकड़े ये भी बताते हैं कि डेढ़ वर्ष बाद भी इसके सर्वाधिक मामले उत्तरी अमेरिका में (71957777), फिर यूरोप में 55763610 मामले, दक्षिण पूर्वी एशिया में 34666159 मामले, पूर्वी भूमध्य सागर के क्षेत्र में 10916353 मामले, अफ्रीका में 3991362 मामले, पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में 3521244 मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना के विश्व में कोरोना के सर्वाधिक मामलों की लिस्ट में पहले नंबर पर अमेरिका, दूसरे पर भारत, तीसरे पर ब्राजील, चौथे पर फ्रांस, पांचवें पर रूस, छठे पर तुर्की, सातवें पर ब्रिटेन, आठवें पर अर्जेंटीना, नौवें पर इटली और दसवें पर कोलंबिया है।
कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट काफी तेजी से पैर पसार रहा है। इसने देश के कई राज्यों में दस्तक दे दी है। जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश समेत 12 राज्यों में इसके 50 से ज्यादा मामले सामने आ गए हैं। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि नए म्यूटेंट पर कोविड वैक्सीन की प्रभावशीलता के लैब टेस्ट के परिणाम 10 दिनों में सामने आएंगे। मंत्रालय ने कहा कि कोविशील्ड और कोवैक्सिन टीके कोरोना के वैरिएंट अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा के खिलाफ काम करते हैं, जबकि डेल्टा प्लस के खिलाफ उनकी प्रभावशीलता का परीक्षण किया जा रहा है। आइए जानते हैं डेल्टा प्लस वैरिएंट से जुड़े अपडेट्स
महाराष्ट्र: डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए 21 लोगों में से केवल एक ने कोरोना वैक्सीन ली थी
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने सोमवार को कहा कि राज्य में अब तक कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट से संक्रमित पाए गए 21 लोगों में से केवल एक ने कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक ली है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि अगर महाराष्ट्र के पास कोरोना टीकों का पर्याप्त स्टॉक मौजूद रहता है, तो वह अपनी पूरी योग्य आबादी को दो महीने में टीका लगा सकता है। पिछले शुक्रवार को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण पहली मौत हुई थी, जहां एक 80 वर्षीय महिला ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया था।
हिमाचल प्रदेश में अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट का मामला नहीं मिला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने सोमवार को कहा कि राज्य में डेल्टा प्लस वैरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है। हालांकि, दूसरी लहर में मृत्यु दर अधिक देखी गई है। राज्य में पॉजिटिव मामलों के बीच वैरिएंट ऑफ कंसर्न के परीक्षण के लिए कुल 1,113 सैंपल दिल्ली में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) को भेजे गए थे। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि प्राप्त रिपोर्ट में, 109 नमूनों में यूके स्ट्रेन , जबकि आठ नमूनों का कप्पा स्ट्रेन और 76 नमूनों में डेल्टा स्ट्रेन पाया गया। हालांकि, डेल्टा प्लस स्ट्रेन का कोई मामला सामने नहीं आया है।
कर्नाटक में डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो मामले
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने सोमवार को कहा कि राज्य में अब तक कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो मामलों का पता चला है और दोनों में कोरोना के लक्षण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि प्राइमरी कॉन्टैक्ट को छोड़कर, दोनों रोगियों के संपर्क में अन्य लोग इस बीमारी से संक्रमित नहीं हुए हैं।
अबतक इन राज्यों में मामले मिले
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार रिपोर्ट डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, केरल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, राजस्थान, जम्मू कश्मीर और कर्नाटक में सामने आए हैं। सूत्रों ने आगे कहा कि मध्य प्रदेश में अब तक डेल्टा प्लस से संक्रमित दो रोगियों की मौत हुई है। दोनों ने टीके नहीं लिए थे। महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में इस वैरिएंट के सबसे अधिक मामले पाए गए हैं।
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